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शिवसेना सत्ता में शाखा प्रमुख जेब से कर रहा है विकास!

शिवसेना शाखा प्रमुख ने साबित कर दिया महापौर और नगरसेवक निकम्में और भ्रष्ट हैं!

उल्हासनगर: उल्हासनगर महानगर पालिका में शिवसेना की सत्ता होने के बावजूद, शिवसेना शाखा प्रमुख को नाली सफाई व चेम्बर दुरुस्तीकरण व गली सीमेंट कांक्रिटीकरण स्वखर्च से कराना पड़ रहा है। जबकि उमनपा में नगरसेवक व महापौर शिवसेना के हैं और वार्षिक बजट 8 सौ करोड़ से ज्यादा का है। रुपये चढ़ रहे हैं भ्रष्टाचार की भेंट! 
        गली का काम करवाते हुए सुरेश पाटिल 

उल्हासनगर शहर के प्रभाग क्रंमाक-1 कमला नेहरू नगर यशवंत गाजकोश की गली का चेम्बर टूटा पड़ा था, सारा कचरा नाली में जाने से नाली भर गयी थी गली दुर्गंधमय हो जाने से लोगों का रहना भारी हो गया था। उमनपा का चुनाव सर पर होने से इच्छुक लोग अपने क्षेत्रों में आना जाना शुरू कर चुके हैं और वे साबित करना चाहते हैं कि 'मैं ही आपके लिए अगला सही नगरसेवक साबित होऊंगा' साबित करने के लिए अपने स्वखर्च से कुछ सुधार कर सोसल मिडिया पर पोस्ट कर प्रचार कर रहे हैं। इसी तरह की एक पोस्ट तिलक नगर शाखा के शाखा प्रमुख सुरेश बी पाटिल ने पोस्ट की है। जिसमें गली की दुरुस्तीकरण कराते हुए दिखाई दे रहे हैं।
                शहर प्रमुख राजेन्द्र चौधरी 

अब आप यह जान लें कि जिस गली का दुरुस्तीकरण किया जा रहा है वह गली शिवसेना नगरसेवक के वार्ड में आती है, यही नहीं महानगर पालिका की महापौर लिलाबाई आसान भी शिवसेना की हैं और अपने आपको कार्यक्षम बताने वाले एकनाथ शिंदे ठाणे जिले के पालकमंत्री होने के साथ जिला प्रमुख भी हैं। एक ओर जहाँ शिवसेना यह दावा करती है कि हम 80% समाजसेवा और 20 प्रतिशत ही राजनीति करते हैं। जबकि उनकी अपनी पार्टी के शाखा प्रमुख कुछ और ही दर्शा रहे हैं। उनके अनुसार नगरसेवक निकम्मा है, महापौर किसी काम की नहीं एक छोटा सा फंड मुहैया नहीं करा सकती जिसके कारण उनको अपनी जेब से खर्च करना पड़ रहा है। जबकि मनपा का वार्षिक बजट 8 सौ करोड़ है।यह 8 सौ करोड़ रुपए कहां जा रहे हैं। जब सार्वजनिक नाली और गली लोगों को अपन खर्च से बनाना पड़ रहा है।
      महापौर लीलाबाई आशान व अरुण आशान 

महाराष्ट्र में बनी महाविकास अघाड़ी सरकार के मुख्यमंत्री शिवसेना पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने दो वर्ष का कार्यकाल पुर्ण किया है। उन्होंने भी कुछ मिडिया संस्थाओं का मुह मीठा कराकर अपने आपको भारत का पहले क्रमांक का मुख्य मंत्री साबित करने को कहा है। जबकि 2 वर्ष में से डेढ़ वर्ष घर से बाहर ही नहीं निकले और उनके गृहमंत्री रहे अनिल देशमुख जेल में हैं। उपमुख्यमंत्री अजित पवार की लगभग 15 सौ करोड़ की बेइमानी से बनाई गई संपत्ति जब्त हो गयी है। करोना के बहाने से पुलिस प्रशासन में सामील किए गये सचिन वझे कत्ल और 100 करोड़ रुपये वसूली प्रकरण में जेल में बंद हैं। इसी कतार में और कई मंत्री और पदाधिकारी दिखाई दे रहे हैं। इस तरह यह तस्वीरें क्या बता रही हैं यह आपही सोचें।
       देखिए गली दुरुस्तीकरण का काम शुरू है
                                                  मो. 8208854778 

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