अप्रैल 2017 में बनना शुरू हुआ, वार्ड 7का समाज मंदिर लापता, मनपा आयुक्त ने ढूंढने के लिए मि. इंडिया के चस्में की मांग राज्य सरकार से की है।
कमलेश दुबे
उल्हासनगर :उल्हासनगर मनपा के हर विभाग में लूट मची हुई है। अवैध निर्माण, सार्वजनिक निर्माण विभाग में बिना निर्माण किए ही बिल भुगतान, अधिकारी, कर्मचारी, ठेकेदार, नगरसेवक, आयुक्त व महापौर डकार रहे हैं। मनपा के अलावा सांसद, विधायक निधि के भी रुपये। सूचना अधिकार 2005 के आधार पर इकट्ठा की गई जानकारी में हुआ खुलासा।
डा राजा दयानिधि व महापौर लिलाबाई आसान
उल्हासनगर शहर एक ऐसा शहर है, जिसको संवारने की चिंता किसी को नहीं है, चिंता है तो रुपयों के गबन करने की। मनपा में जमा हुए कर (tax) के रुपये ही नहीं चुराते, सांसद, विधायक पर भी हाथ साफ कर जाते हैं यहाँ के नगरसेवक, अधिकारी कर्मचारी। सांसद, विधायक से निधि समाज मंदिर, रोड, सीसीपैसेज, नाली आदि के लिए मांग कर लाते हैं, और सांठ-गांठ कर बिना निर्माण किए ही किसी ठेका लेने वाली संस्था के नाम देय (Bill) बनाकर डकार जाते हैं।
सांसद श्रीकांत एकनाथ शिंदे
सांसद श्रीकांत एकनाथ शिंदे
प्रभाग 7 का समाज मंदिर गायब!
सूचना अधिकार के तहत मिली जानकारी के मुताबिक, ठाणे सांसद श्रीकांत शिंदे ने केंद्र सरकार द्वारा मिली अपनी निधि में से 9 लाख 99 हजार रुपये, डाक्टर बाबा साहेब अंबेडकर नगर, प्रभाग समिति-2, वार्ड क्रमांक 7 में समाज मंदिर निर्माण के लिए दिया था। जिसका कार्य आदेश (Work order) 26 अप्रैल 2017 को राहुल मजूर कामगार सहकारी सोसाइटी (MKSS) के नाम बनाया गया, और देयक इसी संस्था के नाम पर बनाया गया है। परंतु अब वह समाज मंदिर उस पते पर लोगों को दिखाई नहीं दे रहा है। यह सवाल प्रभाग अधिकारी अनिल खतुरानी से पूछने पर उनका कहना है कि, तुम पत्रकार लोग घूमते रहते हो ढूंढ लो।
प्रभाग-2 में अवैध निर्माण
प्रभाग समिति दो में दर्जनों, एक व दो मंजिला, टियर गाटर बांधकाम शुरू होने के साथ ही जोखिम आधारित योजना के तहत जमीन हड़पकर व योजना में दी गई संरचनाओं को दरकिनार कर मनमानी तरीके से चार, पांच मंजिला इमारतों का निर्माण जोरों पर है। इमारतों व टियर गाटर के अवैध निर्माणों की सूचना व शिकायत सोसल मिडिया पर सबको दिखाई देती है परंतु प्रभाग अधिकारी अनिल खतुरानी को नहीं दिखाई देती। उनसे पूछने पर"आपके प्रभाग में कितने अवैध बांधकाम चल रहे हैं और किन-किन को नोटिस जारी किया गया है" तब उनके पास कोई जवाब नहीं था।
अवैध निर्माणों की सूची मांगने पर "घूमकर खूद बना लो" यह जवाब था। इस तरह के अधिकारियों के भरोसे उल्हासनगर मनपा चल रही है। भ्रष्ट अधिकारी अनिल खतुरानी को हमने उल्हासनगर कैम्प क्रमांक-1, हरदासमल होटल में जयलाठी और राजेश नामक ठेकेदार के साथ सांठ-गांठ करते देखा और उसकी तस्वीर भी खींचा था। जिसको प्रसारित करने के बाद कुछ दिनों के लिए यह वहां से हटा दिया गया। परंतु अब फिर उसी पद पर पदस्थ हो गया है। खतुरानी कहता है "मैं बंगले के आदमीयों का अवैध निर्माण नहीं तोडुगा, बहुत ही तलवे चाटने के बाद मिला है फिर से यह पद" अग्निपर्व टाइम्स के पैड पर करीब एक वर्ष पहले महेश तन्ना के दो मंजिला टीजी की शिकायत किया था। तबसे महेश तन्ना ने दर्जन भर और अवैध निर्माण किये। परंतु आज तक एक नोटिस देने की हिम्मत नहीं हुई निकम्मे और भ्रष्ट अनिल खतुरानी की। पैनल नंबर 6, बैरेक नंबर ५५५, रूम नंबर १४ यात्री निवास के पीछे उल्हासनगर-२, (२) बैरेक नंबर ३५१(ब) रूम नंबर-१, सोनारा गली उल्हासनगर -२ इन दो जगहों पर बड़े पैमाने पर धोखेदायक अवैध निर्माण जोर शोर से चल रहा है। यह अवैध निर्माण राजू शेरा का है, ऐसा खतुरानी खुद बताता है। संभालने के लिए राजू शेरा ने बंगले के कुछ लोगों को खड़ा किया है। मैं अवैध निर्माण नहीं तोड़ सकता हूँ। अवैध निर्माण को बढ़ावा देने वाले सत्ताधारी और भ्रष्ट कर्मचारियों के चलते शहर का सत्यानाश हो रहा है। खुलेआम दिख रहा है किस तरह से अनिल खथुरानी अवैध निर्माण को बढ़ावा दे रहा है फिर भी आयुक्त चुप्पी साधे बैठे हुए हैं। क्या अब इतने पर भी आयुक्त राजा दयानिधि अनिल खथुरानी पर कार्रवाई नहीं करेंगे
1 टिप्पणियाँ
Ulhasnagar well corrupt city not in thane but while maharastra number one city ?
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