ताजा ख़बर

6/recent/ticker-posts

हुक्का पार्लरों से फैल रहे हैं अनेकों रोग!!

टेलिफ़ोन एक्सचेंज के सामने राहुल नगर में चल रहा है अवैध हुक्का पार्लर!!

लड़के लड़कियां हो रहे हैं, नशे के शिकार! पुलिस, अन्न-औषधि विभाग लापरवाह!!

उल्हासनगर :उल्हासनगर शहर नशे और जुए के शौकिनों के लिए मशहूर होने के कारण यहाँ इस अवैध कारोबार को रोकपाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन सा दिखाई दे रहा है। कोविड-19 महामारी के दौर में भी चल रहा है हुक्का बार, इन बारों में नुकसानदायक एसेन्स के अलावा चरस, गांजा जैसी नशीली चीजों का इस्तेमाल भी होता है।
                        अजय बागुल 

उल्हासनगर-3 टेलीफोन एक्सचेंज के सामने राहुल नगर के एक रहवासी मकान में अजय बागुल चला रहा है हुक्का बार! बागुल हुक्का बार ही नहीं चला रहा बल्कि हुक्के में लगने वाला हुक्का फ्लेवर भी थोक व खुदरे दामों पर बेचता है। यह परिक्षेत्र परिमंडल चार के उल्हासनगर पुलिस स्टेशन की हद में आता है। शिकायत के बाद उल्हासनगर पुलिस स्टेशन के उपनिरीक्षक सचिन शिंदे वहां पहुंचे या नहीं पहुंचे यह उन्हीं को पता परंतु उन्होंने कहा कि बताये हुए पते पर मैं पहुंचा हूँ "यहाँ कोई हुक्का बार चालू नहीं है' परंतु हमारे प्रतिनिधि को वही हुक्का बार साफ साफ दिखाई देता है। 
               यह है हुक्के में उपयोगी फ्लेवर 

इसलिए मेरा माननीय गृहमंत्री व पुलिस उपायुक्त महोदय से अनुरोध है कि माननीय सचिन शिंदे के साथ किसी ऐसे व्यक्ति को रेड की जगह पर भेजा करें जिसकी आंखों पर किसी प्रकार का पर्दा न पड़ा हो ताकि गुनाह व गुनाहगार साफ साफ दिखाई दे।हुक्का बारों में आयुर्वेदिक हुक्का होने के नाम पर तरह तरह के नशे का सेवन कराया जाता है,चरस, गांजा और नशीली तंबाकू के बगैर हुक्के का मजा ही नहीं आता ऐसा उपभोक्ता कहते हैं। चरस, गांजे के साथ एसेन्स का धुआं पीलाकर लोगों के जीवन को खतरे में डाला जा रहा है। हुक्का बारों द्वारा युवाओं को टीबी, कैंसर, कर्क रोग जैसी बीमारियां बांटी जा रही है। पुलिस प्रशासन के अलावा अन्न व औषधि प्रशासन को भी इन हुक्का पार्लरों को बंद कराने के लिए आगे आना चाहिए। धुएँ के इस खेल से जहाँ प्रदुषण फैलता है, वहीं आग लगने का खतरा भी मंडराता रहता है। 

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ