ब्लूबेरी नामक लाजिंग बोर्डिंग पर छापा, पड़ा एसीपी के रीडर को पड़ा भारी, डीसीपी के कलेक्टर योगेश शिंदे ने की शिकायत एसीपी के रीडर गये हटाये !!
DCPऔर Sr.PI दोनों के लिए शिंदे करता है वसूली कब होगी पैदा सुषमा अंधारे ठाणे में?
कल्याण अंबरनाथ रोड पार्वती प्लाजा
उल्हासनगर: ब्लूबेरी लाजिंग बोर्डिंग पर पड़ा छापा वहाँ वेश्यावृत्ति करते पकड़ी गई कई महिलायें, छापा मारने से योगेश शिंदे ने किया था मना, परंतु सहायक आयुक्त अमोल कोली के रीडर ने बात नहीं मानी, हटाया गया एसीपी का रीडर !
सुषमा अंधारे
बतादें उल्हासनगर परिमंडल चार अवैध कारोबारियों से भरा पड़ा है। यहाँ मटका जुआ, क्रिकेट बुकी, अवैध डांसबार, वेश्यावृत्ति करवाने वाले लाजिंग बोर्डिंग के अलावा न जाने और कितने अवैध धंधो से भरा पड़ा है। अवैध व गैरकानूनी धंधो से वसूली करने के लिए पुलिस उपायुक्त डा. सुधाकर पाठारे ने योगेश शिंदे, गणेश वाघमुड़े को वसूली पर लगा रखा है।परंतु इनमें योगेश शिंदे सबसे प्यारा भरोसेमंद वसूलीबाज (कलेक्टर) है। जो मध्यवर्ती पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक व उपायुक्त दोनों की वसूली फिल्मी दुनिया के जीतेंद्र की तरह सर से पैर तक सफेद रंग की पोशाक पहनकर एक मंहगी कार से बड़े ही स्टाइल में करता है वसूली। अग्निपर्व टाइम्स ने ठाणे जिले के कई पुलिस स्टेशनों के कलेक्टरों की तस्वीर नाम के साथ उजागर करता रहा है। परंतु अब तक ठाणे को सुषमा आंधारे जैसी नेत्री या नेता नहीं मिला जो पूना की तरह कलेक्टरों के नाम उजागर कर पुलिस प्रशासन की चूलें हिला दे।
उल्हासनगर शहर को अमोल कोली के रूप में एक कर्तव्य परायण सहायक पुलिस आयुक्त मिला है, पर उनके हाथ डीसीपी ने बांध रखे हैं।सूत्रों की मानें तो कोली को खबर लगी कि उल्हासनगर कैम्प-3 स्थित ब्लूबेरी लाजिंग बोर्डिंग में वेश्या व्यवसाय चलाया जा रहा है।उन्होंने अपने रीडर को छापा मारने का आदेश दिया।छापा पड़ने वाला है यह खबर उपायुक्त और मध्यवर्ती पुलिस स्टेशन कलेक्टर योगेश शिंदे को लगी तो उसने एसीपी के रीडर को छापा मारने से मना किया और कहा हर महीने तुमको भी हफ्ता पहुंचाने के लिए कहता हूँ, रीडर नहीं माना और छापे की कार्यवाही कर दी जिसकी शिकायत कलेक्टर शिंदे ने अपने आका पुलिस उपायुक्त डा.सुधाकर पाठारे से कर दी और पाठारे ने एसीपी को खरी खोटी सुनाते हुए उनका रीडर ही हटा लिया और कहा तुमको रीडर रखने का अधिकार ही नहीं है, इस तरह से कार्य कर रहे हैं परिमंडल चार पुलिस उपायुक्त पाठारे, दर्जनों बार पाठारे साहब की पोल खोल चुका है अग्निपर्व टाइम्स फिर भी इनकी जांच नहीं होती न जाने क्यों मेहरबान हैं पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री। अब देखना होगा कि इस खबर के बाद पूना में हुई कार्यवाही को उल्हासनगर में दोहराया जाता है या फिर जनता हमेशा की तरह लुटती पिटती रहती है और अधिकारी नेता मलाई खाकर पेट पर हाथ फेर मजे करते रहते हैं।
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