कमलेश दुबे
उल्हासनगर: उल्हासनगर सेंट्रल पुलिस स्टेशन के निरीक्षक सुधाकर सुराडकर के कार्यक्षेत्र में 6 डांसबार दर्जनों जुआघर लाजिंग बोर्डिंग जिसमें वेश्या व्यवसाय होता है। गुटखा, नकली शराब के अलावा अनेक प्रकार के अवैध व्यवसाय चल रहे है। इन अवैध धंधो के बारे में लिखने पर पुलिस निरीक्षक सुधाकर सुराडकर को क्यों आता है गुस्सा?
उल्हासनगर के मध्यवर्ती पुलिस स्टेशन की हद में करोना नियमों की अनदेखी कर चल रहे हैं डांसबार, ऐसा समाचार बार बार लिखे जाने के बाद भी जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तब अग्निपर्व टाइम्स ने अपने लेटरहेड पर सुराडकर की शिकायत महाराष्ट्र के गृहमंत्री को लिखा और उसकी प्रति परिमंडल 4 के पुलिस उपायुक्त प्रशांत मोहिते को भी दिया, आश्चर्य की बात यह है कि उपायुक्त ने सुराडकर की जांच करने का जिम्मा सुराडकर को ही दे दिया है। पत्र मिलते ही निरिक्षक सुधाकर सुराडकर ने अग्निपर्व टाइम्स के संपादक को फोन कर बुलाया दशहरे के दिन 15, 2021 को दोपहर एक बजे के दरम्यान मिलने पहुंचे और पुछा की क्यों बुलाया गया है, तब निरीक्षक के वाचक ने बताया आपने साहब के खिलाफ पत्र लिखा है उसी के जांच के लिए बुलाया गया है। जब कहा गया वे अपने खिलाफ की गयी शिकायत की जांच खुद करेंगे तब उन्होंने कहा कि उपर से यही आदेश है। इस दरम्यान सुराडकर दो लोगों से किसी चर्चा में व्यस्त थे चर्चा पूरी होने पर वह लोग कार्यालय से बाहर आये तब संपादक अंदर पहुंचे तो उनको किसी मुजरिम की तरह खड़ा कर दिया गया। सुराडकर ने बताया सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि "बालिग लड़के-लड़कियां अगर डांसबार में डांस करते हैं तो हम कार्रवाई नहीं कर सकते" इसलिए इस तरह का समाचार आइंदा मत लिखना। तुमने सीपी साहब की तस्वीर छापी है उनको तो पता भी नहीं कहाँ डांसबार, जुआघर और वेश्या व्यवसाय चल रहा है। इसके आगे कहा कि अगर कोई गलत धंधा चल रहा है तो यहां आओ पुलिस ले जाकर छापा मारो खबर लिखने से क्या होगा? पत्रकार व दक्ष नागरिक मारेंगे छापा तो फिर पुलिस की क्या जरूरत है? आयुक्त जयजीत सिंह उपायुक्त प्रशांत मोहिते
हम गृहमंत्री और ठाणे आयुक्त महोदय को यह बताना चाहते हैं। जब एक बाईज्जत संपादक से सुराडकर इस तरह का व्यवहार कर सकते हैं तो आम लोगों के साथ कैसा व्यवहार करते होंगे? डांसबार, जुआघर और हाथभट्टी शराब, वेश्या व्यवसाय के खिलाफ लिखे जाने पर उपायुक्त और निरिक्षक को दर्द क्यों हो रहा है? अगर सच्चाई से जांच की जाय तो मुंबई के सौ करोड़ वसुली जैसा ही मामला उल्हासनगर में उजागर होगा यह और बात है कि रुपये कम होंगे! सेन्ट्रल पुलिस स्टेशन के सुधाकर सुराडकर उर्फ सचिन वझे का समय पूरा होने के बाद भी तबादला नहीं हो रहा है क्या कारण है? आयुक्त और गृहमंत्री जवाब देंगे? पत्रकारों पर अंकुश लगाकर जोन 4 के पुलिस उपायुक्त प्रशांत मोहिते चलवायेंगे अवैध धंधे? इसका जवाब महाराष्ट्र प्रदेश के गृहमंत्री को भी देना होगा! आम जनता का पक्ष रखने वाले पत्रकारों का अपमान कर रहे हैं उल्हासनगर सेंट्रल पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक सुधाकर सुराडकर।
हम गृहमंत्री और ठाणे आयुक्त महोदय को यह बताना चाहते हैं। जब एक बाईज्जत संपादक से सुराडकर इस तरह का व्यवहार कर सकते हैं तो आम लोगों के साथ कैसा व्यवहार करते होंगे? डांसबार, जुआघर और हाथभट्टी शराब, वेश्या व्यवसाय के खिलाफ लिखे जाने पर उपायुक्त और निरिक्षक को दर्द क्यों हो रहा है? अगर सच्चाई से जांच की जाय तो मुंबई के सौ करोड़ वसुली जैसा ही मामला उल्हासनगर में उजागर होगा यह और बात है कि रुपये कम होंगे! सेन्ट्रल पुलिस स्टेशन के सुधाकर सुराडकर उर्फ सचिन वझे का समय पूरा होने के बाद भी तबादला नहीं हो रहा है क्या कारण है? आयुक्त और गृहमंत्री जवाब देंगे? पत्रकारों पर अंकुश लगाकर जोन 4 के पुलिस उपायुक्त प्रशांत मोहिते चलवायेंगे अवैध धंधे? इसका जवाब महाराष्ट्र प्रदेश के गृहमंत्री को भी देना होगा! आम जनता का पक्ष रखने वाले पत्रकारों का अपमान कर रहे हैं उल्हासनगर सेंट्रल पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक सुधाकर सुराडकर।
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