उल्हासनगर महानगरपालिका के तीन कर्मचारी रिश्वत लेते गिरफ्तार।
उल्हासनगर: उल्हासनगर महापालिका के कर विभाग में कार्यरत एक प्रभारी कर निरीक्षक सहित दो लिपिक को पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने रंगेहाथों गिरफ्तार किया। मालमत्ता की रसीद पर नाम लिखने के बदले शिकायतकर्ता से रिश्वत मांगी गई थी। गुरुवार को उल्हासनगर कॅम्प चार में सफलता पूर्वक जाल बिछाकर तीनों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
उल्हासनगर महापालिका में भ्रष्टाचार का प्रकरण खत्म होते दिखाई नहीं देता। उसमें भी प्रभारी पदों पर कार्यरत कर्मचारियों द्वारा रिश्वत लेने के प्रकरण का प्रमाण कुछ ज्यादा ही सामने आया है। ऐसे ही एक प्रकरण में गुरुवार को उल्हासनगर महापालिका के कर विभाग में कार्यरत तीन कर्मचारियों को भ्रष्टाचार निर्मूलन पथक ने रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया है। शिकायतकर्ता मालमत्ता कर रसीद पर नाम लिखवाने के लिए महानगरपालिका गया था उस समय कनिष्ठ लिपिक शंकर सोहदा ने शिकायतकर्ता से पांच हजार रुपए रिश्वत की मांग की थी। गुरुवार को शिकायतकर्ता उल्हासनगर कैम्प चार रुपये लेकर कर्मचारियों से मिलने गया तब लिपिक शंकर सोहंदा, प्रभारी कर निरीक्षक भानू परमार और कर लिपिक बलराम गिदवानी एक चार चक्का गाड़ी में बैठे थे।
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