ताजा ख़बर

6/recent/ticker-posts

उल्हासनगर महिला उप शहर संगठक मनीषा राजपूत अट्रासिटि का मामला दर्ज पहुंचीं जेल।

शिवसेना शिंदे गुट महिला उप शहर संगठक मनीषा राजपूत पर अट्रासिटि के तहत मामला दर्ज, पहुंची आधारवाड़ी जेल !
उल्हासनगर: उल्हासनगर कैम्प-3,राधे राधे अपार्टमेंट रहवासी राधा बाई गायकवाड़ को महार जाती, घर से बदबू आती है। ऐसे लोग इस इमारत में रहने लायक नहीं हैं बोलकर अपमानित कर घर खाली कराने वाली शिवसेना महिला उपशहर संगठक मनीषा राजपूत पर आखिर हुआ अट्रासिटि के तहत मामला दर्ज,पहुंची आधारवाड़ी जेल। शिवसेनानेता व उल्हासनगर के सर्वेसर्वा राजेंद्र चौधरी की बाम ...अंगी बोलने का भी फायदा ज्यादा दिन नहीं मिला।
उल्हासनगर, कल्याण या फिर पूरे ठाणे जिले में शिंदे गुट शिवसेना के लोग सत्ता का फायदा उठाकर, पुलिस को अपने कब्जे में कर मकान खाली कराने, खाली पड़े घर, जमीन कब्जा करने व भवन निर्माताओं द्वारा खरीदी गई जमीन पर अपना फलक लगाकर कब्जा कर ब्लैक मेल कर रुपये उगाही करने का कारोबार जोर शोर से जारी है। लोगों के कहे अनुसार राधे-राधे इमारत को खाली कराने के लिए ही महिला उपशहर संगठक मनीषा राजपूत ने इमारत के सभी रहवासियों को राजेंद्र चौधरी की एकदम खास बोलकर परेशान कर रखा था। नमक से नमक नहीं खाया जा सकता यह सभी जानते हैं। यही कारण है कि राधाबाई गायकवाड़ ने भी अपना पूरा जोर लगा दिया। और उस जोर के आगे राजेंद्र चौधरी और श्रीकांत शिंदे की एक न चली, पुलिस ने बीते शनिवार की देर रात अट्रासिटि के तहत मामला दर्ज कर मनीषा राजपूत को आधारवाड़ी जेल भेज दिया। बतादें इसी तरह पुलिस को अपने पक्ष में कर तुर्भे के एक भवननिर्माता की जमीन कल्याण पूर्व शिवसेना प्रमुख महेश गायकवाड़ ने कब्जा कर लिया था और वापस करने की एवज में 25 करोड़ रुपए मांग रहे थे, बाद में न्यायालय के आदेश पर जबरी वसूली का मामला महेश गायकवाड़ पर दर्ज हुआ और वे जेल गये अब जमानत पर बाहर हैं। इसी तरह कल्याण पूर्व के विधायक गणपत गायकवाड़ को जमीन के ही मामले में महेश गायकवाड़ ने इतना हैरान परेशान कर दिया था कि पुलिसस्टेशन में अपने बेटे को पिटता देख अपनी लायसेंसी बंदूक से महेश गायकवाड़ पर गोली चलानी पड़ी। महेश गायकवाड़ तो बच गये और घर आ गये परंतु गणपत गायकवाड़ अब तक जेल में और सुपुत्र फरार पत्नी सारा कारोबार देख रही है। 

वैसे पूर्ण शिवसेना के दौर में भी सार्वजनिक बांधकाम विभाग मंत्री रहते हुए एकनाथ शिंदे ने ठाणे जिले को भ्रष्टाचार की आग में झोंक रखा था, मुख्यमंत्री बनने के बाद तो और चल निकली। अजित दादा पवार जब तक भाजपा की झोली में नहीं आये थे तब तक महाराष्ट्र भाजपा व देवेन्द्र फडणविस भी शिंदे पिता पुत्र से मजबूर थे लेकिन अब शिवसेना के गुंडों की नकेल कसी जा रही है। शिंदे गुट के अतताइओं के अत्याचार पर पुलिस नकेल कस रही है।अब तक दर्जन भर के करीब पदाधिकारी जेल व हवालात की यात्रा कर चुके हैं देखिये और कितने पहुंचते हैं? इतने के बाद भी श्रीकान्त शिंदे को उम्मीद है कि कल्याण लोकसभा से जनता सबकुछ भूलकर उनके पक्ष में मतदान करेगी और वे जीतेंगे। फिर पांच वर्षों तक ठाणे जिले में भ्रष्टाचार और गुंडागर्दी का बोलबाला रहेगा। अब जनता मतदान करेगी या नहीं यह तो वक्त ही बतायेगा? अभी तक टिकट के ही लाले पड़े हैं। उल्हासनगर शहर में गुंडों की पार्टी कही जाने वाली टीओके का द्वार चूम रहे हैं और उम्रकैद की सजा भोग कर आये पप्पू कालानी और उनके गुर्गों से समर्थन का आश्वासन ले रहे हैं। 

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ