उल्हासनगर: उल्हासनगर महानगर पालिका वाहन विभाग प्रमुख सहित एक वाहन चालक को ठाणे रिश्वतखोरी विरोधी पथक ने तीन हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है।
मिली जानकारी अनुसार उल्हासनगर मनपा के वाहन विभाग प्रमुख यशवंत सांगले उल्हासनगर मनपा वाहन चालकों से समय पर वेतन दिलाने व अतिरिक्त समय गाड़ी चलाने की हाजिरी भराने के साथ ही सुविधाजनक गाड़ी देने के एवज में वाहन चालकों से वेतन के समय हर माह तीन हजार रुपए लिया करते थे। जिसकी शिकायत भ्रष्टाचार विरोधी पथक (Anti Corruption bureau) को मिल गई, जिसके बाद आज उल्हासनगर मनपा मुख्यालय के पीछे तरन तालाब के सामने वाहन चालक भरत अटाले वाहन चालकों से 3 हजार रुपए वसूल रहा था, उसी समय जाल बिछाकर ठाणे भ्रष्टाचार निरोधक दस्ते ने भरत अटाले को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
बतादें कि उल्हासनगर मनपा से इसके पहले भी दर्जनों लोग भ्रष्टाचार विरोधी पथक द्वारा रंगे हाथों पकड़े जा चुके हैं। उसमें से कुछ सेवानिवृत्त हो गये, कुछ आज भी उल्हासनगर मनपा में कार्यरत हैं। खास बात तो यह है कि जो रिश्वतखोरी करते हुए रंगे हाथों रिश्वत विरोधी दस्ते द्वारा पकड़े जाते हैं। उनकी उल्हासनगर मनपा में पदोन्नति हो जाती है। उसी में से एक गणेश शिंपी जो लिपिक पद पर रहते हुए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़े जाने के बाद लिपिक से सहायक आयुक्त बना दिए गये। अब आज पकड़े गए लोगों की उल्हासनगर मनपा में पदोन्नति तय है।
सहायक आयुक्त गणेश शिंपी
भ्रष्टाचार विरोधी दस्ते ने आज शाम से ही अपना जाल बिछा रखा था। जैसे ही भरत अटाले ने यशवंत सांगले के नाम पर वाहन चालकों से रुपये लेने शुरू किया उसी समय ठाणे से आये भ्रष्टाचार विरोधी दस्ते ने अटाले को गिरफ्तार कर लिया पुछताछ के बाद वाहन विभाग प्रमुख यशवंत संगले को भी गिरफ्तार कर लिया। आगे की जांच ठाणे रिश्वत विरोधी शाखा कर रही है। इन दोनों के पकड़े जाने से उमनपा में चल रहे भ्रष्टाचार के और कई राज खुल सकते है ऐसी चर्चा है।
बतादें कि उल्हासनगर मनपा से इसके पहले भी दर्जनों लोग भ्रष्टाचार विरोधी पथक द्वारा रंगे हाथों पकड़े जा चुके हैं। उसमें से कुछ सेवानिवृत्त हो गये, कुछ आज भी उल्हासनगर मनपा में कार्यरत हैं। खास बात तो यह है कि जो रिश्वतखोरी करते हुए रंगे हाथों रिश्वत विरोधी दस्ते द्वारा पकड़े जाते हैं। उनकी उल्हासनगर मनपा में पदोन्नति हो जाती है। उसी में से एक गणेश शिंपी जो लिपिक पद पर रहते हुए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़े जाने के बाद लिपिक से सहायक आयुक्त बना दिए गये। अब आज पकड़े गए लोगों की उल्हासनगर मनपा में पदोन्नति तय है।
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