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राकपा की सरकार गिरते देख कालानी चले भाजपा की राह!

महाराष्ट्र सरकार गिरते देख पप्पू कालानी चले पकड़ने भाजपा के पांव!

भाजपा नेता को किया फोन उसने लगाई लताड़ कहा रखो फोन,
उल्हासनगर भाजपा जिला अध्यक्ष का पप्पू को मिल रहा है समर्थन!
                            
उल्हासनगर : महाराष्ट्र सरकार की चूले हिलती देखकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को उल्हासनगर में सत्ता का सपना दिखाने वाले पप्पू कालानी ने भाजपा प्रदेश के एक नेता को किया फोन और कहा मैं भाजपा में आने को तैयार हूँ, नेता ने कहा रखो फोन और अभी पहले यहाँ के हालात देखो! कालानी की चाटुकारिता करने वाले वर्ष में कितनी बार बदलेंगे अपना चोला?

महाराष्ट्र में ढाई वर्ष पूर्व तीन बेमेल विचारधारा वाली पार्टियों ने आपस में तालमेल कर महाविकास आघाड़ी बनाकर महाराष्ट्र में अपने सत्ता की स्थापना की जिसमें आघाड़ी के प्रमुख दल शिवसेना को सत्ता का मुखिया बनाया गया अब उसी शिवसेना के दो फाड़ हो गये हैं और उसके एक प्रमुख नेता एकनाथ शिंदे ने बगावत कर अपना अलग दल बना लिया है। सूत्रों ने बताया महाराष्ट्र में महाविकास आघाड़ी की सरकार जाती देख उल्हासनगर के कथित शेर पप्पू कालानी ने अपनेआप को जेल जाने से बचाने के लिए भाजपा में अपने समर्थक नेता से फोन कर संपर्क किया और कहा कि मैं भाजपा में प्रवेश करना चाहता हूँ, परंतु उस नेता ने लगभग डपटते हुए फोन रखने का आदेश दे दिया।

बतादें करोना महामारी के चलते उम्रकैद की सजा काट रहे पप्पू कालानी को पहले जेल से पे रोल पर छोड़ा गया और बाद में राकपा गृहमंत्री और सरकार से सांठगांठ कर सरकारी पहल पर अच्छे चाल चलन का बहना बनाकर उम्रकैद की सजा से मुक्त कर, रिहा कर दिया गया। हरबार की तरह इस बार भी अवसरवादिता दिखाते हुए पप्पू कालानी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सरकार गिर जाने के आसार देखते ही उल्हासनगर के डरपोक भाजपा जिला अध्यक्ष और पूर्व नगरसेविका के पति के समर्थन से महाराष्ट्र भाजपा प्रदेश स्तर के एक नेता को फोन पर संपर्क कर भाजपा में प्रवेश करने की अपनी मंशा जाहिर की परंतु नेता ने कहा अभी जो चल रहा है उस घटनाक्रम को देखो और फोन रख दो। इस तरह सरकार बदलते ही उल्हासनगर के कथित शेर जिनकी तुलना मिट्टी के शेर से भी नहीं की जा सकती है ऐसे लोग जो रातोंरात अपना चोला बदलते हैं उन लोगों को कुछ लालची और चाटुकार लोग न जाने क्या क्या उपाधि देते हैं और शेर की संज्ञा देकर कहते हैं "पप्पू शेर आहे" जो सिर्फ अपने स्वार्थ के लिए हर बार चोला बदलता हो और सिर्फ अपने नीजी स्वार्थ के लिए ही जीवन जी रहा हो उससे कोई उम्मीद कैसे की जाती है। आगे की घटना भविष्य के गर्त में छिपी है आगे देखिये महाराष्ट्र में क्या होता है और उल्हासनगर का घटनाक्रम कैसे बदलता है। मुझे जो पता चला वह आपके सामने परोस दिया, पढ़ने के लिए धन्यवाद! अगर आपको पसंद आये तो आगे प्रसारित जरूर किजिए।


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