नवनियुक्त आयुक्त आशुतोष डूंबरे कस रहे हैं अवैध धंधों पर शिकंजा।
आयुक्त आशुतोष डुंबरे
संदीप गायकवाड़
गौरतलब हो कि गैरकानूनी लाटरी के फर्जीवाड़े की खबर अग्निपर्व टाईम्स अपने पोर्टल पर लिखता रहा है। परंतु पूर्व के पुलिस आयुक्त जयजीतसिंह और उपायुक्तों के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी परंतु जैसे ही नवनियुक्त आयुक्त आशुतोष डुंबरे ने "सन सनातन" यु टियुब चैनल पर प्रसारित खबर देखी तुरंत खबर का असर हुआ और कई महिनों से चल रहे फर्जी लाटरी दुकानों पर कार्यवाही हुई। यहां जानना जरूरी है कि पहले लाटरी के इस अवैध धंधे का मास्टर-माइंड कांग्रेस सेवादल अध्यक्ष शंकरआहूजा हुआ करता था। जब मामला विधानसभा में गूंजा तब आयकर सहित जी.एस.टी. विभाग की नींद खुल गई। जी.एस.टी. विभाग ने सरकार राजस्व डूबाने वाले शंकर आहूजा पर करोड़ों का दंड लगाया। बाद में 75 लाख पर मांडवली किए जाने की खबर आई। उसके बाद से ही शंकर आहूजा लाटरी कारोबार से अंतर्ध्यान हो गया और संदीप गायकवाड ने वह कमान संभाल ली और अब वही लाटरी राजश्री लाटरी के नाम से थाने जिले में 6, 7 महीने से पैर पसारने लगी थी। सूत्रों के मुताबिक झोन-3 व 4 में 100 दुकानदारों से पेशगी लेकर 15-15 मिनट पर खुलने वाली इस लाटरी का सॉफ्टवेयर उनके कंप्यूटर में लोड किया गया है। दुकान चालक को दिनभर हुए धंधे से 3 प्रतिशत राशि हर रोज हिसाब कर दे दिया जाता है। बतादें पिछले महीने उल्हासनगर पुलिस स्टेशन की हद मे कल्याण क्राइम ब्रांच की टीम ने छापा मारकर 7 से 8 लोगों पर 420 साहित जुगार अधि. 4,5 के तहत मामला दर्ज किया था, जिसमें भी संदीप गायकवाड को फरार दिखाया गया था। कल उल्हासनगर पुलिस थाने के एक दल ने कल्याण बाजारपेठ, मानपाड़ा, अंबरनाथ के शिवाजी नगर पुलिस थाने, महात्मा फुले, मानपाड़ा तथा कोलसेवाड़ी पुलिस स्टेशन की हद में विभिन्न लाटरी दुकानों पर एक साथ क्रॉस रेड मारकर लाखों रुपए का कंप्यूटर व कैस बरामद कर 3 दर्जन से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया। परंतु सभी मामलों के मुख्य अभियुक्त संदीप गायकवाड़, ललित पटेल तथा मारुति हरड फरार बताये जा रहे है। छापे के दौरान गिरफ्तार लोगों के नाम इस प्रकार हैं। आरोपियों में रवि मंगलप्पा चौहान,दीपक भीकू गायकवाड़, श्रीकान्त शिवाजी कांबले, सौदागर खेरबा गायकवाड, सुभाष विष्णु इंगले, बाबु कारांडे, प्रकाश ब्रजकिशोर चौरसिया, विलास तुलसीराम नाइकनवरे, राजकुमार शिव मंगल चौहान तथा राहुल त्रयंबक तपासे। जबकि मुख्य आरोपी संदीप गायकवाड, ललित पटेल व मारुती हरडे फरार बताये जा रहे हैं। नवनियुक्त पुलिस आयुक्त द्वारा परिमंडल ३/४ अपर आयुक्त द्वारा करायी गयी, क्रास रेड से परिमंडल 3 व 4 के पुलिस उपायुक्तों का भ्रष्टाचार उजागर हो रहा है, जो अग्निपर्व टाईम्स बार-बार लिखता रहा है। अब सरकार इनपर कोई कार्यवाही करेगी भी या नहीं? यह सवाल अब देश के प्रबुद्ध नागरिकों में हैं। गैरकानूनी धंधेबाजों की टेंशन तो चरम पर है।
गौरतलब हो कि गैरकानूनी लाटरी के फर्जीवाड़े की खबर अग्निपर्व टाईम्स अपने पोर्टल पर लिखता रहा है। परंतु पूर्व के पुलिस आयुक्त जयजीतसिंह और उपायुक्तों के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी परंतु जैसे ही नवनियुक्त आयुक्त आशुतोष डुंबरे ने "सन सनातन" यु टियुब चैनल पर प्रसारित खबर देखी तुरंत खबर का असर हुआ और कई महिनों से चल रहे फर्जी लाटरी दुकानों पर कार्यवाही हुई। यहां जानना जरूरी है कि पहले लाटरी के इस अवैध धंधे का मास्टर-माइंड कांग्रेस सेवादल अध्यक्ष शंकरआहूजा हुआ करता था। जब मामला विधानसभा में गूंजा तब आयकर सहित जी.एस.टी. विभाग की नींद खुल गई। जी.एस.टी. विभाग ने सरकार राजस्व डूबाने वाले शंकर आहूजा पर करोड़ों का दंड लगाया। बाद में 75 लाख पर मांडवली किए जाने की खबर आई। उसके बाद से ही शंकर आहूजा लाटरी कारोबार से अंतर्ध्यान हो गया और संदीप गायकवाड ने वह कमान संभाल ली और अब वही लाटरी राजश्री लाटरी के नाम से थाने जिले में 6, 7 महीने से पैर पसारने लगी थी। सूत्रों के मुताबिक झोन-3 व 4 में 100 दुकानदारों से पेशगी लेकर 15-15 मिनट पर खुलने वाली इस लाटरी का सॉफ्टवेयर उनके कंप्यूटर में लोड किया गया है। दुकान चालक को दिनभर हुए धंधे से 3 प्रतिशत राशि हर रोज हिसाब कर दे दिया जाता है। बतादें पिछले महीने उल्हासनगर पुलिस स्टेशन की हद मे कल्याण क्राइम ब्रांच की टीम ने छापा मारकर 7 से 8 लोगों पर 420 साहित जुगार अधि. 4,5 के तहत मामला दर्ज किया था, जिसमें भी संदीप गायकवाड को फरार दिखाया गया था। कल उल्हासनगर पुलिस थाने के एक दल ने कल्याण बाजारपेठ, मानपाड़ा, अंबरनाथ के शिवाजी नगर पुलिस थाने, महात्मा फुले, मानपाड़ा तथा कोलसेवाड़ी पुलिस स्टेशन की हद में विभिन्न लाटरी दुकानों पर एक साथ क्रॉस रेड मारकर लाखों रुपए का कंप्यूटर व कैस बरामद कर 3 दर्जन से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया। परंतु सभी मामलों के मुख्य अभियुक्त संदीप गायकवाड़, ललित पटेल तथा मारुति हरड फरार बताये जा रहे है। छापे के दौरान गिरफ्तार लोगों के नाम इस प्रकार हैं। आरोपियों में रवि मंगलप्पा चौहान,दीपक भीकू गायकवाड़, श्रीकान्त शिवाजी कांबले, सौदागर खेरबा गायकवाड, सुभाष विष्णु इंगले, बाबु कारांडे, प्रकाश ब्रजकिशोर चौरसिया, विलास तुलसीराम नाइकनवरे, राजकुमार शिव मंगल चौहान तथा राहुल त्रयंबक तपासे। जबकि मुख्य आरोपी संदीप गायकवाड, ललित पटेल व मारुती हरडे फरार बताये जा रहे हैं। नवनियुक्त पुलिस आयुक्त द्वारा परिमंडल ३/४ अपर आयुक्त द्वारा करायी गयी, क्रास रेड से परिमंडल 3 व 4 के पुलिस उपायुक्तों का भ्रष्टाचार उजागर हो रहा है, जो अग्निपर्व टाईम्स बार-बार लिखता रहा है। अब सरकार इनपर कोई कार्यवाही करेगी भी या नहीं? यह सवाल अब देश के प्रबुद्ध नागरिकों में हैं। गैरकानूनी धंधेबाजों की टेंशन तो चरम पर है।
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