उल्हासनगर: उल्हासनगर महापालिका अधिकारीयों और नेताओं की कमाई का जरिया बना अवैधनिर्माण, यही कारण है कि शहर में हर दिन हर समय अवैध निर्माण जारी रहते हैं और सोसल मिडिया में उनकी चर्चा जारी रहती है पर इससे बे#शर्म आयुक्त अजीज शेख पर कोई असर नहीं पड़ता और नगर विकास विभाग के कानों पर जूं तक नहीं रेंगती !
कुछ बोगस ठेकेदार जो नेताओं और मनपा का डर दिखाकर पांच से छह गुना दामों पर अवैध निर्माण करने का ठेका लेते हैं। और घटिया किस्म के मटेरियल से जल्दी-जल्दी निर्माण कर जनता को दो तरह से ठगते और लूटते हैं, पहले जो डेवलपमेंट चार्ज मनपा की तिजोरी में जाना चाहिए वह भ्रष्ट नेताओं और प्रशासन की जेब में काली कमाई के रुप में पहुंच जाता है। जिससे हर बार मनपा बजट में घाटा दिखाकर टैक्सों में बढ़ोतरी कर देती है। दूसरा बांधकाम नियमित न होने से कमजोर हो जाता है। और हर समय अवैध होने की तलवार सर पर लटकती रहती है। इस तरह शहर की जनता दोनों तरफ से ठगी लूटी जाती है। फायदा सिर्फ मनपा में बैठे भ्रष्ट अधिकारियों और कथित नेताओं का होता है। सोसल मिडिया पर इसी तरह के अवैध निर्माणों की खबर हर दिन चलती रहती है। परंतु कोई इस ओर ध्यान देने के लिए तैयार नहीं है। ऐसी ही एक खबर हमारे सामने आई है जहाँ, झोला छाप ठेकेदार बगैर प्लान व अनुमति के आर.सी.सी. पद्धति से पंजाबी कॉलोनी चौक के पास, शास्त्री नगर, बॅरेक नं. - 734, शॉप नं-3 के बगल, कृष्णा पैलेस की दीवारों से सटकर बनाया जा रहा है जो पहले से ही कमजोर हैं। यह निर्माण पूर्व गरसेवक महेश सुखरामानी का नाम लेकर राजेश अमरनानी नामक बोगस ठेकेदार कर रहा है। देखना है की उल्हासनगर महानगरपालिका प्रशासक अजीज शेख, उपायुक्त जमीर लेंगरेकर, अतिरिक्त आयुक्त व नगर रचनाकार इस अवैध निर्माण पर रोक लगाकर जमींदोज कर अवैध निर्माणकर्ता के खिलाफ एमआरटीपी के तहत मामला दर्ज करते हैं। या फिर अपनी आंखों पर नोटों की पट्टी बांधे वातानुकूलित कार्यालय में गांधारी की तरह बैठे रहते हैं।
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