ताजा ख़बर

6/recent/ticker-posts

जोन-4, उपायुक्त डा.सुधाकर पाठारे की लालच और लापरवाही से बदलापुर उद्वेलित !!

बदलापुर केस बड़ी खबर.... 

आदर्श विद्यामंदिर मामला, सुधाकर पाठारे की लापरवाही के चलते बदलापुर में दंगा !! 
ठाणे : ठाणे आयुक्तालय, बदलापुर उल्हासनगर जोन-4, के डीसीपी डा.सुधाकर पाठारे को पीड़ित परिवार ने 13 अगस्त 2024 को, अर्जी दाखिल कर आरोपी पर मामला दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की थी परंतु पुलिस अधिकारी डा.सुधाकर पठारे(आईपीएस) ने एक नेता के इशारे पर मामला दर्ज करने से इन्कार कर दिया और ले-देकर आरोपियों की मदद करने में जुट गए।
बदलापुर में लगभग चार वर्षिय दो बालिकाओं के साथ लैंगिक अत्याचार की घटना आदर्श विद्या-मंदिर में घटित हुई, इस मामले में स्थानीय नागरिकों के साथ मिलकर कई हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन किया। जिनपर पुलिस ने लाठीचार्ज किया जिससे मामला और बिगड़ गया। बदलापुर के लोगों में पुलिस पर काफी गुस्सा है। बदलापुर में लैंगिक अत्याचार के विरोध में चल रहे आंदोलन में हिंसक झड़पें हुईं, पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया तो आंदोलकारियों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। इस घटना में कई लोग घायल हुए और पुलिस ने कई आंदोलकारियों को हिरासत में लिया है। स्थानीय प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया है और आंदोलकारियों से शांति बनाए रखने की अपील की है। 
        पुलिस उपायुक्त डा सुधाकर पाठारे 

बतादें सरकारी आदेश पर बदलापुर के वरिष्ठ निरीक्षक, सहायक निरीक्षक के साथ एक हेडकांस्टेबल को निलंबित किया गया है। परंतु गुड़ के बाप कोल्हू सुधाकर पाठारे को छोड़ दिया गया। यहाँ यह जानना बेहद जरूरी है कि पाठारे ने पूरे परिमंडल चार के पुलिस थानों को वसूली का अड्डा बना दिया है। बिना लेन-देन के एफआईआर दर्ज नहीं होती और रुपये दो तो झूंठी एफआईआर भी दर्ज हो जाती है। ऐसा ही एक झूंठा मामला एक वर्ष पहले हुए लेन-देन के एग्रीमेंट को आधार बनाकर, पिस्टल दिखाने का मामला मध्यवर्ती पुलिस में डीसीपी के कहने पर दर्ज किया गया। इसी तरह उल्हासनगर के कल्याण-अंबरनाथ रोड पर नशे के मद में एक करोड़पति की बिगड़ी औलाद ने कार चलाकर एक्सिडेंट किया था जिसमें तीन लोगों की जान चली गई थी। तलाशी में कार के अंदर ड्रग की पुड़िया मिली थी। जिसको गायब करने और मामले को हल्का करने के लिए 15 लाख का लेन-देन होने की जानकारी सूत्रों द्वारा मिली है। अंबरनाथ शिवाजी नगर पुलिस थाने के पुलिस कर्मियों ने फ्लोरा नामक इमारत में खड़े दो पहिया वाहन की डिग्गी से तीन पुड़िया (90 ग्राम) एमडी ड्रग बरामद किया परंतु FIR दर्ज किए बगैर ही छोड़ दिया। जिसका विडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हुआ। तब पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। ऐसे ईमानदार पुलिस उपायुक्त सुधाकर पाठारे पर न जाने क्यों महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणविस क्यों मेहरबान हैं? इन्हीं की मेहरबानी ने आज बदलापुर को दंगे की चपेट में ला दिया। क्या अब भी मेहरबानी जारी रहेगी या फिर डा.सुधाकर पाठारे की जांच और उनपर कार्यवाही होगी, यह तो समय बतायेगा।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ