पत्रकार व समाज सेवक अपनी जान जोखिम में डालकर चोरों के नाम व चोरी के ठीकानों की देते हैं जानकारी, कानून के रखवाले गहरी नींद में।
गृहमंत्री देवेन्द्र फडणविस. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे
मुंबई : बृहनंमुंबई के साथ ही महाराष्ट्र के कई ठिकानों पर महामार्गो के आसपास ढाबों, खाली पड़े भूखण्डों पर यहाँ तक की पेट्रोलपंपो की खाली पड़ी जमीन पर ले जाकर, ट्रकों, कंटेनरों व ट्रेलरों के चालकों को रुपयों की लालच देकर फुसलाकर सरिया व अन्य किमती सामानों की सारी रात चलती है चोरी। पत्रकार व आसपास के रहवासी समाज सेवक हस्ताक्षर युक्त पत्र पुलिस के आला अधिकारियों को देकर थक गये परंतु यह चोरी रुकने का नाम नहीं ले रही है।
ज्ञात हो कि रात होते ही यह चोर अपने अपने दल बल के साथ महामार्गो के किनारे आकर खड़े हो जाते हैं और कंपनियों व बंदरगाहों से ट्रकों कंटेनरों व ट्रेलरों में सामान भरकर अपने गंतव्य की ओर ले जा रहे चालकों को रोककर उन्हें कुछ रुपयों की लालच देकर आस पास के ढाबों या फिर खाली पड़ी जमीन पर जाकर कुछ मात्रा में सील खोलकर सामान निकाल लिया जाता है और यह चोरी का सिलसिला सारी रात चलता है। अब हम हमें प्राप्त चोरी के कुछ स्थानों का पता व तस्वीर आप तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं, आगे देखिये।
1) कल्याण खाड़ी पुल दुर्गाड़ी किला चौक के आसपास डंपिंग यार्ड में जहाँ आसीफ और बाबा का गिरोह सरिया चोरी को अंजाम दे रहा है।
2) उल्हासनगर हिललाइन पुलिस स्टेशन की हद में बालाजी कंपाउंड उसाटने गांव एचपी पंप के सामने तलोजा सीमेंट रोड तालुका अंबरनाथ जहाँ राम पाटिल, सागर पाटिल और हरिदास पाटिल चोरी का गिरोह चला रहे हैं।
3)ठाणे पुलिस आयुक्तालय क्षेत्र के शाहपुर पुलिस स्टेशन की हद में ठाणे नाशिक महामार्ग एकता ढाबा के बगल रौफ व उसके साथी चोरी का कारोबार करते हैं।
4)महाराष्ट्र कंपनी व आमंत्रण होटल के सामने नारा गांव वाड़ा भिवंडी रोड तालुका वाड़ा जिला पालघर। ओनिडा व कोकाकोला कंपनी के सामने कंचन पाड़ा गांव, वाड़ा भिवंडी रोड, वाड़ा, जिला पालघर यहाँ के चोरों का नाम जो सामने आया है। अनिल तिवारी, तौसीफ खान, अब्दुल हकिम बक्कल खान, पवन मिश्रा, असलम भाई, बाबा हकीम मलिक रफीक, विक्रम सेठ।
5) ठाणे जिले के भिवंडी, शांतिनगर पुलिस स्टेशन की हद में सांईबाबा मंदिर के पीछे व आसपास, सरगना असरफ, हमसार व आलोक सिंह।
6) पाटिल होटल, चिल्हार फाटा गुजरात रोड वसई, जिला पालघर वालिव पुलिस स्टेशन की हद में।
7) नाशिक गुरुनानक कंपनी के आसपास खाली पड़ी जमीन पर
8) खालापुर पुलिस स्टेशन की हद में न्यू सांई ढाबा खपोली रोड, जय भोले ढाबा विलास पाटिल, अशोक पाल, फारुख व प्रकास वगरे न्यु रिषभ दिगंबर पंप के पास।
9) मुंबई मानखुर्द जकात चौकी क्षेत्र में।
10)अमन होटल, काठियावाड़ी होटल के पास हकीम सिंह और किसन बंगाली मनोर पुलिस स्टेशन क्षेत्र
11) हिन्दुस्तान लीवर कंपनी के पास चंद्रा होटल के पीछे स्कोडा शोरूम के सामने कोल डेपो शिवड़ी मुंबई, मोहम्मद, अकबर, वाली पाशा।
12) श्रीपंजाब ढाबा गुड्डू सिंह, धीरज सिंह नवजीवन होटल के बगल मनोर पुलिस स्टेशन
13) चिंचपाड़ा पुल यु पी ढाबा के पास गुजरात मुंबई महामार्ग कासा पुलिस स्टेशन हद में केमिकल, सरिया चोरी हो रही है। यह तेरह स्थान जो हमें पता चले हैं और न जाने कितने होंगे। हर रात चलने वाली यह करोड़ों अरबों की चोरी में पुलिस भी हिस्सेदार है।
आसपास के जागरूक नागरिक जिनको यह पता है इस प्रकार चल रही चोरी से सरकार के साथ ही जनता का भी नुकसान हो रहा है। ऐसे लोग भले ही खुद सीधी लड़ाई न लड़ सकें परंतु अपने परिचित समाजसवकों व पत्रकारों को सूचना देकर इस लड़ाई में हिस्सेदार बन जाते हैं। पता चलने पर पत्रकार अपने टियुटर हैंडल से रात की नींद हराम कर पुलिस प्रशासन को सूचना पहुंचाते हैं। कई बार तो पुलिस कर्मचारी कहते हैं यहॉं आकर दिखाओ। कई बार कहते हैं हमें तो कुछ नहीं मिला आप हमारा समय नष्ट कर रहे हैं। जबकि कहा तो यह जाता है कि इस प्रकार की चोरी शुरू होने से पहले ही चोर स्थानीय पुलिस स्टेशन जाकर चढ़ावा चढ़ा आता है। और बीट मार्सेल हर रात आकर रुपये ले जाते हैं। यही कारण है कि चोरी की जानकारी होते हुए भी स्थानीय पुलिस शिकायतकर्ताओं को ही गुमराह करती है। आश्चर्य तो तब होता है जब वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र, मेल व टियुटर में टैग कर सूचना देते हैं उसके बाद भी चल रही चोरी बंद नहीं होती और न ही चोरों की जांच होती है। इससे यह साफ हो जाता है कि चोरी में कमाये गये रुपयों का कुछ हिस्सा वरिष्ठ अधिकारियों तक भी पहुंच रहा है। इसीलिए मंत्री सचिव तक को टैग करने के बाद भी चोरी जस की तस चल रही होती है। अब जनता जान ले की वरिष्ठ अधिकारी और शासन जनता के प्रति कितना जवाबदेह है।
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