खालेगांव के किसान मच्छर व आवारा सांडो से परेशान
अपटा संवाददाता गोंडा
मसकनवा : गोंडा जिले की मनकापुर तहसील, छपिया ब्लाक अंतर्गत आने वाले खाले गांव में मच्छरों, आवारा सांडो-गायों से किसान परेशान, परंतु प्रखंड अधिकारी को किसानों की मुसीबतों से कुछ लेना देना ही नहीं है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की गुंडा और भ्रष्टाचार मुक्त उत्तर प्रदेश सरकार कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों को पसंद नहीं आ रही है। शायद यही कारण है कि अधिकांश अधिकारी अपने कर्तव्यों का निष्ठा से पालन नहीं कर रहे हैं। ब्लाक पर आयी दवाओं का छिड़काव न होने के कारण गांव में मच्छरों और कीटकों का आतंक है। गोंडा जिले की मनकापुर तहसील के छपिया ब्लाक अंतर्गत मसकनवा स्टेशन से सटा खालेगांव जो मेरी पैतृक भूमि भी उसके दर्शनार्थ साथ आठ दिनों की यात्रा पर मैं गया था। जहाँ मैने देखा कि गांव मे ग्राम वासियों द्वारा उपयोग में लाये गये पानी के निकास के लिए नालियों की व्यवस्था नहीं है। कचरा व्यवस्थापन की कोई सुविधा नहीं है। यही कारण है कि मच्छरों और कीटकों की भरमार है। यही कारण है कि गांव वासी किसी न किसी बिमारी से त्रस्त हैं।
इसी तरह खुले घूम रहे सांडो-गायों से भी गांव वासियों की काफी दुर्दशा है। रातभर जागकर फसलों की रखवाली और दिनभर गृहकार्य जिससे सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। कयी किसानों ने तो अरहर, उड़द जैसी कई फसलों की बोवाई ही बंद कर दी है। जिससे दलहनों की कमी का सामना करना पड़ रहा है। किसानों ने बताया कि गौशाला प्रबंधन जानवरों के चारे के लिए आया रुपया हड़पने के लिए रात को जानवरों को गौशालाओं से बाहर निकाल देते हैं। यह हाल खालेगांव का ही नहीं है। गोंडा जिले के जिस गांव में भी मैं गया वहीं गांववासियों का यही हाल है। क्या योगी सरकार गांववासियों के सेहत और फसल को बर्बाद होने से बचाने के लिए कोई ठोस कदम उठायेगी? इंतजार में खालेगांव वासी और अग्निपर्व टाइम्स।
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