ताजा ख़बर

6/recent/ticker-posts

कांग्रेस अध्यक्ष रोहित साल्वे कांग्रेस छोड़कर, करेंगे ओमी कालानी का चुनाव प्रचार ?

उल्हासनगर विधानसभा ओमी कालानी मैदान में, शरद पवार की बजेगी शहनाई, लोकसभा में किया भाजपा-शिवसेना का प्रचार !! 
      शरद पवार 

उल्हासनगर : लोकसभा चुनाव में दोस्ती का गठबंधन बनाकर श्रीकान्त शिंदे का प्रचार-प्रसार करने वाली, टीम ओमी कालानी, अब खुद के लिए शरद पवार की पार्टी से चुनाव का टिकट मांग रही है। मांग ही नहीं रही बल्कि स्वघोषित उम्मीदवार बन कर प्रचार में व्यस्त हो गई है। पार्टी द्वारा तरजीह न दिए जाने पर स्वघोषित युवा आइकन ओमी कालानी ने साफ किया कि अगर उन्हें शरद पवार की पार्टी से टिकट नहीं मिला तो वे निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। ओमी के पिता पप्पू कालानी चार बार व माता ज्योति कालानी एक बार विधायक पद सुशोभित कर चुकी हैं। अबकी बार दिवंगत ज्योति कालानी और सजायाफ्ता पप्पू कालानी के पुत्र ओमी कालनी चुनाव मैदान में जाने की तैयारी कर चुकेे हैं। 
                                रोहित साल्वे 

                                ओमी, पंचम और पप्पू कालानी 

बेटे को विधायक बनाना एकमात्र उद्देश्य 

अपने बेटे को विधायक बनाने के लिए पप्पू कालानी मैदान में कूद पड़े हैं। यही कारण है कि कांग्रेस नगरसेवक, महापौर और विधायक के रूप में राजनीति की शुरुआत कर सत्ता और दबंगई के कारण कई हत्याओं में शामिल होने के मुकदमे में जेल जाने और आजीवन कारावास की सजा पाने के बाद अब जेल से बाहर हैं पप्पू कालानी। टीम के सर्वेसर्वा ओमी कालानी ने शरद पवार की राष्ट्रवादी पार्टी से उल्हासनगर विधानसभा चुनाव लड़ने का बिगुल फूंक दिया है। कार्यकर्ताओं और मतों का जुगाड़ करने के लिए पप्पू कालानी भी 32 साल बाद कांग्रेस कार्यालय पहुंचे और पदाधिकारियों से बातचीत की। 1986 में पप्पू कालानी कांग्रेस पार्टी से पार्षद चुने गये और 1987 में मेयर बने, तीन वर्ष बाद हुए विधानसभा चुनाव (1990) में कांग्रेस से विधायक बने। उल्हासनगर के नेहरू चौक स्थित कांग्रेस कार्यालय में आखिरी बार 1992 में गये थे पप्पू कालानी। विधायक बनते ही सत्ता का नशा सर चढ़-कर बोलने लगा और हर विरोधी को निपटाने लगे। शहाड रिक्शा युनियन नेता के कत्ल के बाद उदय हुए नेता पप्पू कालानी, रिक्शा यूनियन नेता मारुति जाधव की हत्या के बाद अस्त हो गये। 1992 में पप्पू पर टाडा लगा और 2002 तक 10 वर्ष पुणे की यरवडा जेल में रहे। टाडा हटने के बाद जेल से बाहर आये और घनश्याम बठिजा कत्ल मामले में 2012 में उम्रकैद की सजा पाकर जेल चले गये। इसी बीच पप्पू के गुरु शरद पवार की पार्टी सत्ता में आई, भले ही मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे रहे हों परंतु गृहमंत्री पवार के ही थे। कोरोना के चलते 70 वर्ष या अधिक उम्र वालों को पे रोल पर छोड़ा जा रहा था। 70 वर्ष से अधिक की आयु के पप्पू भी 2021 में जेल से बाहर आ गये और फिर जेल नहीं गये। 
पिता की तरह ओमी भी पार्टी के वफादार नहीं 
                                     कमलेश निकम 


ओमी कालानी, पत्नी पंचम के राष्ट्रवादी शरद पवार पार्टी उल्हासनगर जिला इकाई की अध्यक्षा होते हुए भी दोस्ती का गठबंधन बनाकर ओमी ने भाजपा-शिवसेना के लिए प्रचार किया और पांच करोड़ रुपये भी लिया सूत्र बताते हैं। बारी है कल्याण लोकसभा सांसद श्रीकांत शिंदे की वह इस मैत्री को विधानसभा चुनाव में कैसे निभाते हैं? टीम ओमी कलानी की चो # र समिति की बैठक गोवा में संपन्न हुई। दिलचस्प यह रहा कि इस समिति के अध्यक्ष कांग्रेस नेता डॉ. जयराम लुल्ला रहे और एनसीपी नेता जीतेंद्र अव्हाड़ भी बैठक में पहुंचे। जेल से छूटकर बाहर आने के बाद से ही पप्पू कालानी ओमी कालानी सुधारकर विधायक बनाने के लिए सक्रिय हैं। यही वजह है कि उन्होंने 32 वर्ष बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष जयराम लुल्ला को चो#र कमेटी का अध्यक्ष बनाया और मौजूदा अध्यक्ष से मिलने के लिए कार्यालय में कदम रखा और जिला अध्यक्ष रोहित साल्वे से मोर्चे के गठन पर चर्चा की जहाँ टीम ओमी कालानी टीम से कमलेश निकम, मनोज लासी और कांग्रेस के कुछ पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। कांग्रेस जिला अध्यक्ष रोहित साल्वे ने कहा ओमी कालानी ने शरद चंद्र पवार की एनसीपी पार्टी से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है। हम शरद पवार के साथ महाविकास अघाड़ी में हैं, अगर पार्टी ने टिकट दिया तो भी और नहीं भी दिया तो भी हम पार्टी छोड़ अकेले दम पर ओमी कालानी के लिए प्रचार करेंगे। अगले अंक में बतायेंगे कि कमलेश निकम के चलते कालानी महल से दूर हो रहे लोग।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ