मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे उद्धव ठाकरे
उल्हासनगर : उल्हासनगर शहर जिला के पदाधिकारियों और शहर कौन बनेगा यह पत्ते शिंदे गुट के मुख्याधिकारी अरुण आशान द्वारा न खोले जाने से उल्हासनगर में उद्धव गुट शिवसेना छोड़कर शिंदे गुट का दामन थामने वाले परेशान। पिछले दिनों दिपावली की मिठाई न मिलने से नाराज एक उत्तरभारतीय। कार्यकर्ता नाराज दिखाई दिया और उल्हासनगर उद्धव गुट शहर प्रमुख राजेंद्र चौधरी द्वारा मिठाई भिजवाने की बात कही है।
. पूर्व नगरसेवक राजेंद्र सिंह भुल्लर महाराज
. पूर्व नगरसेवक राजेंद्र सिंह भुल्लर महाराज
कुछ दिनों पहले शिवसेना पार्टी में बड़ी फूट पड़ी। फूट पड़ने से दो गुटों का निर्माण हुआ। एक गुट का नाम पड़ा बालासाहब की शिवसेना और दूसरे गुट का नाम पड़ा उद्धव ठाकरे शिवसेना। पुरानी शिवसेना से अलग हुए एकनाथ शिंदे गुट को नया संगठन निर्माण करना पड़ रहा है। उसीके तहत जिला प्रमुख और शहर प्रमुखों का चुनाव किया गया है। पर उल्हासनगर शहर प्रमुख के चुनाव में हो रही देरी से मूल शिवसेना से अलग हुए लोग निराश नजर आ रहे हैं। कुछ लोग तो वापस लौटने की तैयारी भी दर्शा रहे हैं। कइयो ने तो उद्धव सेना उल्हासनगर प्रमुख राजेंद्र चौधरी की मिठाई भी कबूल कर ली है। उल्हासनगर शहर प्रमुख की होड़ में शहर के मानिंद वरिष्ठ नगरसेवक रहे राजेंद्र सिंह भुल्लर महाराज हैं तो वहीं रिपाई छोड़ शिवसेना में शामिल हुए नाना बागुल जो अब शिंदे गुट में हैं। शिंदे के खासमखास उल्हासनगर का सारा कारोबार देखने वाले अरुण आशान को कौन सी जवाबदेही दी जाती है यह भी देखना है। यह और बात है कि जनाधार के मामले में भुल्लर और नाना बगुल दोनों से बहुत पीछे हैं आशान। उल्हासनगर की जवाबदेही शिंदे गुट में किसको मिलती है यह तो भविष्य के गर्भ में है। परंतु पत्ता जल्दी नहीं खोला गया तो कुछ लोग फिर से उद्धव ठाकरे गुट में लौट जायेंगे यह बहुत मुमकिन है।
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