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जबरदस्ती कब्जा की गयी जमीन वापस मांगने पर फरसे से हमला कर मार डाला!!

   जमीन विवाद के चलते उतारा मौत के घाट, ग्रामीणों ने पुत्र को पकड़ा पिता फरार !! 

कोसांबी : उत्तरप्रदेश कोसांबी जिले के चायल तहसील के नेवादा ब्लाक के पिपराहाई गांव के रहवासी शत्रुधन उर्फ गफूल सिंह की नव विस्वा जमीन प्रमोद पाण्डेय ने जबरदस्ती कब्जाया, खाली करने को लेकर हुए विवाद में शत्रुधन के सिर पर फरसे से वार कर मार डाला।

प्रमोद पाण्डेय और शत्रुधन पिपराहाई गांव के रहवासी थे। पाण्डेय ने अपने पूर्वजों की सारी जमीन बेंच दी जिसके कारण अब वह भूमिहीन हो गया। शत्रुधन के नौ बिस्वा जमीन से सटकर एक बिस्वा बंजर जमीन पर प्रमोद ने कब्जा कर रखा था। किसी कारणवश कुछ समय के लिए शत्रुधन परिवार के साथ गांव से दूर अपनी बुआ के घर रहने चले गये, जिसका फायदा उठाकर पाण्डेय ने शत्रुधन की नौ बिस्वा जमीन बंजर जमीन में मिलाकर अपने कब्जे में कर लिया। शत्रुधन जब गांव लौटे तो अपनी जमीन खाली करने की मांग करने लगे, बात न बनती देख थाने में शिकायतों का दौर शुरू हुआ। तहसील में चले विवाद में शत्रुधन की जीत हो गई, फिर भी प्रमोद पाण्डेय जमीन देने को तैयार नहीं हुआ और बार-बार पुलिस थाने में शत्रुधन की ओर से शिकायत होती रही, लेकिन पुलिस व तहसील मामले को निपटाने में असमर्थ रही परिणामस्वरूप शत्रुधन सिंह का कत्ल हो गया।
    25 फरवरी 2024 की दोपहर बारह बजे के दौरान एक परिचित ने आकर शत्रुधनसिंह से कहा कि प्रमोद पाण्डेय ने तुम्हें बुलाया है। साजिश से बेखबर शत्रुधन निहत्था ही बातचीत के उद्देश्य से प्रमोद के पास पहुंचा, जबकि पिता पुत्र ने पहले से ही खेतों में फरसा छिपा रखा था। पहुंचते ही प्रमोद व पुत्र प्रदीप पाण्डेय ने फरसा निकालकर शत्रुधन पर हमला कर दिया। घायल की स्थिति भांपे बगैर ही पुलिस पहले तिल्हापुर मोड़ अस्पताल ले गई फिर मंझनपुर और वहाँ से भी जवाब मिलने के बाद प्रयागराज के स्वरूपरानी अस्पताल लेकर पहुंची, खून ज्यादा बह जाने और समय से सही इलाज न मिल पाने के कारण शत्रुधन सिंह की मौत हो गई। पुलिस की लापरवाही से नाराज परिवारजनों ने फैसला लिया है कि मृतक के शव को पिपरी थाने में रखकर दोषियों के गिरफ्तार होने के बाद ही शव का दाह संस्कार करेंगे। अब देखना होगा कि पुलिस और योगी सरकार क्या कार्यवाही करती है। 

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