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कल्याण यातायात पुलिस बनी डकैत, सारी रात पुलिस की वर्दी दिखाकर करती है वसूली!!

ट्राफिक पुलिस की नियुक्ति यातायात को सुगम व सुचारू बनाने के लिए होती है या अवैध वसूली के लिए? 
निज संवाददाता 
कल्याण : ठाणे आयुक्तालय क्षेत्र के कल्याण सेन्चुरी केमिकल कंपनी के सामने, सांई निर्वाना इमारत के सामने बनी यातायात पुलिस चौकी है अवैध वसूली का अड्डा, सारी रात बाहर गांव से आने वाले मालवाहक वाहनों से १०० - २०० रुपये प्रति वाहन की जाती है वसूली।
       लाल गोल घेरे में राहुल बोरसे 
      कल्याण यातायात पुलिस निरीक्षक महेश तरड़े 

वैसे तो यातायात पुलिस यातायात को निर्बाध रूप से चलाने पर ध्यान कम देने व वसूली पर ज्यादा ध्यान देने के लिए बदनाम है। इसी तरह वसूली का एक दृश्य हमारे कैमरे में कैद हो गया जहाँ राहुल बोरसे नामक यातायात पुलिस नाईक सेन्चुरी केमिकल कंपनी के सामने बनी यातायात चौकी पर एक बेंच पर बैठा है और एक व्यक्ति कल्याण - मुरबाड रोड पर मुरबाड की तरफ से आने वाले हर मालवाहक वाहन से सौ-दो सौ रुपये वसूल रहा है और वसूला गया रुपया चौकी के बाहर बैठे पुलिस नाईक को लाकर दे रहा है। जो चलचित्र में साफ साफ दिखाई दे रहा है। इस चलचित्र (video) को प्रसारित किए आठ दिन बीत गया परंतु यातायात निरिक्षक महेश तरड़े का अब तक पुलिस नाईक राहुल बोरसे और वार्डन भोईटे पर अवैध वसूली का मामला दर्ज कर जांच शुरू न किया जाना क्या दर्शाता है? "यह रिस्ता क्या कहलाता है" महानगर पालिका द्वारा दिए गए वार्डन यातायात को सुचारु व सुगम बनाने के लिए दिए जाते हैं। परंतु यातायात पुलिस उनका उपयोग अपने लिए वाहन चालकों से रुपये वसूलने के लिए करती है। परंतु सेन्चुरी केमिकल की चौकी पर जो मामला सामने आया यहाँ तो वार्डन भोईटे ने भी अपने लिए 500 रुपया प्रतिदन की दर से एक व्यक्ति को वसूली के लिए पगार पर रखा है। इससे आप समझ सकते हैं रात पाली में वाहनों की चेकिंग के नामपर क्या होता है? सिर्फ़ वसूली। बाकी विडियो में देखकर आप खुद समझ जायेंगे कि किस तरह एक व्यक्ति आने वाले हर वाहन चालक से रुपये लेकर आता है और पास बैठे पुलिस सिपाही राहुल बोरसे को दे रहा है।

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