ठाणे : महाराष्ट्र ठाणे जिले के उल्हासनगर मंडल-2, अंतर्गत अम्बरनाथ पूर्व उपविभाग के उपभोक्ताओं को नया बिजली कनेक्शन देते समय सेवाशुल्क 15 सौ से लेकर 40 हजार रुपये व ज्यादा भी लिया जाता है किलोवाट अनुसार। यह रुपया बिजली कनेक्शन जोड़ते समय लगने वाली सामग्री केबल, बोर्ड, सर्विसवायर आदि के लिए लिया जाता है परंतु सामान तो दिया नहीं जाता पर रुपया जीएसटी (goods & service tax) के साथ लिया जाता है।
कार्यकारी अभियंता प्रवीण चकोले
उल्हासनगर कैम्प क्रमांक-5, गायकवाड पाड़ा स्थित बिजली उपविभाग-2, का कार्यालय है जहाँ के इंचार्ज कार्यकारी अभियंता प्रवीण चकोले हैं। इस उपविभाग में उपभोक्ताओं को लूटने का अभियान चल रहा है। यहाँ नया कनेक्शन देने के लिए सर्विस कनेक्शन चार्ज लिया जाता है। यह चार्ज एक किलो वाट पर 15 सौ रुपये के आसपास होता है। जैसे-जैसे किलोवाट बढता है वैसे-वैसे सर्विस चार्ज भी बढ़ता जाता है, 40 हजार या उससे भी ज्यादा हो सकता है। यह चार्ज कनेक्शन करते समय लगनेवाली सामग्री जैसे केबल, सर्विस वायर, बोर्ड, मीटर का ढक्कन इत्यादि के लिए लिया जाता है, परंतु एक भी सामान दिया नहीं जाता ऊपर से, न दिए गये सामान का जीएसटी (goods & service tax) भी ले लिया जाता है। इस तरह उपभोक्ताओं को दोनों तरफ से मारा जाता है। कोई जानकार नागरिक कहता है सामाग्री नहीं दी गयी तो यह चार्ज घटा दिजिए तो अधिकारी कहते हैं, जब हमारे पास देने के लिए सामग्री आयेगी तब आपकी बिजली जोड़ी जायेगी। उपभोक्ताओं को तो पता है सामग्री कभी मिलने वाली नहीं और मजबूर उपभोक्ता बाजार से सामग्री खरीद कर बिजली जुड़वा लेता है। इस तरह एकबार लगनेवाली सामग्री का दो बार भुगतान करता है महाराष्ट्र की महावसुली सरकार में बिजली उपभोक्ता, दो बार सरकार को जीएसटी देता है। यहाँ यह बताया जाना बेहद जरूरी है कि उपरोक्त सर्विस चार्ज उल्हासनगर उपविभाग-1,2,3, में नहीं लगाया जाता वहां 1.3% के हिसाब से सुपरविजन चार्ज लिया जाता है 11 - 12 सौ में नीपट जाता है।
जनसूचना अधिनियम 2005 के तहत जानकारी मांगने पर हमें मिला है कि सन 2017 से 2021 तक किसीको कोई सामग्री नये कनेक्शन के साथ नहीं दी गयी है। जबकि 7 लाख 79 हजार 155 रुपये उपभोक्ताओं से लिए गये हैं। हमारे संवाददाता ने जब कार्यकारी अभियंता से जवाब मांगा तब उन्होंने कहा जिस फोन पर बात कर रहे हो वही मेरा वाटशाप क्रमांक है मुझे लिखकर भेज दो मै देख लुंगा, अब तक उन्होंने क्या देखा और क्या देखेंगे यह तो वही जाने?
इस तरह बिजली विभाग द्वारा आम जनता को लूटने का कारोबार और कयी उपविभागों में जारी है। कुछ जानकारी नहीं दे रहे हैं, टाल-मटोल कर रहे हैं, उनका भी खुलासा जल्द ही किया जायेगा।
Editor kamlesh dubey
Mobile :8208854778
जनसूचना अधिनियम 2005 के तहत जानकारी मांगने पर हमें मिला है कि सन 2017 से 2021 तक किसीको कोई सामग्री नये कनेक्शन के साथ नहीं दी गयी है। जबकि 7 लाख 79 हजार 155 रुपये उपभोक्ताओं से लिए गये हैं। हमारे संवाददाता ने जब कार्यकारी अभियंता से जवाब मांगा तब उन्होंने कहा जिस फोन पर बात कर रहे हो वही मेरा वाटशाप क्रमांक है मुझे लिखकर भेज दो मै देख लुंगा, अब तक उन्होंने क्या देखा और क्या देखेंगे यह तो वही जाने?
इस तरह बिजली विभाग द्वारा आम जनता को लूटने का कारोबार और कयी उपविभागों में जारी है। कुछ जानकारी नहीं दे रहे हैं, टाल-मटोल कर रहे हैं, उनका भी खुलासा जल्द ही किया जायेगा।
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