नगर विकास मंत्री व मुख्यमंत्री महाराष्ट्र राज्य एकनाथ शिंदे
उल्हासनगर : उल्हासनगर मनपा क्षेत्र में एक और विवादित बांधकाम जिसको स्थानीय प्रभाग बीट मुकादम ने कई बार बंद करवाया, बावजूद इसके ठेकेदार अपना दम दिखा कर रहा है अवैध निर्माण, मनपा नियम और कानून की ठेकेदार सरेआम उड़ा रहे हैं धज्जियाँ।
उल्हासनगर महानगरपालिका क्षेत्र अवैध निर्माणों के लिए जाना जाता है। यहाँ 855 अवैध इमारतों को तोड़ने का आदेश मुंबई उच्च न्यायालय ने दिया था। जिसको महाराष्ट्र सरकार ने अध्यादेश लाकर बचा लिया था। उन इमारतों में से कई इमारतें अब गिर चुकी हैं या गिरायी जा रही हैं। अपने आप गिरी इमारतों ने कई जिंदगियों की कुर्बानिया भी ले चुकी है। फिर भी उल्हासनगर मनपा क्षेत्र के अवैध निर्माणकर्ता और अधिकारी कर्मचारी सुधरने को तैयार नहीं हैं। और क्यों सुधरेंगे जब अवैध निर्माण मनपा अधिकारियों के लिए सोने का अंडा देनी वाली मुर्गी, जो बन गयी है। यही कारण है कि यहाँ अवैध निर्माण रुकने का नाम नहीं ले रहा है। अब एक और अवैध निर्माण की चर्चा जोरों पर है जो प्रभाग समिति-१, पैनल-२, बैरेक नंबर २१४ वीर भवन के सामने भगत कन्हैयालाल मंदिर के पीछे वेवस चौक, उल्हासनगर-२, में जारी है। सूत्र बताते हैं कि यहाँ उल्हासनगर के बड़े इंवेस्टर मनोज रामनानी का लगभग १० हजार फुट का आरसीसी बांधकाम चल रहा है। जगह पर सिर्फ प्लान पास का बोर्ड लगाया गया है न कि उल्हासनगर महानगरपालिका द्वारा कोई प्लान पास करवाया गया है। जमीन का कुछ हिस्सा सरकारी और विवादास्पद है।
इसे कहते है असली दमदार ठेकेदार, अवैध निर्माण करो तो ऐसे करो नही तो करो ही मत। सरकारी लाईट के पोल को ही बांधकाम के अंदर पिरो दिया लाईट के खंभे को हटाने कि जरूर ही नही वाह भाई मान गए इस ठेकेदार को इस ठेकेदार का गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज होना चाहिए। जरा देखिए तो गणेश शिंपी को दिए गए रुपयों की ताकत, आज बिजली का खंभा हड़पा अब सड़क की बारी है। अगर आपको भी अवैध निर्माण कराना है तो ऐसा ही ताकतवर ठेकेदार चुनिए। पता है पैनल नंबर ६ राम मालिश वाले के बाजु में बाबा मंगलाराम चौक खेमानी उल्हासनगर २,
प्रभाग समिति २, अंतर्गत पैनल नंबर-8, पप्पू सोसायटी के सामने ठेकेदार श्याम पंजवानी द्वारा सरकारी शौचालय की जगह हड़पकर, जगह का सनद निकालकर नगर रचनाकार से प्लान पास कर के आरसीसी बांधकाम शुरू किया है। इस जगह पर पहले सरकारी शौचालय था उसके बाद मनपा ने तोड़कर वहां छोटा गार्डन बनाया। फिर गार्डन तोडकर रास्ता चौड़ा किया। जिससे गाडी आने जाने में आसानी हो,अब इस जगह पर ठेकेदार श्याम पंजवानी द्वारा सरकारी जगह हड़पकर बिल्डिंग बनाने का कार्य किया जा रहा है। ठेकेदार द्वारा रास्ता व सरकारी जगह ना छोड़े जाने से आस-पास के लोगों में काफी नाराजगी है जिसके चलते स्थानीय लोगों ने मामले कि शिकायत ऊपर तक कि है। कृपया मनपा प्रशासक अजीजशेख मामले को गंभीरता से लें और सरकारी जगह हड़पने वालों पर कार्रवाई करें। इस इमारत में बुकिंग करने से पहले पुरी जानकारी मनपा से लेकर ही करें।
फिर भी उल्हासनगर मनपा आयुक्त अजीजशेख उपायुक्त जमीर लेंगरेकर व फर्जी नोडल अधिकारी गणेश शिंपी इन अवैधनिर्माणों को रोकने व तोड़ने में असहज नजर आ रहे हैं। क्यों न हों इनके काले कारनामों से शहर के सभी प्रबुद्ध लोग परिचित हैं। फिर भी हम उम्मीद करते हैं कि उनकी मर चुकी आत्मा शायद अब जागृत होगी और अब से सुधरेंगे और चल रहे इन अवैध आरसीसी निर्माण की पुरी जांच-पड़ताल कर सख्त कार्यवाही कर, आसपास के रहवासियों के साथ ही नहीं अपने-अपने पदों की गरिमा को भी न्याय देंगे ऐसी आशा तो जनता कर ही सकती है। बाकी ईश्वर के न्याय पर छोड़ना हमारी मजबूरी है। क्योंकि नेता और अधिकारी ताकतवर हैं और जनता असहाय।
1 टिप्पणियाँ
उल्हासनगर का और भ्रष्टाचार का चोली दामन का साथ है।
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