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बिना कारोबार की फर्जी कंपनियों के खातों में कौन भेजता है रुपया? कहाँ से आते हैं अरबों रुपये?

फर्जी कंपनियों के सहारे करोड़ों का आवागमन, रुपयों से धर्म परिवर्तन या फिर और कुछ?
     विल्सन पहले क्लब व डांसबार चलाकर कानून तोड़ता था अब बना देशद्रोही 
                 जॉन विल्सन लोबो 

कल्याण: उल्हासनगर का एक कनवर्टेट क्रिश्चियन, विल्सन ने खोला दर्जनों फर्जी कंपनी, झोपड़पट्टी में रहनेवालों को बनाया डायरेक्टर, डायरेक्टरों को दस हजार मासिक वेतन, उनके ईमेल, सिमकार्ड व सभी दस्तावेज विल्सन के पास, ट्रांजेक्शन की जानकारी और रुपये कहाँ-कहाँ से आ रहे हैं और कहॉं जा रहें हैं इससे डायरेक्टरों का कोई जानकारी नहीं!

बतादें कल्याण, डोंबिवली, अंबिवली और ठाणे अन्य क्षेत्रों में दर्जनों फर्जी कंपनियां खुली हैं, जिनके कार्यालय तो हैं परंतु कंपनी करती क्या है? बनाती क्या है? या फिर किस चीज का कारोबार करती है यह बताने में असमर्थ है विल्सन जबकि इन कंपनियों के खातों में करोड़ों रुपयों का लेन देन हो रहा है। और मजे की बात यह है कि इन कंपनियों के संचालक (Director) कहीं स्लम में रहते हैं। रिक्शा चलाते हैं बेगारी का काम करते हैं। या फिर और कोई छोटा मोटा काम करते हैं, ऐसे लोगों को कंपनी का संचालक (Director) बनाया जाता है। उनको अपने कंपनी के कार्पोरेट आफिस का पता शायद ही मालूम हो, उनका काम सिर्फ अपना आधार कार्ड पेन कार्ड देकर अपने नाम बैंक में खाता खोलना खाता खोलने में लगने वाले कागजात मुहैया कराना। खाता खुलने के बाद खाते से जुड़े सभी कागजात चेक बुक विल्सन या उसका कोई साथी अपने पास रख लेता यहाँ तक की खाते से जुड़ा मोबाइल सीम भी विल्सन के पास ही रहता है। इस तरह इस नाम के डायरेक्टर को सिर्फ हर महीने मिलने वाले अपने दस हजार के वेतन से मतलब रह जाता है। उनके नाम खुली कंपनी क्या करती है? खाते में कितना ट्रांजेक्शन होता है और रुपये कहाँ-कहाँ से आते हैं और किस किस मद में खर्च होते हैं इसकी जानकारी फर्जी संचालकों (Director’s) को पता नहीं होता!
      अग्निपर्व टाइम्स की जांच में पता चला है कि यह रुपये विदेशों से आते हैं। और इन रुपयों का उपयोग कनवर्जन यानी हिन्दू से क्रिश्चियन बनाने के साथ ही, देश की उन संस्थाओं को दिया जाता है जो देश विरोधी गतिविधियों में संलग्न होती हैं। कुछ खातेदारों और उन खातों में हुए लेनदेन के कागजात अग्निपर्व टाइम्स के पास मौजूद हैं। इस देश विरोधी घिनौने कार्य में कुछ सरकारी लोगों के साथ ही बैंक के नुमाइंदे भी शामिल हैं उनकी जानकरी भी जल्द ही उजागर किया जायेगा। 

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