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कई अपराधों में शामिल कैलाश को आखिर पुलिस कब करेगी हदपार?

    खड़कपाड़ा पुलिस और गुटखा विक्रेता ने दिव्यांग माता पुत्र का जीना किया मुहाल !! 

कल्याण :ठाणे आयुक्तालय के कल्याण खड़कपाड़ा पुलिस स्टेशन क्षेत्र का बंदरपाड़ा, खड़कपाड़ा पुलिस की अनदेखी के कारण बनता जा रहा है गुनाहगारों का अड्डा! गुटखा विक्रेता कैलाश हरिहर जयसवाल पुलिस से अपने अच्छे संबंधों का फायदा उठाकर दिव्यांग माँ बेटे के साथ घर में घुसकर करता है मारपीट और परेशान बार-बार शिकायत होने के बावजूद नहीं हो रही ठोस कार्यवाही।

बतादें की कल्याण मोहना रोड पर मोहनखेड़ा नामक इमारत के पास बंदरपाड़ा की रहवासी श्रीमती गायत्री गुलाबचंद गुप्ता मोहना रोड पर दिव्यांग बेटे व पती के साथ रेहड़ी पटरी पर ठेला लगाकर अपना व परिवार का गुजारा करती हैं। वहीं पास ही कैलाश हरिहर जयसवाल भी अपनी एक टपरी चलाता है, टपरी पर अन्य सामानों के साथ खुले आम थोक व खुदरा दामों पर महाराष्ट्र सरकार द्वारा प्रतिबंधित गुटखे का व्यापार करता है, जहाँ अक्सर पुलिस का आना जाना लगा रहता है, आप यह समझ सकते हैं पुलिस वहाँ क्या करने आती है और एक अवैध व्यवसायी से दोस्ती क्योंकर बनी हुई है। पुलिस की दोस्ती का फायदा मनबढ़ कैलाश उठाता है और वहाँ रहनेवाले सीधे साधे लोगों को पुलिस की धौंस दिखाकर परेशान करता है और कहता है पुलिस मेरी जेब में है। और यह बात सच तब साबित हो जाती है जब गायत्री की अनेकों शिकायतों के बाद भी खड़कपाड़ा पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती है। कैलाश गायत्री के दिमागी दिव्यांग बेटे को जबरदस्ती चिढ़ाता है, बेटा जब गालीबकता है तब बेटे के साथ कमजोर लाचार मां को भी घर में घुसकर मारता है फिर भी पुलिस अदखलपात्र गुनाह दर्ज कर अपनी जिम्मेदारियों से मूहँ फेर लेती है। शिकायती पत्र की वह कापी जो गायत्री ने गृहमंत्री व पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को दी है अग्निपर्व टाईम्स के पास मौजूद है। लोगों ने व गायत्री ने बताया कैलाश जयसवाल ने कोविड के दौरान 23 अप्रैल 2020 को गणेश प्रसाद रामकिसुन गुप्ता की सरेआम हत्या कर दी थी परंतु उस गुनाह से भी ले देकर बच गया। ऐसे दुर्दांत अपराधी से पुलिस की दोस्ती कितनी जायज है इसका जवाब गृहमंत्रालय व वरिष्ठ अधिकारी देंगे यह सवाल अग्निपर्व टाईम्स का ही नहीं सभ्य समाज का भी है। 

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