ताजा ख़बर

6/recent/ticker-posts

उल्हासनगर शिवसेना के शासनकाल में एक परिवार जान हथेलियों पर रखकर रहता है अपने मकान में!!

क्या मिलेगी पायल को घर दुरुस्तीकरण की इजाजत? या नगरसेवक, अधिकारियों की करनी होगी जेबें गर्म! 

उल्हासनगर: एक ओर जहाँ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेघरों को 2022 तक अपना घर देने की कल्पना कर उस ओर अग्रसर हैं तो वंही महाराष्ट्र के ठाणे जिले में स्थित उल्हासनगर महानगर पालिका लोगों को बेघर करने पर आमादा है। उल्हासनगर-3 फालवर लाइन चौक जवाहर होटल के पास आयप्पा मंदिर के सामने सुभाषनगर मकान क्रमांक 61 में धर्मपाल यादव अपने परिवार के साथ रहते हैं। उनका मकान जर्जर अवस्था में है एक दिवार भी ढह गई है। परंतु उल्हासनगर मनपा है कि उनको दुरुस्तीकरण (Repairing) करने की अनुमति नहीं दे रही है।
आयुक्त डा राजा दयानिधि,  महापौर लिलाबाई आसान 

उल्हासनगर मनपा क्षेत्र में जगह-जगह अवैध निर्माण शुरू है, जिससे आयुक्त महापौर, अधिकारी, कर्मचारी कमा-कमा कर लाल पीले हो रहे हैं। परंतु अगर कोई सीधी तरह से उमनपा की फीस भरकर अपना घर दुरुस्त करना चाहे तो उमनपा अधिकारी उसको अनुमति नहीं देते और न ही नगर सेवक अनुमति दिलाने में सहयोग करते हैं। जबकि अवैध निर्माण के लिए नगरसेवक प्रभाग अधिकारी को अपने पास बुलाकर अनुमति दिलाते हैं, ऐसा अक्सर देखने को मिलता है, क्योंकि अवैध निर्माण से सभी की जेबें गर्म जो होती हैं।

इसीलिए उल्हासनगर मनपा हद में रहने वाली एक मां और 3 बेटियां और उनके पिता व चाचा उल्हासनगर मनपा से गुहार लगा लगा कर थक गये हैं तब अब मिडिया का सहारा लिया है। परंतु मनपा प्रशासन में उनकी सुनने वाला कोई नजर नहीं आ रहा है। उल्हासनगर-3 का यह बेघर और पीड़ित परिवार प्रभाग समिति-2 के अंतर्गत  रहता है जहाँ की सभापति छाया सुजित चक्रवर्ती व अधिकारी अनिल खतुरानी हैं। प्रभाग की सभापती छाया चक्रवर्ती जिनको प्रभाग कार्यालय में शायद ही किसी ने कभी देखा हो, उनके पद का उपभोग उनके पतिदेव ही करते हैं! उनके आसपास चार-पांच अवैध निर्माणकर्ता जमें रहते हैं। अगर सभापति आतीं तो शायद यह महिलाएं इस तरह परेशान न होती?
                  सभापती छाया चक्रवर्ती 
प्रशासन से न्याय के लिये गुहार लगा रही हैं, माँ उपासना यादव उनकी 3 बेटियां पुजा यादव, पायल यादव, काजल यादव अपनी बदहाली के किस्से पिछले कई सालों से बयान कर रही हैं, परंतु उमनपा प्रशासन का ध्यान नहीं है आश्चर्य तो तब होता है जब महिला महापौर के कार्यकाल में चार महिलाएं सम्मानित जीवन जीने से वंचित हों! परिजनों ने मुख्यमंत्री, महिला व बालविकास मंत्री महाराष्ट्र राज्य, अध्यक्षा केंद्रीय महिला आयोग व राज्य महिला आयोग, आयुक्त व महापौर उल्हासनगर मनपा, सांसद कल्याण लोकसभा, विधायक उल्हासनगर विधानसभा नगरसेवक उमनपा पैनल-9, प्रभाग अधिकारी, सभापती उमनपा इन सबको ईमेल भेजकर व व्हॉट्सएप मैसेज के माध्यम से और साथ ही उल्हासनगर के तमाम राजनीतिक दलों के मुखिया, सामाजिक व महिला संघटनो और पत्रकारों को अपील की है कि उनके साथ न्याय किया जाये।

पत्र में यादव परिवार द्वारा जानकारी दी गई है कि पायल यादव उपर दिये गए पते पर अपने परिवार के साथ रहती है। महानगर पालिका ने "मेरे घर को धोखादायक है ऐसा नोटिस भेजा है, हाल ही में घर की दिवार ज़ोरदार बारिश के कारण गिर गई, घर की अवस्था दिन प्रति दिन बिगड़ती ही जा रही है। कई बार मनपा से घर दुरुस्ती (Repairing)की अनुमति मांगी परन्तु कोई जवाब नहीं मिला है। जबकि मनपा द्वारा बताये जाने के बाद हमने संपत्ति का नियमितीकरण (Regularization) करवा लिया है। भूमि अभिलेख व नगर भूमापन कार्यालय व उल्हासनगर ने हद् कायम करके प्रॉपर्टी कार्ड भी दे दिया है और जिलाधिकारी के आदेश से संयुक्त माप भी किया गया है। महिला व पुरुष मिलाकर हम सभी परिवारजन यहीं रहते हैं, परंतु हमारे घर में स्नानगृह व शौचालय न होने की वजह से हमें मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। हमें रात में बाहर शौच के लिए जाने पर छेड़छाड़ का सामना करना पड़ता है। 

घर की ऐसी हालत की वजह से अनेकों बीमारियों से जूझना पड़ रहा है। इन कारणों की वजह से हमारे घर के सदस्यों को शारीरिक, मानसिक पीड़ा का सामना करना पड़ रहा है। मैं एक ज़िम्मेदार नागरिक होने के नाते हर वर्ष घर के टैक्स की राशि समय पर भरती हूं, मतदान भी करती हूं मेरी विनती है कि मुझे मेरे घर की दुरुस्ती करने की अनुमति प्राप्त हो और इन समस्याओं से मुक्ति मिले। लेकिन इस पीड़ित परिवार की कौन सुनेगा इस इंतजार में है यह परेशान परिवार। 

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ