संविधान का दम भरनेवाली रिपब्लिकन पार्टी के नेता भगवान भालेराव
निर्माण तोड़ने गये मनपा प्रशासन और पुलिस को चार घंटे अवैध निर्माण स्थल पर रोके रखा और धमकाकर पैनल क्रमांक 7 आजादनगर के नगरसेवक भगवान भालेराव ने भगाया।
यही हैं वह अवैध दुकानें
यही हैं वह अवैध दुकानें
उल्हासनगर : महाराष्ट्र, ठाणे जिले की उल्हासनगर मनपा में फिर एक नगरसेवक के सय पर सरकारी जमीन हड़पुओं ने जमीन हड़पकर बनाई आठ दुकानें, यह सड़क शहर विकास नक्शे में रिंगरोड के नाम दर्ज है। रिंग रोड जिसकी चौड़ाई १२० फुट दर्शाया गया है। यह दुकानें जो खरीदेगा उसका हाल कल्याण अंबरनाथ रोड पर बनी दुकानों जैसा ही होगा।
. उमनपा आयुक्त अजीज शेख
. उमनपा आयुक्त अजीज शेख
उल्हासनगर मनपा भ्रष्टाचार और अवैध निर्माणों के लिए जगप्रसिद्ध है। इसी तरह से आठ दुकानों का अवैध निर्माण खेमानी से आजाद नगर जाने वाली सड़क पर लासी बिल्डिंग के ठीक सामने किया गया है। इन दुकानों को तोड़ने के लिए पुलिस बंदोबस्त भी लिया गया और उमनपा के प्रभारी सहायक आयुक्त गणेश शिंपी, प्रभाग दो के प्रभाग अधिकारी तुषार सोनवणे के साथ तोड़ू दस्ता लगभग चार घंटे बैठा रहा परंतु उसकी अवैध निर्माण तोड़ने की हिम्मत नहीं हुई और डाट डपटकर पूर्व उपमहापौर और नगरसेवक भगवान भालेराव ने भगा दिया। यह दशा है हमारे पुलिस प्रशासन और उल्हासनगर मनपा प्रशासन का इस पर यह दावा है कि शहर का विकास हम करेंगे जिस शहर में कानून का राज ही नहीं वहां विकास कैसे हो सकता है यह कोई मुझे समझाये।
उल्हासनगर में चुनकर आये ज्यादातर नगरसेवक नगर शोषक बनकर रह गये हैं। इनका काम खाली पड़ी सरकारी जमीनें हड़पना फर्जी बिल बनाकर मनपा के खजाने पर डाका डालना यही इनके मुख्य कार्य हैं। इन कूकृत्यों द्वारा कमाये गये रुपयों से वार्ड के मतदाताओं को शिर्डी, लोनावाला या अन्य किसी जगह पर घूमाकर मतदाताओं को लुभाने का काम कर चुनाव जितते हैं और फिर उसी कार्य में जुट जाते हैं। इन्हीं अवैध तरीके से कमाये गये रुपयों से गुंडे पालते हैं और चुनाव के समय लोगों को 5 सौ, हजार रुपये भी बांटते हैं।
उल्हासनगर मनपा के कई नगरसेवक पूरे पांच वर्ष फंड न होने का बहाना बनाकर वार्ड में विकास कार्य नहीं करते। उल्हासनगर मनपा के सार्वजनिक निर्माण विभाग अधिकारीयों से सांठ-गांठ कर फर्जी भुगतान (Bill) बनाकर सार्वजनिक बांधकाम (PWD) विभाग को चुना लगाते हैं और शहर में शहर विकास के लिए खाली पड़े भूखण्ड हड़पकर अवैध निर्माण कर अपनी तिजोरी भरते हैं। उमनपा प्रशासन में बैठे लोग आकंठ भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं। यही कारण है कि कल प्रभाग-4 के प्रभाग अधिकारी और उनके दो मातहतों को भ्रष्टाचार निरोधक दस्ते ने रुपये लेते रंगे हाथों पकड़ा है। इससे हमारे शहर के नेतृत्व व मनपा प्रशासन को कोई फर्क पड़नेवाला नहीं क्योंकि इन्होंने तो भ्रष्टाचार विरोधी पथक द्वारा पकड़े गये गणेश शिंपी को प्रभारी सहायक आयुक्त बना रखा है। हमारे शहर के नेता व मंत्री भ्रष्टाचार विरोधी पथक द्वारा पकड़ा जाना और हवालात की हवा खाकर आने को एक डीग्री तरह मानता है। पकड़े गए लोगों का प्रमोशन कर उंचे पदों पर बैठा दिया जाता है।
उल्हासनगर में चुनकर आये ज्यादातर नगरसेवक नगर शोषक बनकर रह गये हैं। इनका काम खाली पड़ी सरकारी जमीनें हड़पना फर्जी बिल बनाकर मनपा के खजाने पर डाका डालना यही इनके मुख्य कार्य हैं। इन कूकृत्यों द्वारा कमाये गये रुपयों से वार्ड के मतदाताओं को शिर्डी, लोनावाला या अन्य किसी जगह पर घूमाकर मतदाताओं को लुभाने का काम कर चुनाव जितते हैं और फिर उसी कार्य में जुट जाते हैं। इन्हीं अवैध तरीके से कमाये गये रुपयों से गुंडे पालते हैं और चुनाव के समय लोगों को 5 सौ, हजार रुपये भी बांटते हैं।
उल्हासनगर मनपा के कई नगरसेवक पूरे पांच वर्ष फंड न होने का बहाना बनाकर वार्ड में विकास कार्य नहीं करते। उल्हासनगर मनपा के सार्वजनिक निर्माण विभाग अधिकारीयों से सांठ-गांठ कर फर्जी भुगतान (Bill) बनाकर सार्वजनिक बांधकाम (PWD) विभाग को चुना लगाते हैं और शहर में शहर विकास के लिए खाली पड़े भूखण्ड हड़पकर अवैध निर्माण कर अपनी तिजोरी भरते हैं। उमनपा प्रशासन में बैठे लोग आकंठ भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं। यही कारण है कि कल प्रभाग-4 के प्रभाग अधिकारी और उनके दो मातहतों को भ्रष्टाचार निरोधक दस्ते ने रुपये लेते रंगे हाथों पकड़ा है। इससे हमारे शहर के नेतृत्व व मनपा प्रशासन को कोई फर्क पड़नेवाला नहीं क्योंकि इन्होंने तो भ्रष्टाचार विरोधी पथक द्वारा पकड़े गये गणेश शिंपी को प्रभारी सहायक आयुक्त बना रखा है। हमारे शहर के नेता व मंत्री भ्रष्टाचार विरोधी पथक द्वारा पकड़ा जाना और हवालात की हवा खाकर आने को एक डीग्री तरह मानता है। पकड़े गए लोगों का प्रमोशन कर उंचे पदों पर बैठा दिया जाता है।
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