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तस्करी के लिए भेजे गये बंदो ने विदेशी मुद्रा से भरा बैग किया गायब पिटाई हुई माँ और बहन की!!

घर में घूसकर माँ और बहन की पिटाई, पुलिस ने दर्ज किया असंज्ञेय अपराध (एनसीआर)।

निज संवाददाता
उल्हासनगर : उल्हासनगर पुलिस स्टेशन की हद में, 4 अगस्त 2022 की रात आठ बजे एस ई एस बालिका विद्यालय के पास चार स्वर्ण तस्करों (Smuggler) ने एक घर में घूसकर की महिला और उसकी जवान बेटी की पिटाई, फाड़े कपड़े बड़ी जद्दोजहद के बाद तस्करों के खिलाफ उल्हासनगर पुलिस स्टेशन में दर्ज हुई शिकायत वह भी असंज्ञेय अपराध (NCR) के तहत जबकि होना चाहिए था महिलाओं के शीलभंग करने के तहत मुकदमा, संज्ञेय अपराध की धारा 354 के तहत!

आजकल अपने पुलिसस्टेशन की हद में सब शांति शांति है यह दर्शाने के लिए स्टेशन डायरी में पुलिस मामले दर्ज करना नहीं चाहती है। यही कारण है कि सरकार तक बढ़ते गुनाहों का सही लेखा जोखा नहीं पहुंचता और छिपा रह जाता है। इसी तरह का एक मामला उल्हासनगर पुलिस स्टेशन की हद में अग्निपर्व टाइम्स के सामने आया है। सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि चार अगस्त की रात आठ बजे के दरम्यान चार लोग उल्हासनगर कैम्प क्रमांक एक के एस ई एस स्कूल के पास एक बैरेक में पहुंचे और घर में मौजूद महिला से उनके पुत्र कहाँ है यह सवाल पूछा और जवाब से संतुष्ट न होने पर माँ और बेटी के साथ गाली-गलौज और हाथापाई करने लगे, किसी तरह अपनी जान बचाकर दोनों महिलाएं उल्हासनगर पुलिस स्टेशन पहुंची परंतु चारों तस्करों ने पुलिस स्टेशन में मौजूद डीबी इंचार्ज योगेश माली से पहले ही सांठ-गांठ कर रखा था। शायद यही कारण है कि पुलिस मारपीट, सीलभंग का मामला दर्ज करने को तैयार नहीं हुई। बड़ी जद्दोजहद और समाज सेवकों के हस्तक्षेप के बाद आखिरकार उल्हासनगर पुलिस स्टेशन में (१) दिपक सुहानी (2) जय बच्छानी (3) संजू बच्छानी इन चार लोगों पर असंज्ञेय अपराध के तहत मामला दर्ज कर छोड़ दिया गया। उपरोक्त चारों में से दो दिपक सुहानी और बिट्टू स्वर्ण तस्करी और विदेशी संचलन की मुद्राओं का हेर फेर करते हैं। इनपर कई पुलिस थानों में इस प्रकार के मामले दर्ज हैं, अग्निपर्व टाइम्स ने लिखा था।

अपुष्ट सूत्रों ने जो बताया है वह भी तस्करी से जूड़ा मामला है। मार खाई महिला के दोनों भाइयों को पच्चीस लाख की करेंसी देकर हवाईअड्डे पर विदेश जाने के लिए भेजा गया था। वहाँ से इन दोनों भाइयों को तस्करी कर स्वर्ण लाना था। परंतु दोनो भाइयों का कहना है कि वे सीमा शुल्क (Custom) विभाग की डर से मुद्रा से भरा बैग हवाई अड्डे पर छोड़कर भाग गये थे। इस मारपीट का कारण ही विदेशी मुद्रा से भरा बैग गायब होना है। जैसा की हमारी जांच में पता चला है। हमने पुलिस विभाग में डीबी इंचार्ज योगेश माली से फोन पर संपर्क करना चाहा परंतु उन्होंने फोन नहीं उठाया वहीं वरिष्ठ निरीक्षक कदम से बात की तो उन्होंने कहा जांच कर बतलाता हूँ। आगे की जानकारी के लिए पढ़ते रहिये अग्निपर्व टाइम्स का ब्लॉग और देखते रहिए 'AgniparvTimes' यु ट्युब चैनल, चैनल को लाइक और सब्सक्राईब जरूर किजिए ताकि हमारी खबरें आप तक पहले पहुंचे। 

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