पदक लेते हुए अशोक भगत
अपटा संवाददाता
अंबरनाथ: शिकायती पत्र मिलने पर जांच करने पहुंचे शिवाजीनगर पुलिस थाने के वरिष्ठ निरीक्षक अशोक भगत और उनके साथियों ने पूछताछ के दौरान महिला से गाली गलोच करते हुए थप्पड़ों और मुक्कों से मारा, धक्का देकर गिरा दिया। छाती पे हाथ लगाते हुए ब्लाउज फाड़कर विनयभंग किया और कहा किसी से शिकायत की तो जान से मार दूंगा, महिला कुरियर द्वारा पत्र देकर अज्ञात हो गई!
परिमंडल चार उपायुक्त डा.सुधाकर पाठारे
अंबरनाथ पूर्व की रहवासी श्रीमती मीना केतलानी ने अप्रैल 24, 2024 को पुलिस आयुक्त आशुतोष डुंबरे को पत्र लिखकर जताया है कि अंबरनाथ शिवाजीनगर पुलिसस्टेशन में उनके खिलाफ एक शिकायती पत्र आया था, जिसे लेकर जांच करने वरिष्ठ निरीक्षक अशोक भगत व उनके मातहत कुछ पुलिसकर्मी महिला के घर पहूंचे, उस समय मीना घरपर अकेली थी। जांच के दौरान पूछे गये सवालों का जवाब पुलिस वालों के मन मुताबिक न दिए जानेपर, वरिष्ठ निरीक्षक अशोक भगत व साथ आये पुलिसकर्मी नाराज हो गए और गाली बकना शुरू कर दिया विरोध करने पर महिला को थप्पड़ और मुक्कों से मारा, धक्का देकर जमीन पर पटक दिया। शरीर के विविध अंगो को छुआ और गुप्तांग पर लात मारकर बुरी तरह जख्मी कर दिया। और छाती जोर से दबाई जब महिला जोर-जोर से चिल्लाने लगी तो उसकी साड़ी उतारकर फेंक दिया। और साथ आये पुलिसकर्मियों ने महिला को पकड़ा और भगत ने ब्लाउज फाड़कर बेआबरू कर विनयभंग किया और कहा कि "अब मैं जो जवाब दफ्तर में दाखिल करूंगा वही तुम्हारा स्टेटमेंट होगा। कहना मैंने मर्जी से लिखवाया है" और दो लाख पचहत्तर हजार रोकड़ा और तीन लाख दस हजार रुपये मुल्य का चार तोले सोने का मंगलसूत्र लेकर निकल लिए और जाते-जाते धमकी दी, गहने और रुपये के बारे में किसीको कुछ बताया तो जान से मारकर तेरे टुकड़े कर जंगल में फेंक दूंगा। साथ लाये सौ रूपये के ३ कोरे स्टैंप पेपर और दो कोरे कागज़ पर जबरन हस्ताक्षर करवाने के साथ ही रु.२,७५,००० (दो लाख पचहत्तर हजार) कैस और उसके गले में पहना हुआ ४ तोले सोने का मंगलसूत्र भी ले गये जिसकी किमत रु.३,१००००(तीन लाख दस हजार) आंकी जा रही है। पीड़ित महिला ने पत्र लिखकर मांग की है कि भ्रष्ट पुलिस अधिकारी अशोक भगत और साथ आये सहकर्मियों पर अपराधिक मामला दर्ज कर सबको हिसारत में लेकर पूछताछ की जाए और तत्परता से मुवत्तल किया जाय। शिकायत पत्र कुरियर द्वारा पुलिस आयुक्त को भेजा गया है। पत्र कुरियर कार्यालय तक पहूंचाने के बाद, महिला किसी अनजान जगह परिवार सहित छुपकर रहने चली गई है। पत्र की एक प्रति अग्निपर्व टाइम्स को भी दे गयी है।
अंबरनाथ पूर्व शिवाजी नगर पुलिसस्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक अशोकभगत को उपायुक्त डा.सुधाकर पाठारे ने लूट की खुली छूट दे रखी है शायद उनका भी हिस्सा होता होगा? इसी तरह के लूट का एक मामला पहले भी अग्निपर्व टाइम्स उजागर कर चुका है। जिसमें 90 ग्राम एमडी ड्रग के साथ पेडलर को पकड़ा गया और लेन देन कर छोड़ दिया गया। उसकी जांच चल ही रही थी तब तक लूटपाट के साथ महिला के ईज्जत से खिलवाड़ का भी मामला सामने आ गया। आखिर भ्रष्ट डा.सुधाकर पाठारे और अशोक भगत को कौन बचा रहा है। मजे की बात तो यह है कि अशोक भगत राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया जा चुका है। अब विचारणीय है कि कैसे कैसे लोगों का नाम राष्ट्रपति पदक के लिए भेजा जाता है। क्या राष्ट्रपति पदक भी रुपये देकर खरीदा जा सकता है अब तो यह ख्याल भी मन में आने लगा है। ऐसे भ्रष्ट पुलिसकर्मियों पर न्यायालय भी संज्ञान नहीं लेता, आखिर जनता का वाली कौन? लुटी पिटी जनता जाय तो कहाँ और किसके पास जाय। यह एक सवाल बनकर रह गया है। मुख्यमंत्री और गृहमंत्री जनहितार्थ काम कब करेंगे? या फिर सिर्फ जनहित की बातें ही करते रहेंगे?
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