कल्याण: कल्याण डोंबिवली महानगरपालिका के कल्याण-अंबिवली रोड, शहाड गांव के पास दर्जनों रहवासी इमारतें हैं। इन इमारतों के रहवासियों का, आवारा कुत्तों की वजह से राह चलना हुआ मुश्किल, कुत्ते पीछे से आकर काट रहे हैं।
कल्याण से अंबिवली (मोहना) जानेवाली सड़क के दोनों तरफ रहवासी इमारतें हैं। इन रहवासियों के लिए इनके आस पास कोई उद्यान या हल्की फुल्की कसरत करने के लिए कोई माकूल स्थान न होने से महिला पुरुष सरकारी सड़क का सहारा लेते हैं और इन्हीं सड़कों पर सुबह शाम चहल कदमी करने के साथ ही हाथ पैर हिलाकर हल्की फुल्की कसरत कर अपने-आप को तंदरुस्त रखने की कोशिश करते हैं। पर चहलकदमी के दौरान अपने आप को वाहनों से तो बचा लेते हैं परंतु कब कौन-सा आवारा कुत्ता आकर पीछे से काट लेगा इसका वे अंदाजा भी नहीं लगा पाते।
इस तरह कुत्तों और चैन, मंगलसूत्र झपटमारों के डर से अपनी इमारतों से बाहर निकलने से डरती हैं महिलाएं। जिससे उनका मोटापा ही नहीं बढ़ रहा बल्कि डिप्रेशन की शिकार भी हो रही हैं। सरकार ने देश की सौ स्मार्ट सिटी में कल्याण डोंबिवली शहर का भी सुमार किया है। कुछ हद तक कार्य शुरू भी हो चुका है। परंतु क्या स्मार्ट सिटी के स्मार्ट आवारा कुत्तों से लोगों को बचाने के लिए कोई कार्यान्वयन मनपा द्वारा होगा? क्या झपटमारों से बचाने के लिए शहर की पुलिस भी स्मार्ट होगी? यह सवाल अब कल्याण डोंबिवली महानगरपालिका क्षेत्र के रहवासी आपस में एक दूसरे से पूछ रहे हैं!
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