जान बचाने के लिए उत्तर प्रदेश से महाराष्ट्र चली आई फिर भी जान सांसत में !
अपटा निज संवाददाता
उल्हासनगर : उल्हासनगर के मध्यवर्ती पुलिस स्टेशन की हद में रह रही बड़ी बहन अपनी छोटी बहन को एक गुनाहगार के चंगुल से बचाने के लिए लगातार लगा रही है। उल्हासनगर के मध्यवर्ती पुलिस स्टेशन के चक्कर। परंतु पुलिस महिला पर हो रहे अत्याचार की गंभीरता को समझने के लिए तैयार नहीं। एन.सी. दर्ज कर महिला से पा लिया छुटकारा। किसी गंभीर अनहोनी घटना का कर रही है इंतजार।
ज्ञात हो एक महिला अपने परिवार व बच्चों के साथ चोपड़ा कोर्ट परिसर के गवली पाड़ा में अपने परिवार के साथ रहती है। जो मूल रुप से उत्तरप्रदेश के कोशांबी जिले के पीपरी थाना से आकर अपने पति और बच्चों के साथ आकर यहाँ बसी है। एक इमारत में पंप चालू करने के अलावा अन्य कार्य कर कर रही है । इसी तरह उसका पति भी छोटी मोटी कमाई कर रहा है। दोनों अपनी जिंदगी का गुजारा कर रहे थे। बच्चे स्कूल कालेज में पढ़ रहे थे। कि उसके मायके कोशांबी में उसी के गांव में रह रहे सत्या उर्फ राजासिंह नामक गुनाहगार का आना जाना हो गया। और फिर किसी बात को लेकर बात बिगड़ गयी और राजासिंह ने उसके पिता को मारा पीटा जिसमें पिता के पैरों की हड्डी टूट गई। उसके बाद से वह उनके परिवार के पीछे पड़ गया और गुड्डी (बदला हुआ नाम) की छोटी बहन को उठा ले जाने की धमकी देने लगा परिवार परेशान हो गया और गुड्डी ने अपने पिता और बहन को मुंबई बुला लिया। यहाँ यह जानना जरूरी है कि सत्या उर्फ राजासिंह एक गुनाहगारी प्रवर्ती का लड़का है। देशी कट्टा, गांजा, चरस जैसी चीजों को बेचने और सेवन करने का आदी है। छोटी बहन और पिता के मुंबई चले आने के बाद सत्या भी मुंबई आ गया। और रोज गुड्डी के फोन पर उसको और उसके बेटे को जान से मारने की धमकी देने लगा जिसकी रिकार्डिंग गुड्डी के पास मौजूद है। यह नहीं छोटी बहन का विवाह जहाँ तंय हुआ था उनसे अनाप-शनाप बातें कर विवाह तुड़वा दिया। कंप्यूटर पर फर्जी विवाह प्रमाणपत्र बनाकर वायरल कर दिया। गुड्डी का बेटा जो आर के टी कालेज में पढ़ रहा उसको जान से मारने की धमकी फोन पर देता है। गुड्डी के घर के आस पास जाकर डराता है कि जैसे ही तेरी बहन बाहर आयेगी हम उठा ले जायेंगे।
परंतु मध्यवर्ती पुलिस ने अभी तक उसको पुलिस स्टेशन ले जाकर पूछताछ करने की भी जरूरत महसूस नहीं की। पहले तो उत्तर प्रदेश जाकर शिकायत दर्ज कराये जाने की बात कहती रही परंतु जब दबाव बना तो एक एन सी लिखकर अपने कर्तब्यों की इतिश्री कर लिया। अब उस लड़के का मनोबल और बढ़ गया है। रोज गंदी गंदी बातें वाटशाप लिखता है। और कहता है पुलिस में शिकायत दर्ज कराने गये थे, पुलिस ने क्या उखाड़ लिया। इस तरह पुलिस और कानून अगर अपना कार्य करते रहे तो गरीब और दबे कुचले लोगों की रक्षा तो भगवान के ही भरोसे है।
उल्हासनगर : उल्हासनगर के मध्यवर्ती पुलिस स्टेशन की हद में रह रही बड़ी बहन अपनी छोटी बहन को एक गुनाहगार के चंगुल से बचाने के लिए लगातार लगा रही है। उल्हासनगर के मध्यवर्ती पुलिस स्टेशन के चक्कर। परंतु पुलिस महिला पर हो रहे अत्याचार की गंभीरता को समझने के लिए तैयार नहीं। एन.सी. दर्ज कर महिला से पा लिया छुटकारा। किसी गंभीर अनहोनी घटना का कर रही है इंतजार।
ज्ञात हो एक महिला अपने परिवार व बच्चों के साथ चोपड़ा कोर्ट परिसर के गवली पाड़ा में अपने परिवार के साथ रहती है। जो मूल रुप से उत्तरप्रदेश के कोशांबी जिले के पीपरी थाना से आकर अपने पति और बच्चों के साथ आकर यहाँ बसी है। एक इमारत में पंप चालू करने के अलावा अन्य कार्य कर कर रही है । इसी तरह उसका पति भी छोटी मोटी कमाई कर रहा है। दोनों अपनी जिंदगी का गुजारा कर रहे थे। बच्चे स्कूल कालेज में पढ़ रहे थे। कि उसके मायके कोशांबी में उसी के गांव में रह रहे सत्या उर्फ राजासिंह नामक गुनाहगार का आना जाना हो गया। और फिर किसी बात को लेकर बात बिगड़ गयी और राजासिंह ने उसके पिता को मारा पीटा जिसमें पिता के पैरों की हड्डी टूट गई। उसके बाद से वह उनके परिवार के पीछे पड़ गया और गुड्डी (बदला हुआ नाम) की छोटी बहन को उठा ले जाने की धमकी देने लगा परिवार परेशान हो गया और गुड्डी ने अपने पिता और बहन को मुंबई बुला लिया। यहाँ यह जानना जरूरी है कि सत्या उर्फ राजासिंह एक गुनाहगारी प्रवर्ती का लड़का है। देशी कट्टा, गांजा, चरस जैसी चीजों को बेचने और सेवन करने का आदी है। छोटी बहन और पिता के मुंबई चले आने के बाद सत्या भी मुंबई आ गया। और रोज गुड्डी के फोन पर उसको और उसके बेटे को जान से मारने की धमकी देने लगा जिसकी रिकार्डिंग गुड्डी के पास मौजूद है। यह नहीं छोटी बहन का विवाह जहाँ तंय हुआ था उनसे अनाप-शनाप बातें कर विवाह तुड़वा दिया। कंप्यूटर पर फर्जी विवाह प्रमाणपत्र बनाकर वायरल कर दिया। गुड्डी का बेटा जो आर के टी कालेज में पढ़ रहा उसको जान से मारने की धमकी फोन पर देता है। गुड्डी के घर के आस पास जाकर डराता है कि जैसे ही तेरी बहन बाहर आयेगी हम उठा ले जायेंगे।
परंतु मध्यवर्ती पुलिस ने अभी तक उसको पुलिस स्टेशन ले जाकर पूछताछ करने की भी जरूरत महसूस नहीं की। पहले तो उत्तर प्रदेश जाकर शिकायत दर्ज कराये जाने की बात कहती रही परंतु जब दबाव बना तो एक एन सी लिखकर अपने कर्तब्यों की इतिश्री कर लिया। अब उस लड़के का मनोबल और बढ़ गया है। रोज गंदी गंदी बातें वाटशाप लिखता है। और कहता है पुलिस में शिकायत दर्ज कराने गये थे, पुलिस ने क्या उखाड़ लिया। इस तरह पुलिस और कानून अगर अपना कार्य करते रहे तो गरीब और दबे कुचले लोगों की रक्षा तो भगवान के ही भरोसे है।
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