बनावटी लोकसेवकों व टाऊन प्लानर मुले के खिलाफ एफआईआर, बढ़ेंगी टेंशन।
उल्हासनगर : उल्हासनगर महापालिका में मिले चार फर्जी लोकसेवकों के खिलाफ हुआ मामला दर्ज। राजनीतिक ताकत और पैसों के इस्तेमाल के बाद भी नहीं बचे नगर रचनाकार प्रकाश मुळे, उनपर भी 170, 34 के तहत हुआ मामला दर्ज।
आयुक्त अजिज शेख. मुख्यमंत्री/नगरविकास मंत्री एकनाथ शिंदे
कुछ समाजसेवी गुरूवार को ठाणे जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर नियोजित कार्यक्रम के तहत फर्जी क्लर्क मामले में टाऊन प्लानर प्रकाश मुले सहित सभी फर्जी क्लर्कों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर आमरण उपोषण कर भारी दबाव बनाया, जिलाधिकारी का चक्र घूमा तब जाकर आयुक्त अजीज शेख का दिमाग ठिकाने पर आया और उन्होंने उपायुक्त मनीष हिरवे को उल्हासनगर के मध्यवर्ती पुलिसस्टेशन भेजकर FIR दर्ज करवाया फिर भी शुरूआती एफआईआर की प्रति में टीपी प्रकाश मुले का नाम नहीं था और ऎसा लग रहा था कि कोई अदृश्य ताकत है जो प्रकाश मुले को बचा रही है, परन्तु उपोषण कर्ताओं ने मुले से कम पर मानने को तैयार न होने से मजबूर होकर उल्हासनगर मनपा आयुक्त अजिज शेख ने पुलिस को एक पत्र लिखकर इस मामले में प्रकाश मुले के खिलाफ भी मामला दर्ज करने की सिफारिश की, जिसके बाद देर शाम एफआईआर में प्रकाश मुले का नाम भी दर्ज कर लिया गया।
कुल मिलाकर यदि पुलिस की जांच सही दिशा में और पूरी ईमानदारी के साथ चलती रही तो इस फर्जी क्लर्क मामले में और भी कड़ी बड़े खुलासे होने की उम्मीद है साथ ही इन फर्जी क्लर्को द्वारा जो फर्जीवाड़ा किया जाता रहा उसमें आगे भी कई खुलासे होने की उम्मीद है। हालांकि उल्हासनगर के समाजसेवियों ने महाराष्ट्र सरकार से इस मामले की जांच सीआईडी या सीबीआई जैसी उच्च स्तरीय जांच एजेंसियों से कराने की मांग शुरू कर दी है। अब देखना है सरकार का रवैया कैसा रहता है? सभी कानून-कायदे और नियमों को ताक पर रखकर उल्हासनगर मनपा के नगररचना विभाग में कार्यरत फर्जी चार कर्माचारियों को नौकरी पर रखने और झोलझाल कर रुपये जमाकर अपनी ओर से वेतन देने के मामले में नगररचनाकार यानी टाऊन प्लानर प्रकाश मुले समेत 5 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। फर्जी चार क्लर्को में जे.डी. जगताप, स्वाती कदम, दीपक कुहाड़े और राहुल जोते के खिलाफ IPC की धारा 170, 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है। यह फर्जीवाड़ा अधिकारियों की नाक के नीचे न सिर्फ चल रहा था, बल्कि उमनपा के सबसे संवेदनशील नगर रचना विभाग के कामकाज में दखल देकर शहर को अस्त व्यस्त व अनाधिकृत बनाये जाने का जेहाद छेड़ा हुआ था। बताते चलें कि गत् दिनों राष्ट्र कल्याण पार्टी व प्रहार जनशक्ती पार्टी के लोगों ने खुलासा किया था कि उल्हासनगर मनपा मुख्यालय की पहली मंजिल पर मनपा आयुक्त कार्यालय के पास स्थित नगररचना विभाग में 6-7 लोग फर्जी तरिके से बतौर मनपा कर्मचारी काम कर रहे हैं। परंतु आयुक्त को न ध्यान देना था न दिया, परंतु हड़कंप तब मच गया जब एक फर्जी क्लर्क जे.डी. जगताप को पकड़ कर पुलिस को दिया गया। पर्दाफाश होने के बाद भी उमनपा प्रशासन व आयुक्त अजीज शेख की मोटी चमड़ी पर कोई असर नहीं पड़ा और बेशर्मी की मोटी चादर से मुह ढंककर सोते रहे। लेकिन जब जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर "जिलाधीश मुर्दाबाद" और सरकार का "पैर ऊपर, सर नीचे" करने के नारे लगे तब सभी जाग गये और आनन फानन में FIR क्र. 545/2023 भा.दं.वि. की कलम 170,34 अनुसार मामला दर्ज कर लिया गया और आगे की जांच पुलिस निरीक्षक उमेश सावंत कर रहे हैं।
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