श्रीकांत शिंदे बायीं ओर लीलाबाई आसान
उल्हासनगर: कल्याण लोकसभा शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे का जन्मदिन उल्हासनगर गोलमैदान स्थित जनसंपर्क कार्यालय में कार्यकर्ताओं द्वारा जोर शोर से मनाया गया। दोपहर से ही कार्यकर्ता जन्मदिवस की तैयारी में लगे थे। परंतु सांसद शिंदे को गोलमैदान कार्यालय पहुंचने में रात्री के 10 बज गये फिर भी कार्यकर्ताओं का उत्साह कम नहीं हुआ कार्यकर्ताओं ने जन्मदिन मनाने के लिए केक की व्यवस्था किया था। कार्यालय पहुंचकर शिंदे ने जैसे ही केक काटने की सुरुवात की तभी कार्यकर्ताओं ने रोका और कहा साहब केक का मान रखिए और केक खाने के लिए सांसद को चेहरे से मास्क उतारने के लिए कहा। परंतु शिंदे ने हाथ जोड़ते हुए मास्क निकालने से मना कर दिया। मास्क न हटाते हुए केक काटकर कोरोना नियम का हरहाल में पालन करने का संदेश देने की नाकाम सी कोशिश की क्योंकि वंही बगल में उमनपा में शिवसेना महापौर लिलाबाई आसान बिना मास्क के खड़ी थी। खड़ी रहकर जैसे सांसद श्रीकांत शिंदे को चिढ़ाकर यह जता रही हों, सांसद आप कितने कमजोर और डरपोक हो मैं तो इस उम्र में भी बिना मास्क के ही खड़ी हूँ और तुम केक खाने के लिए भी कार्यकर्ताओं का आग्रह नहीं मान रहे हो।
कल्याण लोकसभा सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे का 4 फरवरी को जन्मदिन था। जन्म दिवस के उपलक्ष्य में कल्याण लोकसभा क्षेत्र के कई जगहों पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। उल्हासनगर के गोलमैदान परिसर में सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे का जनसंपर्क कार्यालय है। इस कार्यालय में भी जन्मोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। सासंद महोदय को शुभेच्छा देने के लिए सायंकाल से ही सैकड़ों लोगों का जमावड़ा लगा हुआ था। परंतु संपूर्ण संसदीय क्षेत्र घूमकर उल्हासनगर पहुंचने में सासंद को रात्री के 10 बज गये और उसपर भी कार्यकर्ताओं द्वारा लाया गया केक सिर्फ काटकर छोड़ दिया मान रखने के लिए भी मुख से मास्क नहीं उतारा और केक नहीं खाया इससे सेल्फी लेने के लिए फोटो खींचने और खीचाने के लिए तैयार खड़े कार्यकर्ताओं और नेताओं को घोर निराशा हुई।
जबकि पास ही खड़ी उल्हासनगर महानगरपालिका की महिला व बुजुर्ग महापौर लिलाबाई आसान ने एक क्षण के लिए भी मास्क नहीं पहना शायद वे घर से मास्क लेकर चली ही नहीं थी। इस तरह जहाँ एक ओर सांसद कोरोना नियमों के पालन का संदेश दे रहे थे वहीं महापौर ने मास्क न लगा कर यह साबित कर दिया की कोरोना वरोना कुछ नहीं है।
कल्याण लोकसभा सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे का 4 फरवरी को जन्मदिन था। जन्म दिवस के उपलक्ष्य में कल्याण लोकसभा क्षेत्र के कई जगहों पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। उल्हासनगर के गोलमैदान परिसर में सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे का जनसंपर्क कार्यालय है। इस कार्यालय में भी जन्मोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। सासंद महोदय को शुभेच्छा देने के लिए सायंकाल से ही सैकड़ों लोगों का जमावड़ा लगा हुआ था। परंतु संपूर्ण संसदीय क्षेत्र घूमकर उल्हासनगर पहुंचने में सासंद को रात्री के 10 बज गये और उसपर भी कार्यकर्ताओं द्वारा लाया गया केक सिर्फ काटकर छोड़ दिया मान रखने के लिए भी मुख से मास्क नहीं उतारा और केक नहीं खाया इससे सेल्फी लेने के लिए फोटो खींचने और खीचाने के लिए तैयार खड़े कार्यकर्ताओं और नेताओं को घोर निराशा हुई।
जबकि पास ही खड़ी उल्हासनगर महानगरपालिका की महिला व बुजुर्ग महापौर लिलाबाई आसान ने एक क्षण के लिए भी मास्क नहीं पहना शायद वे घर से मास्क लेकर चली ही नहीं थी। इस तरह जहाँ एक ओर सांसद कोरोना नियमों के पालन का संदेश दे रहे थे वहीं महापौर ने मास्क न लगा कर यह साबित कर दिया की कोरोना वरोना कुछ नहीं है।
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