उल्हासनगर के श्रीराम चौक पर अश्लीलता परोसने वाले 100 डेज व एंजल में 'छमछम' पुलिस नहीं करती कार्यवाही? मिलता है हर महीने हफ्ता! नियमों का उल्लंघन कर ठाणे जिले में आरकेस्ट्रा के नाम पर चल रहे हैं डांसबार, उड़ाए जाते हैं कड़े कड़े नोट।
उल्हासनगर : राज्य में डान्स बारपर बंदी होने के बावजूद नियमों का उल्लंघन कर चलाया जा रहा है डांसबार। गाहे-बगाहे दबाव में पुलिस करती है कार्रवाई! नियमों का उल्लंघन कर आधे-अधूरे कपड़ों में तेज आवाज संगीत पर बारबालाओं द्वारा अश्लील कृत्य करते हुए पाया गया है। फिर भी हर महीने हफ्ता लेकर स्थानीय पुलिस चलवा रही है डांसबार।
चल रहे इस कुकृत्य पर अंकुश लगाने की जिम्मेदारी पुलिस की होती है। परंतु जब पुलिस अधिकारी पुलिस उपायुक्त डा.सुधाकर पाठारे जैसा हो जिन्होंने डायरेक्ट वसूली करने के लिए तीन बंदे तैनात किए हों तो उनसे डांसबारों पर उचित कार्रवाई की अपेक्षा कैसे की जा सकती है? अभी कुछ ही दिन बीते हैं कि 100 डेज नामक डांसबार में विडियो निकालने को लेकर मारपीट हुई थी, जिसमें दो युवक घायल हुए थे। पुलिस अधिकारी कहते हैं पुलिस स्टेशन सार्वजनिक जगह है वहाँ विडियोग्राफी की जा सकती है। परंतु आरकेस्ट्रा के नाम पर धड़ल्ले से चल रहे डांसबारों में विडियो निकालना वर्जित है, अगर विडियो निकाला तो पिटाई होगी और पुलिस मामला भी दर्ज नहीं करेगी!
किसी से छिपा नहीं है कि सभी अवैध डांसबार पुलिस के आशीर्वाद से चल रहे हैं और अश्लील कृत्य खुलेआम चलने का आरोप नागरिक लगा रहे हैं। कार्यवाही तो पुलिस को ही करना है, वह तो हो नहीं सकती, क्योंकि पुलिस सिपाही से अधिकारी तक हर महीने तंय रकम हफ्ते के रूप में लेते हैं। कानूनों का पालन पुलिस प्रशासन को ही कराना होता है। जब वही रुपए लेकर आंखें मूंद लेगें तो कानून का पालन कौन करायेगा? यही कारण है कि ठाणे पुलिस आयुक्तालय क्षेत्र के ठाणे, भिवंडी, कल्याण व उल्हासनगर मिलाकर सैकड़ों डांसबार चल रहे हैं। करोड़ों रुपये पुलिस को हफ्ते के रुप में पहुंच रहा है। उल्हासनगर के विठ्ठलवाड़ी पुलिस थाने अंतर्गत श्रीराम चौक पर एप्पल, एंजल व 100 डांसबार में नौकरनामें से ज्यादा 35 से 40 वयस्क, अवयस्क लड़कियां आधे-अधूरे कपड़े पहनकर ग्राहकों के अंग से अंग सटाकर नाचती हैं और भारतीय मुद्रा का अपमान करते हुए ग्राहक रुपये उड़ाते हैं।जबसे ठाणे पुलिस आयुक्त पद पर आशुतोष डुम्बरे पदस्थ हुए हैं, तबसे अवैध लाटरी व जुआघरों में बहुत कमी आई है परंतु डांसबारों को रोकने में वह भी नाकाम साबित हुए हैं। अब देखना होगा कि खबर के बाद कोई ठोस व कठोर कार्रवाई होती है या फिर इसी तरह सबकुछ चलता रहता है।
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