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ठाणे जिले व उपनगरों में चलने वाली अवैध लाटरी पर किसका आशिर्वाद?

ठाणे मे 400 से अधिक लाटरी की दुकानें, भाजपा को डूबोकर ही मानेगी महाराष्ट्र पुलिस !! 
                  ललित पटेल 

कल्याण : ठाणे व ठाणे जिले के सभी उपनगरों में अपना खुद का सॉफ्टवेयर बनाकर राजश्री के नामपर ललित पटेल ने अब तक 400 से अधिक दुकानें खोल दिया है। विधानसभा अधिवेशन मे इस बात की शिकायत भाजपा विधायक कुमार आयलानी ने गृहमंत्री देवेंद्र फडनवीस से किया था, परन्तु अधिवेशन खत्म होते ही आन लाइन लाटरी का गोरखधंधा बेधड़क शुरु हो गया है। जिससे अब भाजपा विधायक की अहमियत जीरो मानी जाने लगी है। 


                 देवीदास पटेल 

विधानसभा सत्र खत्म होते ही आनलाइन लॉटरी की दुकाने फिर से 
शुरू हो गई है। लॉटरी के गोरखधंधे के खिलाफ विधायक बच्चू कडु भी ताल ठोक विधानभवन के बाहर धरने पर बैठ गये थे।जबकी भाजपा विधायक कुमार आयलानी ने 11 जुलाई को उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस से प्रत्यक्ष मिलकर लॉटरी सहित उल्हासनगर मे खुलेआम देर रात तक चलने वाले डांसबारों व बिकने वाले नशीले पदार्थों की लिखित शिकायत करते हुए कहा था की इसी वजह से परिमंडल-4 मे क्राइम का ग्राफ बढ़ा हुआ है। विधायक आयलानी के शिकायत पत्र का संज्ञान लेते हुए देवेंद्र फड़वनीश ने टिप्पणी कर कार्यवाही के लिए पत्र गृहमंत्रालय में भेज दिया था। गृहमंत्रालय के कक्ष अधिकारी चेतन चौहान ने पुलिस महासंचालक रश्मि शुक्ला को पत्र भेजकर अविलम्ब कार्यवाही करने का आवाहन दिया था। परन्तु ठाणे पुलिस आयुक्तालय की ओर से कार्यवाही तो दूर की बात है। अधिवेशन खत्म होते ही लॉटरी के अवैध धंधे को हरी झंडी देकर शुरू करवा दिया। 
ललितपटेल, अमरसिंह और देवदास आखिर है कौन जिनके ऊपर ठाणे पुलिस काफी मेहरबान है। ठाणे जिले व उपनगर, मुम्ब्रा, कळवा, कोपर, डोम्बिवली, भिवंडी, कल्याण, उल्हासनगर, अंबरनाथ तथा बदलापुर मे तकरीबन चार सौ से अधिक दुकाने खोलने का मौखिक परमीशन दे दिया। ललित पटेल, अमर सिंह तथा देवीलाल आखिर हैं कौन? इस बात की चर्चा जोरों पर है। बताया जाता है की आनलाइन लॉटरी मामले मे ललित पटेल पर धोखाधड़ी के दो मामले भी दर्ज हुए है, फिर भी अवैध लाटरी का धंधा शुरू ही है। धंधे को राजूपटेल व किशोरपाटिल अपने मोबाइल नंबर 9867648306 से संपर्क कर मैनेज करने का काम करते है। सवाल यह उठता है की गृहमंत्रालय को दिए गए पत्र के बावजूद लॉटरी की दुकानों का इतने बड़े पैमाने पर मुहूर्त किया गया और मिठाईया बाटकर डे-नाईट शुरू की गई। क्या इसकी भनक पुलिस आयुक्त, सहआयुक्त, अतरिक्त आयुक्त (क्राइम) तथा सभी परिमंडलों के डीसीपी को नहीं लगी? यह बात शहर वाशियों को चौका रही है। लॉटरी की दुकानों पर पुलिस कार्यवाही करेगी या फिर हफ्ता लेकर शांत रहेगी यह तो समय ही बताएगा। तब तक जनता अपनी व अपने परिवार की बर्बादी खुली आंखों से देखती रहे। इसी उम्मीद के साथ अग्निपर्व टाईम्स। 

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