थाने : थाने ग्रामीण पुलिस आयुक्तालय क्षेत्र में कई ठिकानों पर ट्रकों व ट्रेलरों के चालकों से सांठ गांठ कर रात के अंधेरे में सरिया व अन्य सामानों की चोरी का कारोबार चलता है। कभी - कभी
असलमशेख
अब्दुल हकीम उर्फ बक्कल
शिकायत के बाद कुछ दिनों के लिए बंद होती है, चोरी और फिर शुरू हो जाती है। हो रही चोरी की लिखित शिकायत पत्रकार विलास आड़े ने पुलिस अधिक्षक विक्रम देशमाने से की और उनसे मिलने भी गये, मुलाकात न हो सकी। पत्र लिखेने के बाद भी चोरी नहीं रुकी तो डीवाय एसपी मिलिंद शिंदे को फोन पर सुचित किया, शिंदे साहब ने सलाह दे दिया कि चोरी के स्थान पर पहुंच कर सुचित करो, हम तुरंत कार्यवाही करेंगे। शिंदे पर भरोसा कर आड़े एकता ढाबा पहुंच गये जहाँ जोर सोर से चोरी चल रही थी। उन्होंने अधिक्षक देशमाने को फोन किया। उपअधिक्षक मिलिंद शिंदे को फोन किया और थाना निरीक्षक आनंद पराड को भी सूचना दी परंतु चोरी तो पुलिस की सांठ-गांठ से शुरू थी तो पुलिस कैसे आती? पुलिस ने तो उल्टा चोरों को सुचित कर दिया। चोरों ने चोरी किया हुआ माल हटा लिया, ट्रेलरों को निकाल दिया, तब कहीं दो घंटे बाद पुलिस पहुंची वह भी नसे में मस्त। चोरी की हुई सरिया जब एक ट्रक में लादकर ले जाता देख पत्रकार उसके पीछे लग गये। थोड़ी ही दूर गये होंगे कि शिंदे साहब का फोन आया और आड़े ने बता दिया कि हम ट्रक का पीछा कर रहे हैं। वहाँ से कहा गया कि, चोरी की जगह वापस आ जाओ पुलिस पहुंच रही है। पत्रकारों का दल तो वापस आ गया पर पुलिस अब तक नहीं आई थी, हाँ चोरों का दल जरूर आ गया और मारपीट गाली गलौज पर उतारु हो गया, मोबाइल छीन लिया रुपये मांगने का आरोप लगाने लगे, यह सब हो ही रहा था और पुलिस भी पहुंच गयी और पत्रकार को पुलिस स्टेशन ले गये और सुबह पांच बजे तक बैठाने के बाद कहा कि सुबह मामला दर्ज करेंगे आप सुबह आईये। और सुबह पराड साहब खुद पत्रकार विलास आड़े के पास ही पहुंच गये और कहा कि मामला दर्ज न करायें नहीं तो हमें सरिया चोरों का क्रास कंप्लेंट भी दर्ज करना पड़ेगा। पुलिस को कार्यवाही नहीं करनी थी तो शिकायतकर्ता की जान जोखिम में डाला जा रहा है वह भी एक डीवाय एसपी रैंक के पुलिस अधिकारी द्वारा। आपको जानकर हैरानी होगी की चोरी महाराष्ट्र के कई जिलों में जारी है। जिसकी शिकायत हम लोग रोज X द्वारा पुलिस से करते हैं। यह कार्य हम अपने मन की शांति के लिए करते हैं। क्योंकि पुलिस की सय पर हो रही चोरी पर पुलिस कार्यवाही कहाँ करती है। कुछ पते हम लिख रहे हैं जहाँ आज भी रात को चोरी चलती है (१) थाने पुलिस आयुक्तालय, एमेजान वजन कांटे के सामने, गाला नं.3, पड़घा टोल के पहले भिवंडी नाशिक रोड, तालुका पुलिस स्टेशन भिवंडी (२) शाहपुर पुलिस स्टेशन एकता ढाबे पर थाने- नाशिक रोड, कसारा पुलिस स्टेशन सिमला होटल के बगल मिश्रा ढाबे पर राघवेंद्र सिंह करता है सरिया चोरी (३) जय मल्हार ढाबा गणेश पुरी पुलिस स्टेशन वाडा रोड पर सुलेमान मामा करता है सरिया चोरी (४) नारेगांव, आमंत्रण होटल (मुंबई जाते समय समाप्ति की ओर, हरा ग्रिड लगा हुआ है) जि. पालघर तालुका.वाड़ा, वाड़ा-भिवंडी रोड (५) कलवा पुलिसस्टेशन अंतर्गत कलवा रेतीबंदर H.K.ढाबे पर सरिया चोरी रैकेट सक्रिय (६) नई मुंबई तलोजा में हिन्दुस्तान ढाबे के पीछे, बागबान ढाबे के सामने मुंब्रा पनवेल रोड नावडे फाटा, तलोजा पुलिसस्टेशन की हद में (1) असलम नजीबुल्लाह शेख (2) अब्दुल हकीम (बक्कल) जमीरुल्लाह खान (3) अदनान मेमन (4) मोहम्मदभाबे(5) कलीमचिकना (५) कार्तिक वजन कांटा खड़वली फाटा,सांईबाबा मंडी, पड़घा कपड़ा गोदाम पुलिस स्टेशन की हद में दीपू सिंह सरिया चोरी में लिप्त है। चोर गिरोह जगह बदल-बदलकर वर्षों से चोरी कर रहा है। चोर जीएसटी चोरी के साथ ही सामान्य जनता के हितों का भी क्षरण कर रहा है। परंतु स्थानीय पुलिस अपने हितों के चलते चोरी रोकने को तैयार नहीं है।
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