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जनोपयोगी आरक्षित भूखण्ड हड़पे जा रहे हैं, नेता और उमनपा अधिकारी देख रहे हैं तमाशा

उल्हासनगर की इस्टइंडिया कोनार्क कंपनी ने हड़प लिया, पोस्ट व टेलीग्राफ का प्लाट? 
अपटा निज संवाददाता 
उल्हासनगर: उल्हासनगर मेट्रोपॉलिटन एरिया, डिवीजन नंबर-2, में अशोक चौक से फाल्वर लाइन चौक पर सड़क पर सेंट्रल अस्पताल के सामने शहर के विकास आराखड़े पर पोस्ट व टेलीग्राफ ऑफिस के लिए लॉकिंग भूखण्ड पर जाकर बेचने के लिए तैयार सेल एक्सपो में करोड़ों की दुकान जमीन पर एक कुख्यात भवन निर्माता ने कब्जा कर लिया। शहर के रखवाले उसनपा आयुक्त, उपायुक्त, प्रांत अधिकारी, तहसीलदार, सांसद विधायक व नगरसेवक सभी मौन साधे रहे। शहरी लोगों के बचाव के लिए यह लोग तनखवाह मानते हैं। किस तरह से रक्षा की जाती है? जनता के लिए। अब हम लोगों को सड़क पर उतरकर अपने शहर की रक्षा करनी होगी। 

मिली जानकारी के अनुसार, नेहरू चौक से फाल्वर लाइन चौक जाने वाली सड़क पर उल्हासनगर अस्थायी अस्पताल के ठीक सामने रेडक्रास सोसायटी के आसपास खाली पड़ी भूखण्ड, जो नए शहर विकास नक्काशे में पोस्ट व टेलीग्राफ कार्यालय के लिए आरक्षित है। उस पर अब एक बहुमंजिला विनिवेश प्रदर्शनी (शोरूम) तैयार हो चुकी है। पता चला है, निर्माण कार्य शहर की बदनाम कोणार्क कंपनी के ऑपरेटर नंद जेठानी ने विवरण दिया है। और यह अवैध निर्माण राजू इदनानी उरा शेरा ने किया है। इसका निर्माण उननपा में आयुक्त रहे राजा दयानिधि व मंडल समिति के दो मंडल अधिकारी अनिल खतुरानी के कार्यकाल में हुआ था।सिटी इवोल्यूशन में जो जगह पोस्ट और टेलीग्राफ ऑफिस के लिए अकाउंट है। उस जगह पर योजना कैसे पास हुई? अग्निपर्व टाइम्स की जांच में जो तथ्य सामने आते हैं। वह इस प्रकार है, कुछ साल पहले फर्जी दस्तावेजों की मदद से विकलांग मनु छाबलानी नामक भू माफिया ने सनद बना लिया था। इस जगह पर कुछ साल पूर्व भी निर्माण कार्य शुरू हुआ था, जिसके बाद सुरक्षा अधिकारियों के हस्तक्षेप को बंद कर दिया गया था। इससे ऐसा लगता है, उस समय के अधिकारी इतने भ्रष्ट नहीं थे कि इस समय हैं। फिर भी इस निर्माण के अधिकृत मालिक नंद जेठानी हों लेकिन उल्हासनगर महानगरपालिका से योजना श्रीमती ग्रेसनेस कस्तूरी के नाम पर पास का निरीक्षण किया गया है।
जो हंगेरियन पोस्ट टेलीग्राफ कार्यालय के लिए आरक्षित है। उस भूखण्ड पर शहर की रचनाकार ने योजना कैसे पास कर दी? क्या नगर रचना विभाग नगर विकास नकाशा देखे योजना के पास है? शहर भर से शिकायत होने पर और उसनपा के अधिकारी रिश्वत लेकर पकड़ा जाने पर भी अधिकारियों ने जांच की जरूरत क्यों नहीं समझी? इमारत बन कर तैयार हो जाओ। जबकि निर्माण कार्य शुरू होने के दौरान ही अग्निपर्व टाइम्स ने खबर छापी थी कि यह योजना फर्जी है। हंगेरियन पोस्ट व टेलीग्राफ ऑफिस के लिए अकाउंट है। फिर भी हमारे शहर के कथित नेता, विधायक, सांसद ने ध्यान नहीं दिया या फिर अपना अपना हिस्सा लेकर आंखे मुंदे रहे? और शहर की बदनाम कोणार्क कंपनी ने शहर के निवासियों के हितों के लिए करोड़ों रुपये हड़प लिए। अब आम जनता को यह विचार करने की आवश्यकता है कि पप्पू कालानी, ओमी कालानी, कुमार आयलानी आदि जो आपके शहरवासियों के हितैषी वक्तव्य हैं वह चुप क्यों हैं और हैं? किसी ने उनपा आयुक्त उपायुक्त शहर रचनाकार के कान क्यों नहीं खींचे? अब यह आपके विचार का विषय है। अग्निपर्व टाइम्स हर बार इस तरह के जनहित के मुद्दे उठाता रहता है। विचार आप करना है। 


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