अमित बूलचंदानी (Amit bulchamdani) जो अब तक बादशाह का कारोबार उल्हासनगर में देख रहा था वह अब गया गोवा !
रातोंरात करोड़पति बनाने का सपना दिखाकर युवको की जिंदगी खराब कर दी है जुआ चालकों ने आईपीएल मैच की गोवा में बैठकर सट्टेबाजी कराने वाला बादशाह अब उल्हासनगर में आयडी देने वसूली करने आया है!!
कमलेश दुबे
उल्हासनगर: उल्हासनगर शहर में जुआ ही जुआ कहीं मटका, सट्टा, क्लब और मैच में सट्टेबाजी हर दिन हर समय चलता रहता है। परंतु आईपीएल क्रिकेट मैच बुकियों के लिए किसी महोत्सव से कम नहीं है, गोवा में बैठकर, गोवा और उल्हासनगर दोनो जगह मैच में सट्टा लगाया जा सकता है, आपके जेब में पैसे होने चाहिए, जेब का मतलब बैंक देश विदेश कहीं भी चल अचल संपत्ति भी चल जायेगी।
उल्हासनगर की कोई गली मुहल्ला सड़क बाकी नहीं जहाँ जुआ न चलता हो, कहीं मटका तो कहीं क्लब, वालीबॉल, फुटबाल, टेनिस व क्रिकेट की हार-जीत, कौन कितना रन बनायेगा, कितने रन के बाद विकेट गिरेगी हर बात पर सट्टा लगाने की सुविधा उल्हासनगर में घर बैठे मिल जाती है बस किसी पन्टर से आपकी पहचान होनी चाहिए। सट्टा बुकी के पन्टर को अडवांस में पेमेंट देकर एक आयडी (ID) लेने की जरूरत है। उनके नाम हम आपको बताते हैं। उसमें कुछ नाम आपको अजीब लग सकते हैं या फिर आप समझेंगे फिल्मों के नाम हैं, परन्तु नहीं यह उनके स्वघोषित नाम भी हो सकते हैं। बीजू, गिरीश चायवाला, सुरेश,अमित, युवी, मोंटी, अजय बटाटा, गोपाल, डॉन,बाबा, बादशाह, खान, रोड, राहुल, काली, नंदू, विक्की, विस्की व चावला इत्यादि यही नहीं और भी हैं जैसे हमें नामों की लिस्ट मिलेगी हम आपको उनके नाम भी बतायेंगे। यह बहुत ही अच्छे और ईमानदार पन्टर हैं। यह लोग पैसों का हेरफेर नहीं करते। परंतु उधार रखे गये पैसे चुकता न करने पर मारते बहुत हैं। कभी कभी मार व बेइज्जती होने के डर से कई लोगों ने आत्महत्या भी कर लिया है जिसका मुकदमा पुलिस में दर्ज है वैसे पुलिस ने इन बुकियों को संभालने की जबानी इजाजत दे रखी है। पर कभी-कभी दबाव के चलते मामला दर्ज करना भी पड़ता है।
उल्हासनगर: उल्हासनगर शहर में जुआ ही जुआ कहीं मटका, सट्टा, क्लब और मैच में सट्टेबाजी हर दिन हर समय चलता रहता है। परंतु आईपीएल क्रिकेट मैच बुकियों के लिए किसी महोत्सव से कम नहीं है, गोवा में बैठकर, गोवा और उल्हासनगर दोनो जगह मैच में सट्टा लगाया जा सकता है, आपके जेब में पैसे होने चाहिए, जेब का मतलब बैंक देश विदेश कहीं भी चल अचल संपत्ति भी चल जायेगी।
उल्हासनगर की कोई गली मुहल्ला सड़क बाकी नहीं जहाँ जुआ न चलता हो, कहीं मटका तो कहीं क्लब, वालीबॉल, फुटबाल, टेनिस व क्रिकेट की हार-जीत, कौन कितना रन बनायेगा, कितने रन के बाद विकेट गिरेगी हर बात पर सट्टा लगाने की सुविधा उल्हासनगर में घर बैठे मिल जाती है बस किसी पन्टर से आपकी पहचान होनी चाहिए। सट्टा बुकी के पन्टर को अडवांस में पेमेंट देकर एक आयडी (ID) लेने की जरूरत है। उनके नाम हम आपको बताते हैं। उसमें कुछ नाम आपको अजीब लग सकते हैं या फिर आप समझेंगे फिल्मों के नाम हैं, परन्तु नहीं यह उनके स्वघोषित नाम भी हो सकते हैं। बीजू, गिरीश चायवाला, सुरेश,अमित, युवी, मोंटी, अजय बटाटा, गोपाल, डॉन,बाबा, बादशाह, खान, रोड, राहुल, काली, नंदू, विक्की, विस्की व चावला इत्यादि यही नहीं और भी हैं जैसे हमें नामों की लिस्ट मिलेगी हम आपको उनके नाम भी बतायेंगे। यह बहुत ही अच्छे और ईमानदार पन्टर हैं। यह लोग पैसों का हेरफेर नहीं करते। परंतु उधार रखे गये पैसे चुकता न करने पर मारते बहुत हैं। कभी कभी मार व बेइज्जती होने के डर से कई लोगों ने आत्महत्या भी कर लिया है जिसका मुकदमा पुलिस में दर्ज है वैसे पुलिस ने इन बुकियों को संभालने की जबानी इजाजत दे रखी है। पर कभी-कभी दबाव के चलते मामला दर्ज करना भी पड़ता है।
0 टिप्पणियाँ