उल्हासनगर : महाराष्ट्र, ठाणे जिले की उल्हासनगर मनपा में तैनात शहर रचनाकार प्रकाश मुले के रूप में एक भ्रष्ट शहर रचनाकार मिला है। मनपा शहर रचना विभाग के चार टेबलों से फाईल सरकाने के लिए देने पड़ते हैं दो लाख रुपये ! तब उसके बाद शहर रचनाकार (Taun Planer) को 8 - 10 लाख जितना मुख खुल जाय उतना देने के बाद प्लान पास होता है। इस प्रकार की प्रक्रिया से उल्हासनगर मनपा में होता है, इमारतों का प्लान पास। यही कारण है की शहर में अवैध निर्माण हो रहे हैं। इसी तरह शहरहित में पूछे गए सवालों का जवाब सूचना अधिकार अधिनियम के तहत सही नहीं दिया जाता है। अपील में जाने पर आवक -जावक दर्ज करने वाली कनिष्ठ लिपिक (Clerk) को नियुक्त किया जाता हैं, अपीलकर्ता को जवाब देने के लिए !
शहर में रचनाकार की स्थिति
उल्हासनगर मनपा शहर रचना विभाग से शहाड स्टेशन पूर्व उड़ान पुल के पास, उल्हासनगर-1, श्रीकटकेश्वर मंदिर के पीछे बंद कंपनी हरमन मोहता के प्लाट पर जो बाद में कुमार लाॅन बन गया और अब उसपर नवीमुंबई की भवन निर्माता कंपनी पैराडाइज "सांई वर्ल्ड लिजेन्ड" नामक 36 मंजिला इमारतों के संकुल का निर्माण कर रही है। उसकी जानकारी मांगी गयी थी, सवालों की सूची इस प्रकार है। १)Certified copy of approved plan along with c.c.along with Zone Clearance Certificate.(2) NOC Of Labour Commissioner Certified Copy.(3) NOC of MMRDA Department Certified Copy.(4) NOC of National Highway Authority of India.(5) NOC of Environment Department.(6) Clearance from Technical Advisory Committee along with Fire NOC. जनसूचना 20 दिसंबर 2021 को मांगी गई थी, जिसका टोकन नं. 41202100019144 है और मांगने वाले का नाम (Kamlesh s Dubey) है। जवाब मिलने के लिए पत्र क्र.उमपा /नरवि/माअअ/798/2021(26) मिला। मिला हुआ जवाब इस प्रकार है "उपरोक्त संदर्भिय माहितीच्या अधिकारत आपण परीपूर्ण पत्ता जसे यु.नं.,ब्लाक नं. बैरेक नं. रुम नं. इत्यादि व बांधकाम परवानगी क्र. नमुद करवा त्यानंतर उपलब्ध माहिती आपणांस पुरवण्यात येईल" और इस पत्र पर हस्ताक्षर थे कनिष्ठ अभियंता, महीती अधिकारी के परंतु वे अपील के दिन सुनवाई पर हाजिर नहीं हुए और अपनी जगह एक लिपिक को भेज दिया। यहां यह बताया जाना जरूरी है कि अपील के लिए आने का समय व तारीख बताने के लिए पत्र द्वारा या फिर फोन पर सूचना नहीं दिया गया। अपील के एक दिन पहले अचानक पहुंचकर पूछने पर बताया गया कि कल तुम्हारी अपील की सुनवाई है।इस तरह गोंधल कारोबार चल रहा है उमनपा का। हर अपील में आम जनता को गुमराह किया जाता है। न्याय पाने के लिए न्यायालय जाने के लिए वकीलों को लाखों रुपये देने पड़ते हैं और उसके बाद जज साहब भ्रष्टाचार की चर्चा कर उसको खत्म करने के लिए कदम उठाने के बजाय जनहित याचिका पेश करनेवाले को ही मुजरिम की तरह खड़ा कर पूछेंगे तुम्हारा हेतु क्या है? तुम कमाते कितना हो? इसका मतलब तो यही हुआ तुम भ्रष्टाचार उजागर क्यों करना चाहते हो? इस तरह भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने में हमारे देश में बने नियम और कानून ही ज्यादा जिम्मेवार नजर आते हैं।
सांई वर्ल्ड लीजेंड की शिकायत
सांई वर्ल्ड लीजेंड इमारत संकुल का निर्माण शहाड स्टेशन पूर्व, शहाड उड़ान पुल के पास उल्हासनगर-1, कुमार लान्स पर नवीमुंबई की पैराडाइज कंपनी द्वारा किया जा रहा है। इमारत शहर विकास नक्शे में वाणिज्य (Comercial) कार्य के लिए आरक्षित भूखण्ड पर बनाई जा रही है। 36 मंजिला इमारत निर्माण के लिए अतिरिक्त एफएसआई किस आधार पर और कहां से मिली? राष्ट्रीय महामार्ग से 37.50 दूर होने के साथ ही NOC चाहिए होती है? उमनपा के पास 36 मंजिला इमारत पर आने वाली किसी भी आपदा विपदा से निपटने के लिए संसाधन हैं क्या? 36 मंजिला इमारत के लिए टीडीआर कहाँ से आया? व किन शर्तों पर इमारत निर्माण का प्रस्ताव पारित किया गया है? क्या शर्तें पूरी हुई हैं? 20 मंजिलों की मंजूरी मिली थी और सबसे बड़ी बात निर्माणाधीन इमारत एक प्राकृतिक नाला पाटकर बनायी जा रही है। इस निर्माणाधीन इमारत की शिकायत उमनपा में वरिष्ठ नगरसेवक राजेंद्र सिंह भुल्लर महाराज ने किया था। जिसकी खबर ABI, अग्निपर्व टाइम्स के अलावा कई अन्य समाचारपत्रों ने छापा था। फिर भी इमारत 36 मंजिला ही बन रही है! बुकिंग शुरू है। अवैध तरीके से बन रही इमारत को रेरा नंबर भी मिल गया है! सभी चुप, इसका अर्थ समझने के लिए कोई अंतरिक्ष शास्त्र पढ़ने की जरूरत नहीं है।
शहर विनास मंत्री एकनाथ शिंदे
उल्हासनगर महानगरपालिका में कार्यरत शहर रचनाकार को और जन सूचना अधिकारी को उपरोक्त विवादास्पद इमारत का पता नहीं मालूम है, यह हास्यास्पद होने के सिवा और क्या हो सकता है? इस गुमराह करनेवाला और भ्रष्ट आचरण के (TP) टाऊन प्लानर को जब प्लान पास करने के लिए रुपये नहीं मिलते तो वह कहता है, मेरा बाप "एकनाथ शिंदे है" इसका अर्थ शहरी विकास मंत्री साहब ही बता सकते हैं। अग्निपर्व टाइम्स ने शहर रचनाकार द्वारा दत्तक पुत्र बताये जाने की और सांई वर्ल्ड लिजेंड इमारत संकुल के अवैध होने की खबर पहले भी छापी थी परंतु कोई कार्रवाई नहीं हुई।
अग्निपर्व टाइम्स समाचारपत्र का आम लोगों से आग्रह है कि इस तरह की अवैध इमारतों में फ्लैट खरीदकर, रुपये देकर सरदर्द मोल न लें। कोर्ट से किसी भी तरह के निर्णय के बाद, परेशान होने से और इसके उसके हाथ पैर जोड़ने से बचें।
जानकारी के लिए संपर्क
मो.क्र.8208854778
अग्निपर्व टाइम्स समाचारपत्र का आम लोगों से आग्रह है कि इस तरह की अवैध इमारतों में फ्लैट खरीदकर, रुपये देकर सरदर्द मोल न लें। कोर्ट से किसी भी तरह के निर्णय के बाद, परेशान होने से और इसके उसके हाथ पैर जोड़ने से बचें।
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