डोम्बिवली के भाजपाईयों ने शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे को लाया घुटनों पर !!
कल्याण: कल्याण डोंबिवली भाजपा कार्यकर्ता पर मानपाडा पुलिस स्टेशन मे दर्ज हुए सीलभंग मामले के बाद वरि.निरीक्षक शेखर बागड़े का रक्षण करना शिवसेना पर पड़ रहा है भारी, शिवसेना भाजपा आमने, विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। निर्माण मंत्री रविंद्र चव्हाण ने कल्याण संसदीय सीट पर भाजपा का दावा ठोका तो उनसे कयी कदम आगे बढ़ते हुए ठाणे भाजपा विधायक संजय केलकर ने कल्याण के साथ पालघर और ठाणे सीट पर भी भाजपा का दावा ठोक दिया।
पिछले दिनों भाजपा डोंबिवली पूर्व मंडल अध्यक्ष नंदू जोशी पर शारीरिक सुख मांगने को लेकर छेड़छाड़ का मामला डोंबिवली के मानपाडा पुलिस स्टेशन में दर्ज हुआ था। जिसे भाजपा के लोगों ने झूंठा मामला बताते हुए कड़ा रुख अख्तियार कर पुलिस स्टेशन पर मोर्चा निकल कर पुलिस निरीक्षक शेखर बागड़े के तबादले की मांग की थी। इस बात को लेकर कुछ दिनों पहले हुई पदाधिकारियों की बैठक में भाजपा ने यह प्रस्ताव भी पारित किया था कि जब तक वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शेखर बागड़े का तबादला नहीं कर दिया जाता तब तक वह शिवसेना को सहयोग नहीं करेंगे। तबादले की मांग देखते हुए शेखर बागड़े को अनिवार्य अवकाश पर भेज दिया गया। लेकिन भाजपा के लोग तबादले से कम पर मानने को तैयार नहीं है। और उन्होंने आक्रामक रुख अख्तियार करते हुए पदाधिकारियों की बैठक में प्रस्ताव पारित किया कि शेखर बागड़े का तबादला होने तक वे शिवसेना को सहयोग नहीं करेंगे। इस पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा है कि वे निर्माण मंत्री रविंद्र चव्हाण को समझा रहे हैं। शिवसेना-भाजपा मिलकर चुनाव लड़ने जा रही है। श्रीकांत शिंदे कल्याण से ही चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे। हम उन्हें भारी बहुमत से चुनेंगे। हमारे बीच कोई विवाद नहीं है। रवींद्र चव्हाण को सीट तय करने का कोई अधिकार नहीं है। परंतु विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है।
कुमार आयलानी. गणेश शिंपी
उल्हासनगर में भाजपा को जवाब देने के लिए शिवसेना द्वारा पोस्टर लगाये जा रहे हैं। तो वहीं भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी शिवसेना को जवाब देना शुरू कर दिया है। वैसे भी शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे भाजपा विधायक कुमार आयलानी को भाव नहीं देते। उनका प्यार कालानी परिवार पर ज्यादा है। यही कारण है कि कुमार आयलानी द्वारा भ्रष्ट लिपिक गणेश शिंपी की शिकायत की गयी थी जिसको कचरे की टोकरी में डालते हुए उसे नोडल अधिकारी बनाकर सारे शहर में अवैधनिर्माणों को संरक्षण देने का अधिकार दे दिया गया। और कुमार आयलानी सत्ता में होते हुए अपनी बेज्जती पर चुप रहे, परंतु डोंबिवली के भाजपा कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व उनके सांसद पुत्र श्रीकान्त शिंदे दोनों को घुटनों पर ला दिया। पहले पालकमंत्री रहते हुए व अब मुख्यमंत्री होने के बाद भी ठाणे जिले में कोई बदलाव नहीं आया है। हर नपा व मनपा में भ्रष्टाचार चरम पर है। पुलिस बिना रुपये लिए शिकायत दर्ज नहीं करती और रुपये लेकर झूंठी रिपोर्ट दर्ज कर लोगों को हवालात में ठूंस देती है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो आने वाले चुनावों में शिवसेना ही नहीं भाजपा को भी मुंह की खानी पड़ेगी।
सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे ने कहा कि हम और देश के सभी लोग 2024 में नरेंद्र मोदी को इस देश के प्रधान मंत्री के रूप में बहाल करने के लिए दृढ़ संकल्पित है। हम इसके लिए कड़ी मेहनत भी करेंगे। लेकिन डोंबिवली के कुछ नेता अपने किन्हीं कारणों से शिवसेना-भाजपा गठबंधन में खटास डालने पर तुले हुए हैं। वे स्वार्थी राजनीति जारी रखे हुए है। मैं व्यक्तिगत रूप से किसी पद की आकांक्षा नहीं रखता। आगामी लोकसभा चुनाव में किसे उम्मीदवार बनाना है, इसका फैसला शिवसेना-भाजपा गठबंधन के वरिष्ठ नेता करेंगे। अगर मेरा नामांकन नहीं भी होता है तो भी हम एकमत होकर चुनाव लड़ेंगे।
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