महेश गायकवाड. राहुल पाटिल
कमलेश विद्रोही
जबरी वसूली के लिए खुले छोड़े गये शिंदे गुट के पदाधिकारियों पर अब भाजपा लगाम कसने पर जुटी है। जिसका नतीजा है कि कल्याण पूर्व के पूर्व नगर सेवक व आज के शहर प्रमुख महेश गायकवाड़ पर महिने भर में दर्ज हुए जबरी वसूली के दो मामले साथ ही उनके समर्थक राहुल पाटिल पर बैलगाडी रेस के बाद उधम मचाने व अश्लील इशारे करने पर पनवेल पुलिस ने दर्ज किया मामला और न्यायालय से मिली दो दिन की पुलिस कोठरी और जमानत।
लाल घेरे में सुरजीत पंजाबी
कल्याण (पूर्व) के शिवसेना (शिंदे गुट) के शहर प्रमुख महेश गायकवाड़ हाल ही मे खासा चर्चे मे आ गये थे। जब पुलिस स्टेशन में उनपर कल्याण पूर्व विधायक गणपत गायकवाड़ ने फायरिंग कर दी थी। बतादें कि जमीन के वाद-विवाद को लेकर ही भाजपा विधायक गणपत गायकवाड़ व शहर प्रमुख महेश गायकवाड़ के बीच दुश्मनी इस कदर बढ़ी की हिललाइन पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक अनिल जगताप के केबिन मे ही विधायक गणपत गायकवाड़ ने आपा खो दिया और एक के बाद एक छह गोलियां महेश गायकवाड़ और राहुल पाटिल पर दाग दी, फायरिंग में घायल महेश गायकवाड़ और राहुल पाटिल को पहले मीरा हास्पिटल ले जाया गया और फिर दोनो को थाने के ज्युपिटर हास्पिटल मे स्थानांतरित कर दिया गया। विधायक गणपत गायकवाड़ जेल चले गये और अब उनकी पत्नी सुलभा गायकवाड़ समजसेवा मे बखूबी उनकी जगह संभाल रही है। उपचारोपरान्त महेश जब कल्याण आने वाले थे तब उनके चहेतो ने पूरे शहर में टायगर इज बैक का बड़ा-बड़ा बैनर लगाकर उनका जंगी स्वागत किया था।
फायरिंग में घायल राहुल पाटिल अस्पताल से बाहर आते ही धमा चौकड़ी मचाने लगा। बताया जाता है की चार दिन पहले बैल गाडी रेस मे राहुल पाटिल ने अपने बैल माथुर को उतारा था। माथुर के पराजित होने पर राहुल के समर्थक व हत्या के प्रयास मामले में वांछित युवासेना अधिकारी सुरजीत पंजाबी चिढ़ गये और विजयी टीम के बैल गाडी मालिक सहित उसके समर्थको पर पुलिस के सामने ही पत्थर बाजी व अश्लील इशारे करने लगे। जिसका वीडियो वायरल होते ही पनवेल पुलिस ने अपराधिक मामला दर्ज कर राहुल पाटिल को कैफरे ड्रेस मे ही उठा ले गयी। जहां दो दिनों तक राहुल को पुलिस हिरासत मे रखा गया, और दो दिन बाद जमानत पर छोड़ा गया।
महेश गायकवाड़ पर 5 करोड़ की जबरी वसूली का मामला दर्ज
नवी मुंबई के सीबीडी बेलापूर के बिल्डर एफ.एस.ग्रुप के मालिक साबुद्दीन बशर खान (58) ने 2019 में मलंग गढ़ स्थित कुशीवली गाव मे श्यामसुंदर पाटिल से 27 एकड़ जमीन खरीदी थी। जमीन खरीदी मे सभी नियमों का पालन करते हुए खान ने जमीन के सभी कागजात अपने नाम करवाने के साथ ही सर्वे करवाकर, अपने मालिकी का बोर्ड लगाया हुआ था। लेकिन 2023 अगस्त मे दादागिरी के दम पर महेश ने अपना बोर्ड लगा दिया और बोर्ड निकालकर कब्जा छोड़ने की एवज मे अगस्त से लेकर नवंबर तक कई बार बशर से महेश ने आधी जमीन या 5 करोड़ नगद की मांग रखा था, जिसकी शिकायत बशर ने पुलिस से किया था। बशर की शिकायत को अब जाकर हिल लाइन पुलिस ने अमलीय जामा पहनाते हुए विभिन्न धाराओं के तहत गायकवाड़ सहित यशवंत फूलोरे, रोहिदास फूलोरे, गणेश फूलोरे तथा शेवन्ति बाई फूलोरे के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
शिंदेसेना युवाअधिकारी सुरजीत पंजाबी फरार
10 दिन पूर्व सुबह 5 बजे के दरम्यान चिंकू सिंह लबाना नामक युवक जब अपने एक दोस्त के साथ घर जा रहा था तभी 6 लोगों की टीम ने चिंकू लबाना पर हथियारो से प्राण घातक हमला किया गया जिसमें चिंकू लबाना अधमरा हो गया था। दोस्तों ने उसको उल्हासनगर के मीरा अस्पताल में भर्ती कराया, समय पर उपचार मिलने से चिंकू बाल बाल बच गया। इस मामले में अब सुरजीत पंजाबी और उसके साथी सन्नी आचार्य का नाम सामने आया है। मिली जानकारी के मुताबिक एक महिना पहले राखी डांसबार में चिंकू के साथ सुरजीत व सन्नी आचार्य का झगड़ा हुआ था। इस झगड़े में चिंकू ने अपने साथियों के साथ मिलकर सुरजीत, सन्नी व अन्य से हाथापाई कर बार के बाहर खड़ी उनकी कारों का सीसा तोड़ दिया। मलाल दिल में रखकर सुरजीत व सन्नी ने चिंकू को सबक सिखाने के लिए कई दिनों तक रैकी की और अकेला मिलने पर बेरहमी से जानलेवा हमला कर दिया। बहरहाल सेंटर पुलिस मामले में एक नाबालिग को गिरफ्तार कर पाई है। अब मामले में सुरजीत पंजाबी का नाम उछलने से मामला गंभीर हो गया है।
कल्याण के दिग्गज विधायक गणपत गायकवाड़ द्वारा पुलिस स्टेशन में की गई फायरिंग के बाद भाजपा के लोगों में एक अजीब सी शांती थी। परंतु कल्याण - डोंबिवली के भाजपा नेताओं ने आपस में सलाह कर राज्य के गृहमंत्री देवेन्द्र फडणवीस से मुलाकात कर शिवसेना शिंदे गुट पदाधिकारियों की बढ़ती गुंडागर्दी से अवगत करा, मामले की गंभीरता को समझाते हुए भाजपा कार्यकर्ताओं में व्याप्त असंतोष से अवगत कराया। राज्य के गृहमंत्री ने पुलिस को सख्त ताकीद दिया, उसी का नतीजा है कि महिनों से लंबित मामलों को पुलिस ने संज्ञान में लेकर शिंदे गुट के नेताओं पर मामला दर्ज करना शुरू किया है। एकनाथ शिंदे के पालक मंत्री और बाद में मुख्यमंत्री बनते ही थाना जिले की नगरपालिका, महानगर पालिकाओं और पुलिस विभाग के साथ ही अन्य सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। अब देखना होगा कि भाजपा की सख्ती के बाद भ्रष्टाचार और गुंडागर्दी कम होती है या फिर जनता इसी तरह भुगतती रहती है।
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