उल्हासनगर: उल्हासनगर महानगरपालिका अंतर्गत आने वाले सभी चारों प्रभाग समिति में छतलानी नामक ठेकेदार का अनाधिकृत व अवैध बाधंकाम चल रहा है, महानपालिका के आयुक्त अजीज शेख, अतिरिक्त आयुक्त जमीर लेंगरेकर और अवैध निर्माण को बढ़ावा देने वाले गणेश शिंपी चंद रुपयों की खातिर अपना ईमान धरम बेचकर दे रहे हैं समर्थन !
छतलानी वह इन्सान है जो दो नंबर का कोई ऐसा काम नहीं जों न करता हो जैसे पन्नी कारखानेदारों से रुपये लेकर मनपा अधिकारियों और कुछ कथित पत्रकारों, समाजसवकों व नेताओं को हर महीने हफ्ता बांटना हो या फिर अवैध पन्नी विक्रेताओं को बचाया जाना हो। वैसे तो ज्यादातर पन्नी कारखाने इनके अपने ही संगे संबंधियों के ही हैं। महापालिका के हर अधिकारी कों पता है पन्नी कारखाने कहाँ चल रहे हैं। परन्तु हर महीने मिलने वाले चंद रुपयों की लालच में कार्रवाई नहीं करते, शहर के ही नहीं सारे देश के पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने का श्रेय लेते हैं। पन्नी कारखानों की शिकायतें होती रहती हैं परंतु आयुक्त अजिजशेख़, अतिरिक्त आयुक्त ज़मीर लेंगरेकर व आरोग्य अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं देते, हफ्ता जो मिलता है! इन अवैध निर्माणों और पन्नी कारखानों की शिकायत ठाणे जिला अधिकारी तक भी पहुंचती है परंतु वे भी ध्यान नहीं देते क्या उन तक भी हफ्ता पहुंच रहा है?
महापालिका आयुक्त अजिजशेख़ को आईएएस का दर्जा देकर, पदोन्नति कर उनका दो वर्षों के लिए कार्यकाल बढ़ाया जा रहा है। परंतु उनके आचरण पर नजर क्यों नहीं डाला जा रहा है? उल्हासनगर महापालिका आयुक्त अजिजशेख़ के कार्यकाल में दर्जनों घोटाले हुए आज भी सैकड़ों अवैध निर्माण जारी है, इसके बावजूद उनको पदोन्नति देना और सेवा काल बढ़ाये जाने का निर्णय करना जनता के साथ कहाँ का न्याय है? पैनले नंबर ११ मदालसा अपार्टमेंट राधाबाई किसनानी चौंक पर चल रहा है, अनाधिकृत बाधंकाम उस पर तोड़क कार्रवाई कब होगी? ठेकेदार दीपक छतलानी पर एमआरटीपी दाखिल कब होगी? सरकार में बैठे मंत्री उल्हासनगर से विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयारी कर रहे नेता बतायें, वर्ना फिर न कहना चुनाव में हमको क्यों हरा दिया! इसी वर्ष के अंतिम चंद महीनों में विधानसभा चुनाव आ रहा है। उल्लेखनीय है कि सांसद श्रीकांत शिंदे को पांच लाख की लीड दिलाने का दम भरने वाले एक दूसरे पर इल्ज़ाम लगाते घूम रहे हैं कि तुमने काम नहीं किया? तो क्या उन्हीं के भरोसे पांच लाख की लीड दिलाई जा रही थी। क्या तुम्हारे कहने पर मतदान नहीं होता? अगर ऐसा ही भ्रष्टाचार चलता रहा तो फिर इल्ज़ाम लगाना ही हाथ आयेगा, यह अग्निपर्व का वादा है।
2 टिप्पणियाँ
दोषी अधिकारियों पर सख्त कारवाई होनी चाहिए।
जवाब देंहटाएंअवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया जाए एवं ठीकेदार पर सख्त कारवाई किया जाए साथ ही साथ हर्जाना वसूल किया जाना चाहिए।
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