निज संवाददाता
नईमुंबई : नयी मुंबई के कमोठे पुलिस स्टेशन में महिला पत्रकार ने मुंबई नाशिक महामार्ग से होकर गुजरने वाले ट्रकों, कंटेनरों और ट्रेलरों से सरिया चोरी करने वाले शब्बू नामक व्यक्ति के खिलाफ फोन पर गालियाँ बकने और नाशिक आने पर जान से मार देने की धमकी देने का मामला दर्ज कराया है।
गौरतलब हो कि नाशिकरोड पुलिस थाने की हद में विठ्ठलकामत होटल से पहले उड़ान पुल के नीचे सीन्नर की ओर से आने वाले ट्रकों, कंटेनरों और ट्रेलरों से शब्बू नामक व्यक्ति सरिया चोरी करने का अवैध कारोबार चला रहा है। जिसकी सूचना नयी मुंबई स्थित कमोठे की रहनेवाली महिला पत्रकार को मिली। उन्होंने नाशिक जाकर सरिया चोरी का विडियो रिकार्डिंग किया और"यु ट्युब" पर प्रसारित कर दिया। वही विडियो महाराष्ट्र पुलिस महासंचालक, गृहमंत्री आदि के टियुटर हैंडल पर भेज दिया। जिससे खफा होकर सरिया चोर ने अपने भ्रमण ध्वनि क्रमांक 9156559792 से महिला पत्रकार के भ्रमण ध्वनि पर भारी अपशब्दों का प्रयोग करते हुए गाली-गलौज दिया तथा जान से मारने देने की धमकी भी दी। इस घटना से आहत महिला पत्रकार ने अपने रहवास के नजदीकी पुलिस थाने कमोठे में जाकर 6 अक्टूबर 2022 को प्राथमिकी दर्ज करायी। पुलिस ने FIR क्र. 0258 में भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 506, 509 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। महिला के साथ अश्लीलता भरे शब्दों का प्रयोग करने की धारा 354 न जाने क्यों छोड़ दिया यह समझ से परे है।
उपरोक्त प्रकार की चोरी पालघर, नवी मुंबई, रायगढ़ और ठाणे के कई स्थानों पर चल रही है। यहाँ यह बताया जाना जरूरी है की ट्रकों कंटेनरों व ट्रेलरों से होनेवाली चोरी में स्थानीय पुलिस साझीदार होती है। चोरी शुरू करने से पहले चोरों का सरगना स्थानीय पुलिस थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक से मिलकर सांठगांठ करके ही इस प्रकार की चोरी शुरू करता है। या युं कहें कि महिने भर होनेवाली चोरी से होनेवाली कमाई का एक बड़ा हिस्सा स्थानीय पुलिस को देकर ही चोरी शुरू करता है। ऐसा जग जाहिर है यही कारण है कि पुलिस पत्रकारों समाज सेवकों का साथ देने की बजाय चोरों का साथ देती है। अब देखना यह है कि नाशिक रोड पुलिस चोरी रोककर पत्रकार को न्याय दिलायेगी या फिर चोरी में अपना हिस्सा लेकर चोरों का साथ देगी।
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