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कोलसेवाड़ी पुलिस स्टेशन हद में बने RTO में आनेवाले चालकों से होती है जबरन वसुली

कल्याण RTO में वाहनों से पार्किंग के नाम पर होती है वसूली, लिया जाता है गुंडा टैक्स। हो रही वसुली में कोलसेवाड़ी पुलिस और आरटीओ अधिकारी शामिल हैं?
कल्याण संवाददाता
कल्याण: कल्याण कोलसेवाड़ी पुलिस स्टेशन हद के नांदिवली गांव में नवनिर्मित महाराष्ट्र परिवहन विभाग (RTO) कार्यालय की सड़क पर खड़े वाहनों से जबरन सैनिटाइजिंग और पार्किंग के नाम पर लिया जाता है। रु.१५०/का गुंडा टैक्स, खाकी बनी मूकदर्शक!      यही है जो गाली और दमदाटी देकर वसुलता है सौ रुपए 

भारत सरकार में सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था। परिवहन कार्यालय डकैतों का अड्डा है। उनकी कही गई बात कोई अतिश्योक्ति नहीं थी। कल्याण परिवहन विभाग में बिना बिचौलिए (दलाल) के कोई काम नहीं होता। सिखाऊ चालक परवाना (Learning license) बनवाने के लिए १५ सौ से अधिक का खर्च करना पड़ता हो, दलालों व कर्मचारियों-अधिकारियों को कमिशन देने के बावजूद परिवहन कार्यालय की सड़कों पर खड़ा रहने के लिए गुंडों को पार्किंग व सैनिटाइजिंग चार्ज के रुप में गुंडाटैक्स देना पड़े तो दिल पर क्या गुजरेगी? यही तो हाल है कल्याण RTO का जहाँ सारे जिले की गाड़ियों की पासिंग होती है। बतादें दलाल द्वारा २६ जुलाई २०२३ के दिन का पासिंग करवाने का अपॉइंटमेंट मिला था। कई छोटी बड़ी गाड़ियाँ कतार में खड़ी थी। तभी मैली सी बन्डी और हाफ चड्ढी पहने एक आदमी लाइन में लगी गाड़ियों के पास आता है। और एक पर्ची पकड़ा कर रु.100/ मांगता है। लोग विभाग की एक और ज्यादती समझकर दे देते हैं। सौ रुपयों की वसूली के बाद उन्हीं में से फिर एक आदमी आया, उसने सबको अपने-अपने वाहनों से उतर जाने के लिए कहा और किसी चीज का छिड़काव किया और रु.50/ मांगने लगा उसे भी देना ही पड़ा। रेडियम नहीं है, तो नंबर प्लेट डल है, इंसोरेंस, पीयुसी, रोड टैक्स, गुंडाटैक्स दलाली व साहबों का कमिशन भरते-भरते वाहन चालकों की कमर टूट जाती है। परिवहन विभाग के निरीक्षकों को भी पुलिस वाली खाकी वर्दी ही पहनने को दी जाती है। उसका क्या फायदा जब उनके सामने ही गुंडाटैक्स वसूल हो रहा हो और वे चुप्पी साधे रहें। उनका भी हिस्सा है या फिर गुंडों का डर? यह तो वही जाने इस तरह ऐसे लोगों को खाकी पहनाकर खाकी का भी मान सम्मान खाक में मिला दिया है। पासिंग कर रहे परिवहन निरीक्षक से जब यह सवाल पूछा गया कि यह पर्ची परिवहन विभाग द्वारा जारी की गई है? तब उन्होंने बताया यह सड़क और जगह सरकारी है, हमनें बोर्ड भी लगाया था कि कोई भी पार्किंग चार्ज न दे परंतु इन्हीं गुंडा तत्वों ने उखाड़ दिया। "आप जाओ और जाकर FIR दर्ज करो" इस तरह हमें बेबस और लाचार नजर आयी खाकी। कोलसेवाड़ी पुलिस स्टेशन संपर्क किया गया तो किसीने फोन तो उठाया पर आवाज नहीं आयी। इस तरह से चल रहा है सरकारी विभाग न जाने कब सुधार होगा? 

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