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नाले पर स्लैब डालकर बनाया गया मकान, क्या सुपर आयुक्त गणेश शिंपी करेंगे कोई कार्यवाही?

उल्हासनगर महानगरपालिका में नाला कब्जा करने का सिलसिला शुरू ही है। 

निज संवाददाता 
उल्हासनगर : ठाणे जिले की उल्हासनगर महानगरपालिका क्षेत्र में मैदान गली नदी के किनारे आदि कब्जा हो चुके हैं, अब नालों पर स्लैब डालकर किया जा रहा है कब्जा, थोड़ी सी बरसात में उल्हासनगर के कयी इलाके जलमग्न हो जाते हैं। फिर भी उल्हासनगर के लोग मनपा अधिकारी और कथित नेता देखने और समझने को तैयार नहीं हैं। 
    उमपा आयुक्त अजीजशेख 

उल्हासनगर महानगर पालिका अवैध निर्माणों के लिए पूरे देश में बदनाम है। यहां की इमारतों के रहवासियों के लिए ट्रांजिट कैंप नहीं है। इमारतों के अवैध होने के कारण अपघातगरस्त इमारतों के रहवासियों को कोई मुआवजा नहीं मिलता। इमारतों के गिरने के बाद उनको बसाये जाने के लिए उमनपा के पास कोई प्लान मौजूद नहीं है। कई इमारतों के तलमंजिल में रहनेवालों ने कब्जा कर रखा है परंतु इमारतों के ऊपरी हिस्से में रहनेवाले बेघर हो गये हैं। फिर भी न जनता चेतने को तैयार है और न ही उनके रहनुमा होने का ढोंग करनेवाले नेता। 
   नाला हो गया कब्जा कचरा भरने पर सफाई कैसे होगी? 

सी ब्लाक में बहता एक प्राकृतिक बड़ा नाला चेतन पार्किंग के मालिक चंदर नामक व्यक्ति ने पाटकर कब्जा कर लिया जिसके कारण जरा सी बरसात में गोल मैदान सी ब्लाक की सड़कें जलमग्न हो जाती हैं। अब इसी प्रकार का एक मामला फिर सामने आया है। विदर्भवाडी, कोणार्क रेसिडेन्सी के पीछे की ओर से एक बड़ा नाला निकलता है। उस नाले पर स्लैब डालकर उसपर मकान बनाया जा रहा है। पहले यह नाला काफी चौड़ा था। परंतु एक भूमाफिया ने मिट्टी डालकर भरनी करके पहले छोटा कर दिया और अब उसीने नाला कब्जा कर लिया है। पहले ही थोड़ी सी बरसात में बाळकृष्ण नगर, विदर्भ वाडी, नामदेव वाड़ी, राजीवगांधी नगर, और A ब्लॉक रोड परिसर में पूरी तरह से जल भराव हो जाता है। अब आगे क्या होगा? यह तो भविष्य ही बतायेगा परंतु नाला कब्जा हो रहा है इसकी शिकायत मिलने के बावजूद पालिका अधिकारी बीट निरीक्षक और मुकादम के ध्यान में क्यों नहीं आता। क्या इन लोगों की नियुक्ति सिर्फ वसूली कर रुपये कमाने के लिए हुई है। यह बात आम जनमानस के लिए एक बड़ी शोकांतिका है।

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