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बंदर पाड़ा में चलता है गुंडा राज! पुलिस नहीं करती गस्त इसलिए लोग सड़कों पर खड़े रहते हैं शराब पीकर मस्त!

कल्याण बांद्रा पाड़ा बना मवालियों का अड्डा!

अग्निपर्व टाइम्स संवाददाता 
बदमाश किश्म के टपोरी लड़के नशा कर करते हैं गुंडागर्दी, गुट बनाकर घुस जाते हैं लोगों के घरों में महिलाओं, युवतियों व बच्चियों के साथ करते हैं, मारपीट, छेड़छाड़ व दुर्व्यवहार, कानून व्यवस्था का बुरा है हाल, पुलिस बनी लापरवाह! 
            वरिष्ठ निरीक्षक एएस पवार 

कल्याण: कल्याण से अम्बिवली जाने वाले रोड पर बंदर पाड़ा नामक एक बस्ती है, जहाँ नसेड़ी और टपरियों का बोलबाला है। पुलिस का डर रत्तीभर नहीं है, किसी के भी घर में घुस कर घर में मौजूद औरतों बालिग-नाबालिग लड़कियों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं, रोकने पर घरों में रहनेवालों से मारपीट करते हैं, कुछ लोग पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हैं। कुछ लोग पुलिस के रवैये को देख शिकायत भी नहीं करते, अपनी किस्मत को कोसकर रह जाते हैं।
            लड़की पर हमला करने वाला दीपक 

आगे की कहानी सुनिए बांद्रा पाड़ा की रहने वाली 17 वर्षीय सोनाली (बदला हुआ नाम) की जुबानी।अक्टूबर 15, 2021 ऐन दशहरे के दिन दीपक प्रजापति सोनाली के घर जाकर उससे जबरदस्ती करने की नाकाम कोशिश करता है। सफलता न मिलने पर सोनाली का मोबाइल लेकर भागने लगता है। सोनाली पीछा करती है तो उसको बूरी तरह से पीट देता है। जिससे उसकी आंखों के नीचे व चेहरे पर काले धब्बे पड़ गये हैं। पीटने से जब मन नहीं भरा तो उसकी बांह पर ब्लेड से वार कर दिया जिसके कारण बांह पर 7 टाके  लगे। इलाज कल्याण के रुक्मिणी बाई अस्पताल में कराया गया। नाबालिग लड़की के साथ इस प्रकार की वारदात होती है और खड़कपाड़ा पुलिस 323/506 के तहत मामला दर्ज कर चुपचाप बैठ जाती है। उस लड़के के दोस्त लड़की के घर जाकर लड़की व उसकी मां पिता पर मुकदमा वापस लेने का दबाव बनाते हैं। वापस न लेने पर मारपीट की धमकी देते हैं। फिर शिकायत लेकर लड़की पुलिस स्टेशन पहुंचती है तब शिकायत लिखने की बजाय पुलिस लड़की को रात के एक बजे तक पुलिस स्टेशन में बैठाकर रखती है खड़कपाड़ा पुलिस और दबंग लड़कों के कहने पर लड़की के पिता को ही प्रताड़ित करने में जुट जाती है। क्योंकि लड़की का पिता कहीं वाचमैन है और उसके पास पुलिस को देने के लिए पैसे नहीं है। अग्निपर्व टाइम्स ने जब निरीक्षक ए.एच.पवार से संपर्क कर, पूछा तो उन्होनें बातचीत में भारतीय दंड संहिता की धाराएं बढ़ाने की बातों को माना परंतु अब तक धाराएँ बढ़ी नहीं हैं। इस तरह पुलिस लड़कों का मनोबल बढ़ाकर किसी अप्रिय घटना को न्योता दे रही है। 

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