कुमार आयलानी और पप्पू कालानी
उल्हासनगर : उल्हासनगर मनपा प्रभाग समिति क्र. -१ के 'A' ब्लाक रोड पर स्थित दुनिचंद कालेज के सामने व प्लाइवुड कंपनी के सामने स्टार बेकरी पर टीजी का अवैधनिर्माण जारी है। प्रभाग समिति एक के सहायक आयुक्त ने अपना हिस्सा ले लिया है। मुकादम और बीट इंस्पेक्टर ने भी ले ही लिया होगा। यही कारण है कि रास्ते से गुजरते समय अवैध निर्माण देखकर भी आंखे बंद कर लेते हैं।
दुनीचंद कालेज के सामने चल रहा टीजी
उल्हासनगर में अवैध निर्माणों का कहर जारी है। शहर अवैध ही नहीं हो रहा है, सकरा और घना हो रहा है। एक साछात्कार में विधायक कुमार आयलानी ने कहा था कि टियर गाटर का अवैध निर्माण गरीब करते हैं, देखकर भी अनदेखा करना पड़ता है। परंतु साक्षात में ऐसा है नहीं, उल्टे गरीब लोग ऐसे अवैध निर्माणों के जरिए ठगे जाते हैं। घटिया दर्जे के सामान से रातो रात टियर गाटर चार गुना किमत में बनकर तैयार होता हैं। इस लूट में ठेकेदारों के साथ ही नगरसेवक, वार्ड अफसर, उपायुक्त, आयुक्त व बीट मुकादम रुपये लेकर शामिल रहते हैं। काम उसी ठेकेदार को मिलता है जो वहाँ के नगरसेवक का चहेता होता है। भले ही उसको बांधकाम का एबीसीडी भी पता न हो। ठेकेदारी पाने के लिए 35 से 50 हजार रुपये तक वार्ड के नगरसेवक को देना पड़ता है। मैं यह नहीं कह रहा सभी पूर्व नगरसेवक लेते हैं परंतु ज्यादातर लेते हैं। इसी तरह वार्ड आफिसर से लेकर सहायक आयुक्त, उपायुक्त, नोडल अधिकारी को भी हिस्सा देना होता है। इस तरह अवैध टियर गाटर बनाने का खर्च, मूल खर्च से 4/5 गुना बढ़ जाता है। अब MLA साहब बतायेंगे कि इसमें गरीबों का भला होता है या दलालों और गुंडों का? उल्हासनगर शहर के नेताओं का मुख कभी भ्रष्टाचार पर नहीं खुलता।
अब देखना होगा कि नवनियुक्त आयुक्त विकास ढाकणे अवैध निर्माण पर सख्त होते हैं या फिर पुराने आयुक्त के ढर्रे पर ही चलते हैं। यह शहीद दुनिचंद कालेज के सामने बन रहे अवैध टियर गाटर पर होने वाली कार्यवाही के बाद ही पता चलेगा। आयुक्त क्या करते हैं यह तो वक्त ही बतायेगा।
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