रम्मीक्लब, मटका, डांसबार के अलावा अनेकों धंधो से, वसूली कर रहे हैं योगेश शिंदे !!
उल्हासनगर : उल्हासनगर के मध्यवर्ती पुलिस स्टेशन की हद में अनेकों मटका जुआघर, अयप्पा मंदिर, बालकनजी बारी के पास रम्मी क्लब आर्केस्ट्रा के नाम पर चलने वाले डांसबार के अलावा पान की दुकानों पर खुलेआम बिक रहा प्रतिबंधित गुटखा, उसके अलावा अमन टाकीज के पास सलीम बेंच रहा है एमडी नामक नशीला जहर पुलिस को मिल रहा हर महीने हफ्ता, मध्यवर्ती पुलिस स्टेशन के वसूलीबाज योगेश शिंदे के पास है वसूली का ठेका, वरिष्ठ निरिक्षक मधुकर कड करते हैं शिंदे के आदेशों का पालन, सुपर निरिक्षक बन गए हैं योगेश शिंदे!
उल्हासनगर मध्यवर्ती पुलिस स्टेशन हद में चल रहे विडियो गेमपार्लर, अयप्पा मंदिर के पास व बालकनजी बारी के पास ठाकुर बंधुओं के रम्मी क्लब, डांसबार, व लाज के अलावा अनेकों तरह के अवैध धंधे चल रहे हैं। मध्यवर्ती पुलिस के वसूलीबाज (कलेक्टर) योगेश शिंदे हर अवैध धंधे से हर महीने तयसूदा हफ्ता वसूल करते हैं। यहाँ यह जानना जरूरी है कि योगेश शिंदे अवैध धंधे वालों से वसूली व परमिशन दिलाने के अलावा विभाग से संबंधित और कोई दूसरा काम नहीं करते, साहब कभी पुलिस की वर्दी नहीं पहनते। सूत्र बताते हैं, रुपये देकर वरिष्ठ निरीक्षक मधूकर कड़ को वरिष्ठ अधिकारियों और मंत्रालय से खरीद कर शिंदे ने ही नियुक्ति करवाई है। इसलिए शिंदे पुलिसस्टेशन के सुपर निरीक्षक बन गये हैं! इस तरह की चर्चा उल्हासनगर मध्यवर्ती पुलिस स्टेशन के पुलिस कर्मियों के बीच है। खर्च किये हुए रुपये को ब्याज सहित वसूल करने के लिए मध्यवर्ती पुलिस स्टेशन हद को अवैध धंधो के हवाले कर दिया है, बिना रुपया लिए प्राथमिकी (FIR) तक दर्ज नहीं की जाती।
कहा जाता है ट्रेनिंग पर जाने से पहले उपायुक्त प्रशांत मोहिते अवैध धंधों से रुपया नहीं लेते थे इसलिए अवैध धंधे छुप छूपाकर चलाये जाते थे, परंतु मोहिते के ट्रेनिंग से लौटकर आने के बाद से ही सभी अवैध धंधे खुलेआम शुरू हो गये हैं। धंधो का खुलेआम चलना ही यह साबित कर देता है कि पुलिस उपायुक्त शिंदे सिर्फ प्रशिक्षण का ही इंतजार कर रहे थे। अब लोग कानाफूसी कर रहे हैं कि पुलिस उपायुक्त प्रशांत मोहिते कहीं हफ्ता वसूली का प्रशिक्षण लेने तो नहीं गये थे। उल्हासनगर के मध्यवर्ती पुलिस स्टेशन के हद की आम जनता अब रामभरोसे हो गई है।
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