उल्हासनगर मनपा मुख्यालय बना अय्याशी का अड्डा ! जनसमस्याओं का निवारण करने की बजाय मनाई जाती है पार्टी!!
उल्हासनगर महानगरपालिका हर समय किसी न किसी विवादवश चर्चा में रहती है, हर बार विवाद के लिए कुछ न कुछ मिल ही जाता है। इसी तरह की एक घटना मुख्यालय के पीछे शासकीय वाहन चालक संगठना (उल्हासनगर शाखा) कक्ष में घटित हुई है, जहाँ पालिका के ठेका आधारित चालक कामगारों ने शासकीय वाहन चालक संगठन के वाहन चालक कक्ष में शराब पीकर पार्टी मनाया गया और ज्यादा हो जाने पर उल्टी कर पूरा कार्यालय और आसपास का परिसर गंदा कर दिया गया। इस कारनामें का फोटो व चलचित्र हमारे हाथ लगे हैं।
इसी प्रकार की एक घटना जो शहर रचनाकार कार्यालय में घटित हुई है, कामकाज निपटारे के समय पर शहर रचनाकार अपने अधिनस्थ महिला व पुरुष कर्मचारियों के साथ केक काटकर अपने हाथों से महिला कर्मचारी के मूहँ में बड़े प्यार से केक का टुकड़ा डालते हुए चलचित्र में दिखाई दे रहे हैं! अब यह समझ से परे होता जा रहा है कि उल्हासनगर मनपा मुख्यालय में अधिकारी व कर्मचारी लोगों का कामकाज निपटाने आते हैं या शराबखोरी करने, कामकाज के समय पार्टी मनाने और कार्यालयों में बैठकर सिगार पीने।
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार ठेका आधारित अस्थायी कामगार पालिका में कार्यरत स्थायी कामगारों से रे तू की भाषा में बात करते हैं और कार्यालय में कब्जा कर बैठे रहते हैं, उनको बैठने का स्थान तक नहीं देते हैं। समय रहते इनको नहीं रोका नहीं गया तो किसी अप्रिय घटना से इंकार नहीं किया जा सकता है। अब देखना यह है कि मनपा प्रशासक डॉ. राजा दयानिधि क्या निर्णय लेते हैं, जो आनेवाला समय बतायेगा।

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