एसपी सोमनाथ घार्गे
अपटा संवाददाता
खालापुर/रसायनी : खालापुर व रसायनी पुलिस स्टेशन की हद में विलास पाटिल और राकेश देशपांडे, दांडफाटा रसायनी रोड पर रिसवाड़ी में अयुब गैरेज के साथ ही रिलायंस पार्किंग के नजदीक भोलेनाथ व रिशब ढाबों पर कंटेनरों के सील तोड़कर करता है सरिया, आयल व केमिकल की चोरी, खालापुर व रसायनी पुलिस स्टेशनों के निरीक्षक लेते हैं हफ्ता?
विलास भांशवडे पाटिल
अग्निपर्व टाईम्स ने कंटेनरों के सील तोड़कर, कंपनियों से गंतव्य की ओर निकले ट्रकों और कंटेनरों से हो रही चोरी के खिलाफ अभियान छेड़ा हुआ है। हम शाहपुर, कल्याण, ठाणे, मुंबई, नाशिक नयी मुंबई और पालघर में हो रही चोरी के बारे में लिखते रहे हैं। यह और बात है कि कुछ अधिकारी सिर्फ हफ्ता वसूली के लिए ही पदों पर बैठे हैं उन्हें अपनी इज्जत और देश से प्यार नहीं है। शायद यही कारण है कि वे लोग कार्यवाही कर ऐसे अवैध धंधे बंद नहीं करवाते हैं। परंतु कुछ अधिकारियों को इसकी खबर नहीं होती इसलिए ऐसे अवैध धंधे स्थानीय पुलिस की मदद से ही फलते-फूलते रहते हैं।
इसी तरह के अवैध कारोबार की खबर हमें फिर से मिली है, यह अवैध कारोबार रायगढ़ पुलिस आयुक्तालय क्षेत्र के खालापुर व रसायनी पुलिस स्टेशन की हद में चल रहा है। हमारे समाचारपत्र ने जहाँ तक जांच-पड़ताल की है ऐसे अवैध धंधे बिना स्थानीय पुलिस प्रशासन की सांठगांठ व अनुमति के नहीं शुरू होते हैं। इसलिए कहना की पुलिस अनभिज्ञ है,पुलिस को बचाने जैसा होगा। खालापुर/रसायनी पुलिस स्टेशन की हद में दांड फाटा आयुब गैरेज पर व रिलायंस पार्किंग के नजदीक भोलेनाथ व रिशब ढाबों पर रात के अंधेरे में ट्रकों व कंटेनरों के सील तोड़कर सरिया आयल, केमिकल की चोरी सरेआम होती है। यहाँ यह जानना जरूरी है, कि विलास पाटिल चोर ही नहीं तस्कर भी है। जो अभी कुछ ही दिनों पूर्व महाराष्ट्र में प्रतिबंधित विमल गुटखा तस्करी मामले में पकड़ा गया था और अब जमानत पर छूटते ही कंटेनरों के सील तोड़कर सरिया आयल की चोरी शुरू कर दी है। परंतु क्या कहें देश के कानून को जो पूरी तरह से पुलिस के भरोसे ही चलता है या युं कहें की न्यायालय की आंख कान और हाथ पुलिस ही होती है। जिसको चाहे फंसा दे, जिसको चाहे उसको बचा दें, यही कारण है कि पुलिस से सांठगांठ कर ऐसे चोर अपना मुकदमा कमजोर करवाकर जमानत ले लेते हैं। और जमानत पर बाहर आते ही फिर से अपने अवैध धंधों में लग जाते हैं। अब देखना होगा कि इस खबर के बाद रायगढ़ एसपी सोमनाथ घार्गे और खालापुर के साथ ही रसायनी पुलिस स्टेशनों के वरिष्ठ निरीक्षक जागरूक होते हैं या फिर बिल्लियों की तरह आंखें बंद कर मलाई खाते रहते हैं, यह मानते हुए की कोई हमें देख नहीं रहा है और चोरी जारी रहती है।
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