उल्हासनगर : उल्हासनगर के कुख्यात माफिया डान व पूर्व विधायक पप्पू कालानी की मुश्किलें बढ़ी, सेशन कोर्ट से बरी हुए पप्पू कालानी व उनके छह सहयोगियों के खिलाफ महाराष्ट्र सरकार पहुंची मुंबई उच्च न्यायालय, सभी सातों को नोटिस हुई जारी, दो प्रतिवादी हुए हाजिर बाकियों ने पहली नोटिस से किया किनारा। विठ्ठलवाड़ी पुलिस के पास सभी अभियुक्तों को नोटिस पहुंचाने व हाजिर कराने की जिम्मेदारी।
फाईल फोटो
उल्हासनगर विधानसभा से विधायक रहे पूर्व विधायक पप्पू कालानी पर बठिजा बंधू कत्ल मुकदमे के साथ कई अन्य मुकदमे चल रहे थे, चल रहे मुकदमों के चलते महाराष्ट्र की कांग्रेस सरकार ने आतंकवाद विरोधी अधिनियम (टाडा) लगाकर उनको जेल भेज दिया गया था। करीब दस वर्ष तक जेल में रहकर कालानी बाहर आये ही थे कि इंदर बठिजा मामले में उनको उम्रकैद की सजा मिल गई और फिर जेल चले गए। इस बीच उनपर बाकी के मुकदमे चलते रहे और कई मुकदमों में वे बरी भी हो गए थे। उसी में से एक मुकदमा घनश्याम सुंदरदास बठिजा कत्ल का रहा जिसमें सेशन कोर्ट ने पप्पू कालानी और उनके सभी साथियों को बरी कर दिया था।परंतु मुकदमें में अतिरिक्त स्पेसल पब्लिक प्रोसिक्यूटर रही, अनीता कटारिया फैसले से असंतुष्ट थी। मुकदमा चलाने में क्या क्या चूक हुई,उसका ड्राफ्ट बनाकर उन्होंने महाराष्ट्र सरकार के सामने रखा जिसको मानते हुए सरकार मुकदमे को उच्च न्यायालय ले गई और अनीता कटारिया को ही सरकारी वकील भी मुकर्रर कर दिया है।
बतादें सन २०१८ में क्रिमिनल नोटिस क्रमांक २३८ के रुप में घनश्याम बठिजा मामले को मुंबई उच्च न्यायालय के समक्ष सरकार ने प्रस्तुत किया था, जिसको मानते हुए उच्च न्यायालय ने बरी हुए सभी सातों आरोपियों को समन भेजने की जिम्मेदारी उल्हासनगर के विठ्ठलवाड़ी पुलिस स्टेशन को सौंपी। विठ्ठलवाड़ी पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक अनिल पडवल ने सभी सातों आरोपियों को समन भेजा, जिनके नाम इस प्रकार हैं,आरोपी क्र.(१) पप्पू उर्फ सुरेश बुधरमल कालानी (२) नरेंद्र हेमनदास रामसिंघानी (३) मोहम्मद अरशाद ताहिर शेख (४) रिचर्ड रोबर्ट फर्नांडिस (५) बाबा उर्फ गमरियल हसन मोबेन (६) रामचंद्र सितलाप्रसाद पाण्डेय उर्फ बच्ची पाण्डे(७) श्यामकिशोर उर्फ किशोरभाई मुरलीधर गरगपती, इन सात आरोपियों मे से प्रतिवादी क्रमांक १ से ४ अपने पते पर मिले और उनको समन मिला जबकि प्रतिवादी क्रमांक ५,६ व ७ का पता समन ले गये पुलिसकर्मी को नहीं मिला ऐसा १७ फरवरी २०२४ के अपने पत्र में उच्च न्यायालय के समक्ष अपना पक्ष रखते हुए विठ्ठलवाड़ी पुलिस ने बताया। आरोपी क्रमांक ४ और ७ अपने वकील पसबोला के साथ मुंबई की उच्च न्यायालय में छह मार्च की तारीख पर उपस्थित हुए, जबकि बाकी के आरोपी अगले समन/वारंट का इंतजार कर रहे हैं या फिर अपनी तैयारी में जुटे थे। यह आनेवाली अगली तारीख १७ अप्रैल २०२४ को ही पता चल सकेगा। इस तरह पप्पू कालानी के जेल जाने का रास्ता फिर तैयार हो रहा है।
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