मुंबई: महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने धन सोधन मामले में गिरफ्तार कर लिया है। 23 फरवरी की सुबह ईडी अधिकारियों ने मलिक के घर पहुंचकर छापा मारा और कुछ दस्तावेजों के साथ नवाब मलिक को भी ईडी दफ्तर ले गये, जहां उनसे सघन पूछताछ हुई। जहाँ जांच के दौरान मलिक सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए, जिसके कारण उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। सुत्रो का कहना है मामला अंडरवर्ड, आतंकवाद व दंगो से भी जुड़ा है, NIA भी जांच में कर सकती है प्रवेश।
देवेंद्र फडणवीस के धमाके में उड़े नवाब मलिक
महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार में मंत्री व राष्ट्रवादी काँग्रेस पार्टी प्रवक्ता नवाब मलिक ने 1993 बम धमाकों में सजा पाये दो लोगों की जमीन कुर्की से बचाने के लिए, मुंबई कुर्ला स्थित उनकी जमीन कौडियों के दाम खरीद लिया, यह मुद्दा तत्कालीन कांग्रेस सरकार के संज्ञान में भी लाया गया था। परंतु सरकार को न ध्यान देना था और न दिया। 2014 में सरकार बदल गयी और प्रधानमंत्री बने नरेंद्र मोदी जिनका कहना था "न खाऊँगा और न खाने दुंगा" यही वजह है कि प्रवर्तन निदेशालय की शक्तियों में वृद्धि कर उन्हें खुली छूट दे दिया गया। जिसका नतीजा सामने है एक-एक कर भ्रष्टाचारी जेल पहुंच रहे हैं। यहां यह बताया जाना जरूरी है कि यह कार्यवाही किसी वाद विवाद या आनन फानन में नहीं हुई है। नवाब मलिक के खिलाफ जांच सरकार बदलने के बाद से ही यानी 2015 से चल रही थी। आपकी जानकारी के लिए बता दूँ कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) यूंही ही किसी पर हाथ नहीं डालती जब तक उसके पास पूरे व पक्के सबूत न हों, यही कारण है कि पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को साढ़े तीन महीनों से जमानत नहीं मिल रही है। केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारी सुबह छह बजे सीआईएसएफ जवानों के साथ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी नेता के घर पहुंची एक घंटे तक चली पूछताछ के बाद सुबह साढ़े सात बजे मलिक को ईडी दफ्तर ले जाया गया जहाँ पुछताछ में सही जवाब न देने पर नवाब मलिक को गिरफ्तार कर लिया गया।
62 वर्षीय मंत्री नवाब मलिक की पारिवारीक आमदनी दो करोड़ रुपये वार्षिक है जो मलिक ने खुद दर्शाया है। जबकि भंगार के कारोबार में इतनी कमाई मुश्किल है, मान भी लिया जाय की दो करोड़ की कमाई होगी तो भी यह आश्चर्यजनक ही होगा कि नवाब मलिक के पास आज कुर्ला यानी मुंबई के मलाईदार स्थानों पर लाखों चौरस मिटर जमीन है। मलिक लगभग 3 हजार 5 सौ करोड़ की आसामी हैं। यह जमीन जायदाद और रुपये कहाँ से और कैसे आये, इसीकी जांच ईडी कर रही है। समय-समय पर मुंबई अंडरवर्ल्ड के भगोड़े गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम से संबंधों का इल्ज़ाम इनपर और इनके आका शरद पवार पर लगते रहे हैं। दो मंत्रियों के जेल जाने के बाद अब तीसरा कौन हो सकता है इसकी चर्चा गर्म हो गयी है। लोग यह भी कह रहे हैं अब दो A में किसी एक A का नंबर लग सकता है। पहला A अनिल परब और दूसरा आदित्य ठाकरे हो सकते हैं। क्योंकि इसी तरह के आरोप इन दोनों मंत्रियों पर लगे हैं और इनकी भी जांच अंदरखाने चल रही है, परब को ईडी तो आदित्य ठाकरे को सीबीआई गिरफ्तार कर सकती है। ईडी के राडार पर ठाणे के दाढ़ीवाले बाबा भी हैं। जांच हो रही है कि एक रिक्शा चालक के पास इतनी अकूत संपत्ति कहाँ से आई? अब धीरे-धीरे सारी महा विकास अघाड़ी सरकार जेल का विकास करेगी और जेल से ही सरकार चलेगी, ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है।
62 वर्षीय मंत्री नवाब मलिक की पारिवारीक आमदनी दो करोड़ रुपये वार्षिक है जो मलिक ने खुद दर्शाया है। जबकि भंगार के कारोबार में इतनी कमाई मुश्किल है, मान भी लिया जाय की दो करोड़ की कमाई होगी तो भी यह आश्चर्यजनक ही होगा कि नवाब मलिक के पास आज कुर्ला यानी मुंबई के मलाईदार स्थानों पर लाखों चौरस मिटर जमीन है। मलिक लगभग 3 हजार 5 सौ करोड़ की आसामी हैं। यह जमीन जायदाद और रुपये कहाँ से और कैसे आये, इसीकी जांच ईडी कर रही है। समय-समय पर मुंबई अंडरवर्ल्ड के भगोड़े गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम से संबंधों का इल्ज़ाम इनपर और इनके आका शरद पवार पर लगते रहे हैं। दो मंत्रियों के जेल जाने के बाद अब तीसरा कौन हो सकता है इसकी चर्चा गर्म हो गयी है। लोग यह भी कह रहे हैं अब दो A में किसी एक A का नंबर लग सकता है। पहला A अनिल परब और दूसरा आदित्य ठाकरे हो सकते हैं। क्योंकि इसी तरह के आरोप इन दोनों मंत्रियों पर लगे हैं और इनकी भी जांच अंदरखाने चल रही है, परब को ईडी तो आदित्य ठाकरे को सीबीआई गिरफ्तार कर सकती है। ईडी के राडार पर ठाणे के दाढ़ीवाले बाबा भी हैं। जांच हो रही है कि एक रिक्शा चालक के पास इतनी अकूत संपत्ति कहाँ से आई? अब धीरे-धीरे सारी महा विकास अघाड़ी सरकार जेल का विकास करेगी और जेल से ही सरकार चलेगी, ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है।
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