मुंबई, अग्निपर्व टाइम्स : दिशा सालियान मौत मामले में अपना बयान दर्ज कराने के लिए शनिवार को केंद्रीय मंत्री नारायण राणे और उनके विधायक पुत्र नितेश राणे रविवार को मालवणी पुलिस स्टेशन पहुंचे जहाँ उनसे नौ घंटों तक पूछताछ की गई। यह मामला दिशा सालियान की मां ने मुंबई महापौर किसोरी पेडनेकर के कहने पर दर्ज कराया था। राणे ने कहा कि मेयर के बहकावे में आकर ही दिशा सालियान की मां ने मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया है। मालवानी पुलिस स्टेशन के बाहर जमा भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता जमा थे उनमें से कुछ कार्यकर्ताओं के सब्र का बांध टूट गया और वे पुलिस से उलझ गए जिसके बाद इन्हें हिरासत में ले लिया गया। केंद्रिय मंत्री नारायण राणे व नितेश राणे
पूछताछ के बाद मालवाणी पुलिस स्टेशन से निकले केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने कहा, 'अमित शाह को मैंने फोन किया उसके बाद ही हम रिहा हुए। हमारा बयान लिया गया था कि दिशा सालियान की मौत आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या थी। मुंबई के मेयर किशोरी पेडनेकर ने सालियान की मां को भड़काया जिसके बाद उन्होंने हमारे खिलाफ मामला दर्ज कराया था।' केंद्रीय मंत्री ने आगे बताया , 'सुशांत सिंह राजपूत व दिशा सालियान की मौत के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मुझे मंत्री की कार होने के दावे के बयान को बदलने के लिए दो बार फोन किया था। यह हमपर दबाव बनाने की कोशिश नहीं तो और क्या है।
सालियान की मां ने यह मामला इंफार्मेशन टेक्नेलाजी एक्ट की धारा 500, 509 और 67 के तहत दर्ज कराया है। FIR में सालियान की मां ने आरोप लगाया है कि उनकी बेटी को लेकर इन नेताओं ने गलत बयानबाजी की है। 8 जून, 2020 को सालियान की मौत हो गई उसके 6 दिन बाद 14 जून को अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत अपने मुंबई स्थित आवास में मृत पाए गए थे। दोनों मौतों के आपस में तार जूड़े होने का सक लोगों को था, परंतु मुंबई पुलिस ने दोनों मौत को जांच के पहले ही आत्महत्या घोषित कर दिया था। मिडिया ने तो सबूत मिटाने के भी आरोप लगाये। जिसका बदला आघाडी सरकार ने अर्णव गोस्वामी और उनके चैनल पर काम करने वाले एक हजार कर्मचारियों पर मुकदमा दर्ज कराकर ले लिया था। नारायण राणे को भी मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को अपशब्द बोलने के मामले में गिरफ्तार किया गया था। परंतु जैसे अर्णव के मामले में कोर्ट ने सरकार को लताड़ा था उसी तरह राणे के मामले में भी सरकार को मुह की खानी पड़ी।
दरअसल 28 फरवरी को दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व मैनेजर दिशा सालियान के माता-पिता की शिकायत पर महाराष्ट्र महिला आयोग की अध्यक्ष रुपाली चाकणकर ने दोनों के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए कहा था, दिशा सालियान मौत के बारे में गलत जानकारी देने के आरोप में मुंबई के मालवानी पुलिस स्टेशन में नारायण राणे और उनके बेटे नितेश राणे के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया। नारायण व नितेश राणे लंबे समय से अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व मैनेजर दिशा सलियन की मौत को लेकर बयानबाजी कर रहे थे, जिसके बाद दिशा सलियन के माता-पिता ने महाराष्ट्र महिला आयोग में शिकायत की थी। दिशा सालियान ने सुशांत सिंह राजपूत की मौत से मात्र 6 दिन पहले बिल्डिंग से कूदकर आत्महत्या की है ऐसा पुलिस ने जांच में दर्शाया था। लेकिन केंद्रीय मंत्री नारायण राणे और उनके विधायक बेटे नितेश राणे लगातार महाराष्ट्र सरकार और महाराष्ट्र पुलिस पर सवाल उठा रहे थे कि दिशा सालियान की मौत आत्महत्या का मामला नहीं है बल्कि उनकी हत्या की गई है। हाल में ही केंद्रीय मंत्री राणे ने एक प्रेस कान्फ्रेंस में दावा किया था कि दिशा की हत्या की गई थी और इसमें महाराष्ट्र के एक मंत्री भी शामिल थे।
लोगों की मांग है कि पूछताछ कैमरे के सामने की जानी चाहिए और नौ घंटों तक पुलिस पूंछ ताछ करती रही या प्रताड़ित करने के लिए बैठाये रखा था। पुलिस राज्य सरकार के कहे अनुसार कार्य करती है, इसमें उसकी अपनी कोई सोच और समझ का इस्तेमाल नहीं होता है।
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